मजीठिया साथी पर भोपाल नवदुनिया कार्यालय में जागरण प्रोडक्शन हेड ने किया प्राणघातक हमला, चार आरोपियों पर एफआईआर दर्ज… दैनिक जागरण समाचार पत्र कानपुर समूह की भोपाल स्थित यूनिट नवदुनिया में हैवानियत की सारी हदें पार हो गई हैं। बीस अगस्त दिन मंगलवार को दोपहर डेढ़ बजे भोपाल के गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र स्थित नवदुनिया के प्लांट आफिस पर आईटी विभाग में इंजीनियर के पद पर पदस्थ और स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन एमपी के सदस्य बृजेंद्र बघेल पर कानपुर जागरण से भेजे गए ग्रुप के प्रोडक्शन हेड और सीनियर जनरल मैनेजर सर्वेश कुमार सिंह, इंजीनियर मेंटेनेंस संदीप कुमार सिंह, असिस्टेंट इंजीनियर अखंड प्रताप सिंह व सीनियर एक्जीक्युटिव भोपाल अमित तिवारी ने बृजेंद से मजीठिया का केस लगाने को लेकर गाली-गलौज की।
जब बृजेंद्र ने इसका विरोध किया तो उक्त चारों आरोपियों ने वहां तैनात सुरक्षा गार्ड की मदद से उन्हे घसीटा और लात- घूंसे मारते हुए बृजेंद्र को अंदर केबिन में ले गए। वहां सीनियर जनरल मैनेजर सर्वेश कुमार सिंह ने राड से बृजेंद्र पर प्राणघातक हमला किया। चारों आरोपियों ने मिलकर बृजेंद्र के साथ काफी देर तक बेरहमी से मारपीट की। घटना में बृजेंद्र का दाहिना हाथ और कंधा टूट गया। हमले में उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। मारपीट के बाद उस दौरान वहां मौजूद अन्य साथियों की मदद से जैसे-तैसे कैबिन से बाहर निकालकर डायल-100 को घटना की पूरी जानकारी दी। बाद में उन्हें 108 एम्बुलेंस की मदद से भोपाल के नर्मदा ट्रामा सेंटर में इलाज के लिए पहुंचाया गया। वहां देर रात उनके कंधे और हाथ का आपरेशन किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें अत्यंत गंभीर चोटें आई हैं जिसके कारण लंबे समय तक बृजेंद्र को आराम की सलाह दी गई है।
प्रबंधन की मदद से फरार हुए आरोपी, चारों पर एफआईआर दर्ज
कार्यालय परिसर के अंदर हुए इस प्राणघातक हमले से पूरे समूह के कर्मचारियों में बेहद आक्रोश है। वहीं जागरण मैनेजमेंट का रवैया पूरे मामले में शर्मनाक रहा। घटना के तत्काल बाद स्थानीय प्रबंधन के जिम्मेदारों ने चारों आरोपियों को मौके से फरार करने का इंतजाम किया। देर रात तक प्रबंधन इस जुगत में रहा कि मामले की एफआईआर दर्ज नहीं हो। इसके लिए शाीर्षस्तर तक दबाव बनाया गया। संस्थान के सभी कर्मचारियों और स्टेट वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन एमपी के द्वारा घटना को लेकर चौतरफा कार्रवाई करने के दबाव के बाद मंगलवार देर रात अशोका गार्डन थाने में चारों आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई। सबसे शर्मनाक बात ये रही कि इतना सब कुछ होने के बाद प्रबंधन ने अब तक आरोपियों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की है। इसके विपरीत घटना के चश्मदीद कर्मचारियों को गवाही देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी जा रही है। साथ ही अन्य कर्मचारियों को धमकी दी जा रही है यदि उन्होंने कोर्ट में चल रहे मजीठिया वेतनमान से संबंधित प्रकरण वापस नहीं लिये तो उनका हश्र भी बृजेंद्र की तरह होगा। इस मामले को लेकर गृहमंत्री, पुलिस महानिदेशक, कलेक्टर व सहायक श्रम आयुक्त सहित अन्य सक्षम अधिकारियों से शिकायत की गई है।
मजीठिया मामले की पेशी से रोकने किया प्राणघातक हमला
गौरतलब है कि नवदुनिया भोपाल में आईटी विभाग में पदस्थ इंजीनियर बृजेंद्र बघेल का भोपाल श्रम न्यायालय क्रमांक 01 में मजीठिया वेतनमान को लेकर प्रकरण चल रहा है, जिस दिन मंगलवार 20/08/2019 को उन पर हमला हुआ, उसी दिन उनकी मजीठिया मामले की पेशी भोपाल श्रम न्यायालय क्रमांक 01 में थी। वे पेशी पर जाने की तैयारी में थे लेकिन इसके पूर्व ही उन्हें फोन कर एमपी नगर कार्यालय से गोविंदपुरा स्थित प्लांट पर तत्काल आने के निर्देश दिए गए। बृजेंद्र के वहां पहुंचने के बाद साजिशन उन पर प्राणघातक हमला किया गया। इस पूरे प्रकरण को माननीय न्यायालय के संज्ञान में लाया गया है, जिस पर पीठासीन अधिकारी ने भी सख्त नाराजगी जाहिर की है।
सुरक्षा को लेकर कर्मचारी आशंकित, पत्रकारों ने की निंदा, भास्कर में प्रकाशित हुई खबर
संस्थान के कार्यालय परिसर में हुई इस अमानवीय घटना के बाद पूरे समूह के कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना है। नवदुनिया/ नईदुनिया के 70 साल के स्वर्णिम इतिहास में इस प्रकार की एक भी घटना सामने नहीं आई लेकिन अब हुई इस घटना से पूरे संस्थान में भय और असुरक्षा का माहौल है। इसे लेकर उच्च प्रबंधन तक कर्मचारियों ने ईमेल के जरिए अपनी चिंताएं जाहिर भी की हैं। वहीं राजधानी भोपाल समेत अन्य क्षेत्रों में कार्यरत पत्रकारों ने भी इस घटना की घोर निंदा की है और दोषियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। घटना की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अमूमन एक समाचार पत्र में हाने वाली किसी घटना या वारदात की खबर किसी दूसरे समाचार पत्र में नहीं छपती है, लेकिन दैनिक भास्कर भोपाल संस्करण में इस घटना की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया है।
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Lokesh Shrivastav
August 22, 2019 at 11:52 pm
क्या यह दैनिक जागरण कानपुर समूह से संबंधित है ?यदि हां तो मैं बहुत बड़ा रहस्योद्घाटन करूंगा.