धर्मवीर-
काफ़ी दिनों के बाद रेलवे की टिकट करने की ज़रूरत पड़ी । ऑनलाइन IRCTC पर लॉगिन करने के बाद ट्रेन नम्बर आदि भर दिया । बुक टिकट की बटन पर क्लिक करने के बाद पेज़ रीफ़्रेश हो गया । दोबारा लॉगिन का मेसेज आने लगा ।
दोबारा लॉगिन किया । फ़िर से ट्रेन सलेक्ट कर ली । बुक टिकट के बटन पर क्लिक किया तो फ़िर वही स्टोरी रिपीट हो गई । सेम पेज़ रिफ़्रेश हो गया और लॉगिन अगेन लिखा आया । तीसरी बार भी वही हुआ । सिर चकरा गया । नेट स्पीड की भी कोई दिक़्क़त नहीं थी ।
मुझे लगा कि थोड़ी देर बाद ट्राई करना चाहिए । एक घंटे बाद फ़िर प्रयास किया तो सेम टू सेम प्रोसीज़र रिपीट हो गया । पर टिकट बुक ना हो सकी । एक दो बार और ट्राई किया पर सब ढाक के तीन पात ।
चूँकि टिकट करनी थी तो मैंने इस बार सीधे IRCTC की बजाय थर्ड पार्टी एप #Paytm के ज़रिए टिकट करने का प्रयास किया । मेरे आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा जब अगले दो मिनट में मेरी टिकट हो गई । Paytm ने भी पेमेंट होने के पश्चात् टिकट कन्फ़र्म करने से पहले मुझसे IRCTC अकाउंट में लॉगिन करवाया । इस बार कुछ सेकण्ड में ना सिर्फ़ IRCTC पर लॉगिन हो गया बल्कि फ़ाइनल टिकट भी मेरी हाथ आ गई ।
टिकट तो हो गई लेकिन किराए के ऊपर जो सरचार्ज और फ़ीस लगी हुई थी उससे मेरे होश उड़ गए । ( चित्र नम्बर 2 ) देखें । रेल का कुल किराया 2640 ₹ था । इस पर IRCTC की कन्वीनिएँस फ़ीस 35.40 ₹ लग गई । वैसे तो यह भी ज़्यादा है लेकिन फ़िर भी यह समझ में आता है । असली खेल इसके बाद समझ आया । Paytm ने इसी रेल टिकट में अपनी एजेंट फ़ीस 39.90 रुपए और पेमेंट गेटवे फ़ीस 58 ₹ जोड़ दी । पेमेंट गेटवे के नाम पर इतना ज़्यादा पैसा ? ऑनलाइन टिकट होगी तो पेमेंट ऑनलाइन ही होगा फ़िर यह फ़ीस अलग से क्यूँ ?
कुल मिलाकर लगभग सौ रुपए PayTM ने मेरे ऊपर एक्स्ट्रा चार्ज किए । जबकि मैं ख़ुद की मर्ज़ी से यह टिकट Paytm से नहीं करवाना चाहता था । मुझे IRCTC ने मजबूर किया कि मैं सीधे उसकी वेबसाइट पर टिकट करने में समय ख़राब करने की बजाय किसी थर्ड पार्टी एप पर जाकर टिकट कर लूँ …। यह बात और है कि मैं घंटा भर से ज़्यादा समय पहले ही IRCTC पर ख़राब कर चुका था ।
प्रश्न उठता है कि क्या यह संयोग मात्र है कि IRCTC की साइट से जो टिकट नहीं हो पा रही थी वही टिकट Paytm की एप से दो मिनट में हो गई ? क्या paytm जैसे थर्ड पार्टी एप्स को लाभ पहुँचाने के लिए जान बूझकर IRCTC अपनी साइट पर एरर पैदा करता है ? क्यूँकि कुछ वर्ष पहले कभी भी यह दिक़्क़त मेरे साथ नहीं आती थी । लेकिन तब Paytm जैसी साइट्स से रेल टिकट नहीं हो पाती थी । तब IRCTC ज़बर्दस्त काम करती थी ।
जब एक ही टिकट में Paytm लगभग 100 रुपए की कमाई कर गया तो सोचिए पूरे दिन में कितनी टिकट paytm के ज़रिए की जाती होंगी और कितने करोड़ रुपए का खेल सरकार , सरकारी IRCTC और निज़ी एप के बीच मिलीभगत के ज़रिए खेला जा रहा है । यह सब हमारी और आपकी जेब काटकर किया जा रहा है …. । इसीलिए मैंने कई बार लिखा है कि अगर सरकार बेईमान हो तो फ़िर निजीकरण आम जनता के साथ लूट करने का सबसे बड़ा ज़रिया बन जाता है । IRCTC और Paytm की यही कहानी है ।
अगर ग्राहक से ज़्यादा पैसे लेने ही हैं तो सरकार की कम्पनी IRCTC या ख़ुद सरकार ले लेकिन निज़ी कम्पनियों से ज़बर्दस्ती जनता को क्यूँ लुटवाना ..? जैसे इस टिकट में 127 ₹ GST, 35.40 ₹ की IRCTC कन्वीनिएँस फ़ीस दी वैसे ही 100 ₹ भी राष्ट्रहित में ख़ुशी ख़ुशी सरकार को दे देते लेकिन Paytm को क्यूँ ..?
