अजय कुमार, लखनऊ
लखनऊ। कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड, देवबंद और तमाम मुस्लिम उलेमाओं की अपील के बाद मस्जिदों में नमाज का सिलसिला थमता जा रहा है। लोग घरों में ही इबादत कर रहे हैं। आज जुम्मे की नमाज के दिन भी नमाजियों ने मस्जिदों से दूरी बनाए रखकर साफ संकेत दे दिया कि मुसीबत की इस घड़ी में वह भी देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार हैं। जुम्मे की नमाज शुरू होने से पहले लखनऊ सहित प्रदेश की तमाम आम और खास मस्जिदों से भी एलान किया गया कि नमाजी जुम्मे की नमाज अपने-अपने घरों पर ही करें। इस दौरान मस्जिदों में नमाज नहीं होगी।
गौरतलब हो, लखनऊ सहित तमाम जिलों के स्थानीय प्रशासन ने गत दिवस लॉकडाउन व्यवस्थाओं के बीच उलेमाओं और मौलवियों के साथ बैठके की थीं। जहां प्रशासन को आश्वासन दिया गया कि लोगों को घरों में नमाज अदा करने के लिए कहा जाएगा। मस्जिदों में केवल इमामों और कर्मचारी सहित 5 लोगों से ज्यादा लोग नमाज अदा नहीं करेंगे।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने इस बारे में ट्वीट करते हुए लिखा था,’कोरोना वायरस महामारी के कारण मुसलमानों को मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करने के बजाय घर से जुहर की पेशकश करने की सिफारिश की जाती है। सभी साथी नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए सामूहिक प्रार्थना के लिए बाहर निकलना अनिवार्य नहीं है।’
कोरोना तेजी से भारत में अपने पांव पसार रहा है। केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन के बाद भी देश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। इसको देखते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमानों को जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में न जाने की अपील की थी।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से कोरोना वायरस के मद्देनजर, मुसलमानों को मस्जिदों में जुमे की नमाज अदा करने के बजाय घर पर जुहर देने की अपील की गई थी। बोर्ड का कहना था कि एक साथ की जाने वाली प्रार्थनाओं के लिए बाहर मत निकले और घरों में ही रहें। अपने साथी नागरिकों को कोरोना वायरस के खतरे से बचाने के लिए यह कदम बहुत जरूरी है। यह कहते हुए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमानों को जुमे की नमाज के लिए मस्जिदों में न जाने की अपील की थी।
गौरतलब हो कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए मंदिर, चर्च और गुरुद्वारों में पहले ही पूजा-अर्चना और अरदास बंद कर दिए गए थे। नवरात्र में भी मां देवी के भक्त घरों में रहकर ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
Vishal
March 28, 2020 at 2:13 am
Abe chutiye ye koi khabar hai..