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‘इंडिया न्यूज राजस्थान’ चैनल बंद, न्यू इयर पर सैकड़ों कर्मियों के लिए बैड न्यूज

विनोद शर्मा और उनके बेटे कार्तिक शर्मा को अपने मीडियाकर्मियों को दुख देने और प्रताड़ित करने में आनंद आता है. शायद कारण वही हो कि मीडिया वालों ने मीडिया ट्रायल के जरिए मनु शर्मा को जेसिका लाल मर्डर केस में सजा दिलवाने में सफलता पाई इसलिए बदला लेने के लिए बाप बेटे ने न्यूज चैनल से लेकर अखबार मैग्जीन सब खोल डाला और हर साल इस मीडिया हाउस से सैकड़ों लोगों को निकालते रखते रहते हैं. ताजी सूचना है कि इंडिया न्यूज राजस्थान चैनल को प्रबंधन ने बंद कर दिया है.

<p>विनोद शर्मा और उनके बेटे कार्तिक शर्मा को अपने मीडियाकर्मियों को दुख देने और प्रताड़ित करने में आनंद आता है. शायद कारण वही हो कि मीडिया वालों ने मीडिया ट्रायल के जरिए मनु शर्मा को जेसिका लाल मर्डर केस में सजा दिलवाने में सफलता पाई इसलिए बदला लेने के लिए बाप बेटे ने न्यूज चैनल से लेकर अखबार मैग्जीन सब खोल डाला और हर साल इस मीडिया हाउस से सैकड़ों लोगों को निकालते रखते रहते हैं. ताजी सूचना है कि इंडिया न्यूज राजस्थान चैनल को प्रबंधन ने बंद कर दिया है.</p>

विनोद शर्मा और उनके बेटे कार्तिक शर्मा को अपने मीडियाकर्मियों को दुख देने और प्रताड़ित करने में आनंद आता है. शायद कारण वही हो कि मीडिया वालों ने मीडिया ट्रायल के जरिए मनु शर्मा को जेसिका लाल मर्डर केस में सजा दिलवाने में सफलता पाई इसलिए बदला लेने के लिए बाप बेटे ने न्यूज चैनल से लेकर अखबार मैग्जीन सब खोल डाला और हर साल इस मीडिया हाउस से सैकड़ों लोगों को निकालते रखते रहते हैं. ताजी सूचना है कि इंडिया न्यूज राजस्थान चैनल को प्रबंधन ने बंद कर दिया है.

जब सारी दुनिया हैप्पी न्यू इयर बोल रही है, उस वक्त इंडिया न्यूज के मालिकों ने अपने सैकड़ों कर्मियों के लिए न्यू इयर को अनहैप्पी बना डाला. इन सैकड़ों कर्मियों को न तो तीन महीने का एडवांस वेतन दिया गया और न ही उन्हें पहले से सूचित किया गया ताकि वे वैकल्पिक व्यवस्था कर सकें. आज साल के आखिरी दिन सभी को अचानक सूचित कर दिया गया कि चैनल बंद हो चुका है, आप लोग अपना अपना रास्ता देखें.

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भड़ास के पास आए दर्जनों फोन काल्स में सबने रुआंसी आवाज में पीड़ा बताई…. कहीं ऐसा होता है क्या, अचानक चैनल बंद कर दो… पहले बता दिया होता तो कोई व्यवस्था कर लेते हम लोग… न तो एडवांस वेतन दिया और न पहले सूचित किया… ऐसे में नए साल के पहले ही जनवरी महीने में घर चलाना मुश्किल हो जाएगा… ‘नो वन किल्ड जेसिका’ फिल्म की तरह मीडिया वालों के दुख दर्द पर एक फिल्म बननी चाहिए, ‘नो वन फायर्ड जर्नलिस्ट्स’… इस लोकतांत्रिक देश में मीडिया वालों के हक और इज्जत के लिए कोई सिस्टम नहीं है, कोई सुनने वाला नहीं है, कोई आगे आना वाला नहीं है…

