Categories: टीवी

इंडिया वॉयस में सैलरी माँगने वाली लड़की को पीटने के बाद माफ़ीनामा लिखवाया, अब नौकरी से बाहर!

Share
Share the news

न्यूज़ चैनल INDIA VOICE काम को लेकर नहीं बल्कि दाम को लेकर सुर्खियों में है। इस चैनल के प्रबंधन का फ़ंडा है कि इंडिया वॉइस में चाहे कोई भी काम करे लेकिन सैलरी की चिंता ना करे, कि सैलरी आयेगी भी या नहीं।

सैलरी के बारे में बारे में पूछते रहो लेकिन कोई जानकारी नहीं देता। जानकारी ना दे पाने के कारण कई वरिष्ठों ने ऑफिस आना ही बंद कर दिया है। एक वरिष्ठ के तेवर तो कुछ ऐसे हैं कि अगर उनसे सैलरी के बारे में पूछ लिया जाए तो वह धमकी देते हैं कि जिसे काम करना है करो वरना निकल जाओ, पैसे तब ही आयेंगे जब आने होंगे।

सैलरी के मामले में तो इंडिया वॉइस में बैठे सभी हेड तारीख पे तारीख देते रहते पर सैलरी आने का नाम नहीं लेती है। 

कुछ रोज़ पहले Bhadas में इंडिया वॉइस का एक मुद्दा उठा था, मारपीट को लेकर, वह सत्य था किंतु अर्धसत्य। 

जहां दिवाली पर हर कंपनी बिना मांगे अपने कर्मचारियों को BONUS, तोहफ़े, आदि देती है वहीं, इंडिया वॉइस में जब कर्मचारी बोनस तोहफ़े तो दूर की बात है अपनी मेहनत की कमाई, अपनी AUGUST की सैलरी मांगते है तो इंडिया वॉइस का एक बंदा कर्मचारियों की बेइज्जती करता है व सबको डराने के लिए एक लड़की पर हाथ भी उठने की कोशिश करता है।

जब इस बात को लेकर सभी ने न्याय की मांग की तो आरोपी को को ऑफिस से निकाल देने या उसका तबादला कर देने की बात कही। पर हुआ उल्टा। कुछ समय पश्चात उस लड़की को ऑफिस से निकाल दिया गया। जब उसने वजह पूछने की कोशिश की तो किसी वरिष्ठ ने उसके किसी भी प्रश्न का उत्तर देने की ज़हमत नहीं उठाई।

फिर उसने अपने हक के लिए ट्वीट कर अपनी बात रखी और पुलिस से न्याय की मांग की। तब इंडिया वॉइस के एक REPORTER और CAMERAMAN HEAD ने पुलिस के सामने झूठे तथ्य रखे।

बता दें कि ये वही रिपोर्टर है जिनका ये कहना था कि, ” ऑफिस में कौन सा कैमरा चल रहे है, क्या सबूत है किसी के पास।”

जहां मीडिया में रिपोर्टर्स न्याय व सत्य की बात करते है वहीं ये इंडिया वॉइस के रिपोर्टर एक लड़की के साथ हुए अन्याय को दबाने व झूठा साबित करने की कोशिश की।

दरअसल, ये रिपोर्टर महोदय लड़कियों की इज्ज़त नहीं करते हैं। ऑफिस में आई हर हर लड़की को अपने झूठे प्यार का बखान कर उन्हें फसाने की भी कोशिश करते हैं।

बिना किसी गलती के उस लड़की को चेतवानी दे गई व उससे माफ़ीनामा लिखवाया गया। इसके बाद उसे वापिस रख लिया गया।

सबको लगा कि उसकी नौकरी बच गई। सबको लगा कि अब सब ठीक हो गया है पर ऐसा नहीं था। नए साल से उसने यहां आना छोड़ दिया। पता चला है कि उसे फिर बिना वजह निकाल दिया गया है। शायद पुरानी बात के कारण।

एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गये पत्र पर आधारित!

View Comments

  • यही हाल पंजाब के सरहिंद से चलने वाले न्यूज चैनल ANB news का भी है। यहां पर यदि तबियत खराब हो और छुट्टी मांगो तो छुट्टी तो देंगे नहीं और यदि छुट्टी दे भी दिये और आप घर चले गये कि स्वास्थ्य ठीक होने पर आ जाऊंगा। मेडिकल रिपोर्ट भी सीनियर के पास भेज दो तो भी पहली बात तो नौकरी ले लेंगे और एक महीने की सैलरी दबाकर रखते हैं वो भी नहीं देते हैं। ऐसे नीच प्रवृत्ति के लोग पत्रकारिता में भरे पड़े हैं। ऐसी ही गरीब कर्मचारी के पेट की रोटी छीनकर खाने वाले लोग आज पत्रकारिता जगत के संपादक बने फिर रहे हैं।

Latest 100 भड़ास