महासचिव, उपाध्यक्ष और 2 संयुक्त सचिव दे चुके हैं पद से इस्तीफा, आम सभा की मीटिंग बुलाने के लिए चलाया जा रहा है हस्ताक्षर अभियान
रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर प्रेस क्लब में इन दिनों हस्ताक्षर अभियान की चर्चा है। तत्कालीन मध्य प्रदेश में सबसे पहले इंदौर फिर रायपुर में स्थापित प्रेस क्लब की देशभर में पहचान है। क्लब की परंपरा और कार्यों के सुचारू संपादन के लिए बाकायदा एक निश्चित कार्यकाल के लिए पदाधिकारियों का चुनाव होता है।
रायपुर प्रेस क्लब के संविधान के अनुरूप क्लब सदस्य बाकायदा मतदान के द्वारा 1 वर्ष के लिए पदाधिकारियों को निर्वाचित करते हैं। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष समेत दो संयुक्त सचिव पद के लिए चुनावी प्रक्रिया क्लब के नियमों के मुताबिक अपनाई जाती है।
वर्ष 2017-18 के लिए निर्वाचित बॉडी का कार्यकाल समाप्त हुए 6 माह से अधिक बीत चुके हैं। नैतिकता के आधार पर कार्यकाल समाप्ति के एक दिन पूर्व ही महासचिव प्रशांत दुबे, उपाध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर, संयुक्त सचिव अंकिता शर्मा और गौरव शर्मा ने पद से इस्तीफा दे दिया था।
एक साल के कार्यकाल के दौरान ही निर्वाचित पदाधिकारियों को सामान्य सभा समेत चुनावी प्रक्रिया भी अपना ली जानी चाहिए थी। परंतु बिना सदस्यों की अनुमति और सामान्य सभा या आम सभा बुलवाए अकेले ही अघोषित अध्यक्ष के तौर पर दामु अंबाडारे और कोषाध्यक्ष शगुफ्ता शिरीन पद पर बनी हुई हैं।
बता दें कि अगर किन्हीं कारणों से कार्यकाल विस्तारित भी करना है तो नियमतया क्लब के सभी सदस्यों की बैठक में सर्वसम्मति से ही पदाधिकारियों की पूरी कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ाया जाता है। लेकिन 6 माह बाद भी रायपुर प्रेस क्लब की आय-व्यय और अन्य कार्यों का संचालन अवैधानिक तौर पर संचालित हो रहा है।
सामान्य सभा में पूर्व कार्यकाल पर फैसला लेने के लिए ही रायपुर प्रेस क्लब के सदस्यों के बीच हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है। अब तक सामान्य सभा बुलाने और क्लब का संचालन विधिवत कराने के लिए 250 से ज्यादा सदस्यों ने सहमति दे दी है।
बहुत जल्द कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी अध्यक्ष पद पर काबिज दामू अंबाडारे और कोषाध्यक्ष शगुफ्ता शिरीन से सदस्य सामान्य सभा में उनके सभी फैसलों और कार्यों पर सवाल करेंगे। अगर संतुष्ट हुए तो सभी सद्स्यों की रायशुमारी के बाद ही पूर्व कार्यकाल को एक्सटेंशन या फिर नए सिरे से चुनाव कराने तक हाई पॉवर कमेटी गठित कर क्लब के कार्यों का सुचारु संचालन करने का निर्णय लिया जाएगा।