बंगलौर। 2 मार्च, 2011 को शहर के सिविल कोर्ट में पत्रकारों और वकीलों के बीच हुई भिड़ंत की जांच कर रही सीबीआई ने हाई कोर्ट को बताया है कि उसकी जांच अंतिम चरणों में है और महीने के अंत तक वो रिपोर्ट पेश कर देगी।
जस्टिस वैद्यनाथन आयोग द्वारा दायर एक वादकालीन आवेदन-पत्र पर हो रही सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील ने कहा कि जांच अंतिम चरणों में है और रिपोर्ट 27 अगस्त से पहले जमा कर दी जाएगी।
इस बीच आयोग और राज्य सरकार ने भी याचिका दायर कर जांच जल्द ख़त्म करने और रिपोर्ट सौंपने की मांग की थी। आयोग का कहना था कि उसका कार्यकाल सितंबर में ख़त्म हो रहा है और उसे राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपनी है। इसलिए उसके रिपोर्ट सौंपने पर लगी रोक को हटाया जाए। लेकिन जस्टिस एएस बोपन्ना ने रोक हटाने इंकार करते हुए कहा कि जांच आयोग को किसी भी रूप में रिपोर्ट सौंपने की अनुमति नहीं दी जा सकती, कोर्ट के पूर्व आदेश में कोई भी बदलाव नहीं किया जाएगा।
तत्कालीन राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए वैद्यनाथन आयोग को नियुक्ति किया था। लेकिन एडवोकेट्स एसोसिएसन बंगलौर(एएबी) ने सुप्रीम कोर्ट से सीबीआई जांच की मांग की थी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद घटना की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी।
इसके बाद एएबी ने एक अन्य याचिका दायर कर आयोग की नियुक्ति को चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते वैद्यनाथन आयोग के सरकार को रिपोर्ट सौंपने पर रोक लगा दी थी।
शमीम इकबाल
August 7, 2014 at 6:59 am
वकील समुदाय कानून से न्याय दिलाने वाला पर हिंसा पर कई बार अमादा हो जाता है /इस तरह के मामलो की तह में जाकर रास्ता निकला जाये