कुछ चुनिंदा प्रतिक्रियाएँ देखें-
PC Rath ये स्थिति करीब 2 वर्षो से IRCTc की साइट्स में की गई है , सरकारी मिलीभगत से लूट का एक और उदाहरण, मोदी टैक्स
Prabhat vidyarthi अभी कुछ दिनो पूर्व मुझे भी एक शादी में गाजियाबाद जाने के लिए ट्रेन में रिजर्वेशन कराना पडा़ था और तब भी आईआरटीसी की वेबसाइट पर बार बार प्रयास करने पर भी सफल न हो पाने पर मुझे पेटीएम पर जाकर रिजर्वेशन लेना पडा़ था और मेरी बेटी के साथ भी ऐसा ही हुआ था ,जिससे इस आशंका की पुष्टि होती है कि जानबूझ कर आम जनता की जेब की कीमत पर पेटीएम को कमवाई करायी जा रही है।
Chandrashekhar chauhan Paytm के जरिये लूट ये देखकर लगता है कि सरकारी तंत्र और निजी कंपनी के बीच का भ्रष्टाचार पनप रहा है और इस भ्रटाचार का एक हिस्सा वर्तमान सरकार के जिम्मेदारों के जेब मे भी जाता दिख रहा है इसे सरकारी भ्रष्टाचार कहें तो ज्यादा सही है
Laxman singh dev मैं ऐसे ही एक टॉपिक पर rti कर चुका हूं।रेलवे की ऑफिशियल वेब साईट पर pnr स्टेटस पतां करने के लिए कैप्चा डालना पड़ता है जबकि प्राइवेट वेबसाइट पर तुरन्त स्टेटस पतां चल जाता है।मैंने डायरेक्ट सवाल पूछा कि निजी खिलाड़ियों को ये छूट क्यों? आज तक जवाब नही आया।
Himanshu joshi मोबाइल में वेब खोलेंगे तब यह समस्या और विकराल रूप धारण कर लेती है. रेलवे वाले हफ्ते भर बाद पैसा लौटते हैं,मेरा तो इस बार वापस ही नही आया शायद. एक और बात पेटीएम वाले ठग हैं, इनकी जालसाजों से मिलीभगत है. मेरे पास इसके सबूत भी हैं, कभी समय मिलने पर एक रिपार्ट इस पर लिखुंगा.
Nawab shahid मेरे साथ हमेशा होता है। लॉग इन कर के पुरा डिटेल्स भर देते हैं, बाद मे रिफ्रेश हो के फिर से लॉग इन पेज पे आ जाता है। इसमे सब से ज्यादा तत्काल टिकट के समय प्रॉब्लम होता है। कल मेरा भाई का मैं तत्काल टिकट निकाल रहा था सब डिटेल्स भर दिया पैमेंट् प्रोसेस होने से पहले ही रिफ्रेश हो गया दुबारा लोग इन किया तो देर से लॉग इन हुआ जबतक वेटिंग बताने लगा।
Naeem ansari Paytm पेमेंट गेटवे आया या लाया ही इसीलिए गया है कि इसके जरिये दलाली कमीशन खोरी की जाए । आप सिर्फ IRCTC ही नही किसी अन्य सरकारी ऑनलाइन में भी पेमेंट गेटवे का प्रॉब्लम पाएंगे यह सुनियोजित है । mpforest में सफारी बुकिंग 3 बार फैल होने के बाद paytm गेटवे से एक ही बार मे बुकिंग कन्फर्म हुई है।
Brijesh Kumar Singh
December 4, 2021 at 6:12 pm
पूरी तरह सहमत हूं
Hem
December 4, 2021 at 9:59 pm
ये हरामखोरी की पराकाष्छा है. यही हाल थर्ड पार्टी “कंफर्म टिकट” के साथ भी है. जब पैमेंट करो तब आप तरीके से ठगे जा चुके होते हैं! अभी तीन दिन पहले इटारसी से खंडवा का टिकट एजेंट से कराया, 50/- रि. एजेंट को चारेज दिया और 22 रु. जीएसटी. टिकट 8 की वेटिंग थी जो लास्ट तक कंफरेम नही हुई. रिटर्न में मुझे मात्र 45/- मिले!
सुनीत कुलश्रेष्ठ आलोक
December 4, 2021 at 10:27 pm
यह जो प्रॉब्लम है आईआरसीटीसी वाली जैसा कि आपके आलेख से पता चलता है मैं रेगुलर टूर पर रहता हूं इस को अच्छी तरह समझ सकता हूं।
आपको इसका एक समाधान बताता हूं आईआरसीटीसी की ऑफिशियल ऐप से बुकिंग करिए तुरंत टिकट बुक होगा परंतु ध्यान रखिए उस मोबाइल में पेटीएम का ऐप नहीं हुआ।
यदि एक ही मोबाइल में पेटीएम और आईआरसीटीसी का ऐप होगा तो आपके बताए हुए आलेख वाली समस्या जरूर उत्पन्न होगी या हो सकती है।