दैनिक जागरण के बहराइच एडिशन में एक खबर प्रमुखता से छपी है। इसका शीर्षक है ‘गुरविंदर की बेटी को व्हाट्सएप नम्बर दे गई प्रियंका’।
तथ्य ये है कि गुरविंदर की शादी ही नहीं हुई थी। उसकी उम्र 18-19 साल थी। दैनिक जागरण ने जाने कहां से उसकी बेटी को पैदा कर दिया और उसकी उम्र भी 19 साल की है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गुरविंदर की उम्र 18 साल दर्शाया गया है। आप भी गौर फरमाएं। बताया जा रहा है कि इस खबर की खोज दैनिक जागरण बहराइच के जिला प्रभारी मुकेश पांडेय ने की है। पांडेय जी ने इस खबर पर बाकायदा बाइलाइन ली है।
किसान आंदोलन में शहीद हुए गुरुविंदर की जागरण ने छापी झूठी खबर
लखीमपुर कांड में बहराइच के दो किसानों की मौत हो गई थी जिसमें 19 साल का नवयुवक गुरुविंदर भी शामिल था। इस नवजवान की अभी शादी भी नहीं हुई थी। इसके परिवार वालों का यह आरोप है कि मृतक के सर में गोली मारी गई जिससे उसकी मौत हुई लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट गोली की पुष्टि नहीं हुई इसलिए परिवार वालों ने दोबारा पोस्टमार्टम कराया फिर भी पुष्टि नहीं लेकिन अभी भी परिवार इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है कि उनके गोली नहीं मारी गई। इस परिवार के केस इतना संवेदनशील हो गया कि मीडिया से लेकर राज नेताओं तक का अटेंशन इस परिवार पर था।
इस परिवार को लेकर जागरण एक्सक्लुसिव ख़बर छापने के चक्कर में झूठी ख़बर छाप दी। जागरण ने 9 अक्टूबर के बहराइच संस्करण में गुरुविंदर की बेटी को वाट्सएप नंबर दे गईं प्रियंका शीर्षक से एक ख़बर छापी।
जागरण के बहराइच प्रमुख मुकेश पाण्डेय के नाम से छपी इस ख़बर में कहा गया कि महज औपचारिक संवेदना ही नहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने लखीमपुर खीरी के कांड में मृत गुरविंदर सिंह के परिवार से भावनात्मक रिश्ते के तार भी जोड़ गई।
गुरूविंदर की बेटी को आवश्यकता पड़ने पर संवाद के लिए अपना वाट्सएप नंबर तो दिया ही कानूनी लड़ाई के साथ शिक्षा और जीविकोपार्जन में भी सहयोग का वादा किया ऐसा ही उन्होंने नानपारा के बंजारन टाड़ा में दलजीत सिंह के स्वजन को दिया।
इस सम्बंध में जब इस संवाददाता ने मृतक गुरुविंदर के पिता सुखविंदर से बात तो उन्होंने बताया कि मृतक गुरुविंदर सिंह की अभी शादी भी नहीं हुई है और परिवार में किसी दूसरी लड़की को भी नम्बर दिए जाने पर उन्होंने स्पष्ट कुछ नहीं कहा।