Yashwant Singh : अजीत अंजुम ‘इंडिया टीवी’ चैनल में मैनेजिंग एडिटर हैं. इनकी एक प्यारी सी बिटिया है. नाम है- जिया. लगभग साढ़े आठ साल की होंगी. एक रोज यूं ही जिया ने अपने पापा से बातचीत के दौरान केजरीवाल और मोदी को लेकर जिक्र किया. अजीत अंजुम के भीतर का पत्रकार जगा और उन्होंने जिया से सहज भाव से बातचीत करते हुए सब कुछ मोबाइल में रिकार्ड कर लिया. जिया की मम्मी हैं गीताश्री जो खुद जानी-मानी महिला पत्रकार हैं. पत्रकार मां-पिता की बिटिया होने से उन्हें घर में बहस और विचार का माहौल मिलेगा ही. और, इस माहौल में अगर बच्चा अपनी कोई ओपीनियन बनाए तो वह सुनने जानने लायक होगा.
इस वीडियो में जिया ने कितने प्यार से बताया कि मोदी खुद का टीवी में विज्ञापन चलवा चलवा कर वोट पाए हैं. मोदी और केजरीवाल में से किसी एक के चुनने के सवाल पर जिया पहले तो दोनों को अच्छा बताती है, साथ ही यह भी कहती है कि किसी एक को अच्छा कहूंगी तो दूसरा बुरा मान जाएगा. लेकिन जब पपा अजीत अंजुम ने उनसे कहा कि आप एक पर राय बनाइए और बताइए तो जिया ने केजरीवाल का नाम लिया और केजरीवाल को चुनने का कारण बताया. जरूर देखने लायक वीडियो है. राजनीतिक रूप से हम किसी से सहमत या असहमत हो सकते हैं लेकिन इस वीडियो में जो खास बात देखने समझने लायक है वह एक बच्ची का मनोविज्ञान. वह राजनीतिक रूप से अपने हम उम्र बच्चों से काफी सचेत है. उसकी पूरी बातचीत इन्नोसेंस से भरी पड़ी है. वीडियो देख कर मैं तो यही कह उठा कि पुत्री के पांव पालने में दिख रहे हैं. यानि ये बिटिया पक्का एक दिन मां-पिता और देश-समाज का नाम रोशन करेगी. लव यू जिया. हजारों साल जियो.
वीडियो देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…
https://www.youtube.com/watch?v=X7FG3Y58QM4
भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह के फेसबुक वॉल से.
उपरोक्त स्टेटस / वीडियो पर वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह की टिप्पणी कुछ यूं है… Sanjaya Kumar Singh : अच्छे जवाब के लिए अजीत ने जिया को गुड कहा है। अच्छे आईडिया के लिए अजीत भी गुड कहलाने के पात्र हैं। वाकई पॉलिटिकली काफी जागरूक है जिया।
rajkumar
December 29, 2014 at 1:30 pm
BOE PED BABUL KA AAM KANHA SE HOY
महेन्द्र श्रीवास्तव
December 30, 2014 at 7:47 am
बिटिया को ढेर सारा दुलार !
लेकिन सच्चाई ये है कि भाई अजित ने अपने दिल की बात कहने के लिए बिटिया का सहारा लिया है, मुझे ऐसा लगता है। वजह जहां पर वो हैं, मोदी के लिए कुछ नहीं कह सकते ।
इमरान खान
December 31, 2014 at 7:46 am
बच्चे के बोल भगवान के बोल होते हैं …मोदी के जीत का सच अब बच्चे बच्चे भी जान गये हैं …..लेकिन सच्चाई नही छुपती हैं ,केजरीवाल ने बच्चो के दिल में भी जगह बना ली हैं …इससे बड़ी जीत केजरीवाल के लिए क्या होगी …….
Ishwar singh
December 31, 2014 at 10:49 am
AK is the realy best option in this situtation.
santosh singh
January 1, 2015 at 4:01 am
BACHCHE MAN KE SACHCHE.RIYA IS A GOOD SAY ABOUT MODI AND KAJRI.
सुरेन्द्र जोशी
January 1, 2015 at 8:37 am
वाकई……जिया ने जिस संजीदगी के साथ अंजुम सर के सवालो का जवाब दिया है उससे लगता है अपने पत्रकार माता पिता की तर्ज पर बेटी भी एक दिन इस देश के महान पत्रकारो की सूची में सर्वोपरि होगी…..जिओ जिया…..
महेंद्र अवधेश
January 3, 2015 at 8:50 am
शाबाश जिया ! बच्चे मन के सच्चे होते हैं। उनके मुंह से सिर्फ सच निकलता है। यह हो सकता है कि हम उससे खुद को सहमत कर पाएं या नहीं।
loon karan chhajer
January 31, 2015 at 2:26 pm
बच्चे मन के सच्चे व भगवान का रूप होता है ,भगवन का निर्णय गलत नहीं होगा