मीडिया के मालिक खुद जब नेताओं के गोद में जा बैठे हों तो नेता भला मीडिया मालिकों से क्यों पंगा लेगा, उसे भी अपनी राजनीति की दुकानदरी चलानी है… पतन की इस चरम परिघटना में सबसे ज्यादा नुकसान सरोकारी पत्रकारिता और आम पत्रकारों का हुआ है… यही कारण है कि नेता लोग और अफसर लोग प्रिंट मीडिया वालों के लिए न तो मजीठिया वेज बोर्ड लागू कर करा पा रहे और न इलेक्ट्रानिक वालों के फायर हायर को लेकर सामान्य श्रम कानून के तहत कोई कार्रवाई कर आदेश निर्देश दे पा रहे….

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0 Comments

  1. joshi

    January 2, 2016 at 1:48 am

    इसके बाद ज़ी पंजाब हिमाचल हरियाणा के जल्दी ही बंद होने की सूचना आने वाली है , नाकारा संपादक दिनेश शर्मा की हरकतों के चलते चैनल का दिन व दिन भट्ठा बैठ रहा है , तुजर्वेकार लोग निकाल दिए , इसलिए पतन हों रहा है , ज़ी ग्रुप का एच आर विभाग भी अकल का अंधा है , एक निकम्मे रिपोर्टर को संपादक बना दिया , अगर मालिक लोगों का धयान ना गया तो जल्दी ही चैनल बंद हों जायगा |

  2. gagan

    January 3, 2016 at 6:51 am

    बिलकुल ठीक कहा | पिछले पंद्रह साल में जो कुछ गन्दा यां बुरा नही हुआ था वो दिनेश शर्मा ने संपादक बनते ही कर दिया | सच में दिनेश के ऊपर के लोग और मालिक लोग अक्ल के अंधे है तभी तो उनको दिनेश शर्मा द्वारा की गई धक्केशाही दिखाई नही दे रही | असल में ज़ी वाले सब गधे ही है दिनेश को रिपोर्टर से संपादक बना ” बन्दर के हाथ में तलवार दे दी है ” बस वो सब को काटता ही जा रहा है | अभी तो बाहर वाले यानि स्टाफ वाले कट रहे है परन्तु अंदर ही अंदर वो सुभाष चंद्रा की माँ …दे जा रहा है , सही है कि चैनल बंद होगा | दिनेश ने पी टी सी चैनल से सौदा किया है कि मै ज़ी पंजाब हिमाचल हरियाणा को धीरे धीरे फेल कर के बंद करवा दूँगा क्योंकि पी टी सी चैनल का मुकाबला ज़ी पंजाब ही कर रहा था , ज़ी पंजाब पी टी सी को उठने ही नही दे रहा था , उसी सौदे के चलते दिनेश ने सारा काबिल स्टाफ निकाल दिया | ये वही स्टाफ था जिस ने पी टी सी चैनल से अलग होने के बाद ज़ी पंजाबी को पी टी सी चैनल के ऊपर खड़ा कर दिया था , और दिनेश ने आते हे सब से पहले वही स्टाफ निकाला | दिनेश शर्मा ज़ी पंजाब को कि अब तक पंजाबी चैनल था को हिंदी चैनल किए जा रहा है | हिंदी होने के कारण अब पंजाब के लोगों ने देखना बंद कर दिया है | और विदेशों में भी ज़ी पंजाब को पंजाबी चैनल होने के कारण हे देखा जाता था , विदेशों में भी ज़ी पंजाब खत्म हों रहा है | पी टी सी वाले चाहते है कि पंजाब में सिर्फ़ उनका पंजाबी चैनल चले , इस लिए वो कोई भी नया पंजाबी चैनल नही चलने दे रहे , ज़ी पंजाब से खतरा था वो दिनेश दूर किए जा रहा | पहले रविंदर नारायण ज़ी वालों की मार गया , अब दिनेश शर्मा मार जायगा |

  3. gagan

    January 4, 2016 at 6:28 am

    बिलकुल ठीक कहा | पिछले पंद्रह साल में जो कुछ गन्दा यां बुरा नही हुआ था वो दिनेश शर्मा ने संपादक बनते ही कर दिया |

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