Connect with us

Hi, what are you looking for?

उत्तराखंड

दहेज के लिए मारी गई पत्रकार किरन को न्याय मिलता दिख नहीं रहा

25 सितंबर 2015 को देहरादून निवासी पत्रकार किरन की दहेज के कारण हत्या कर दी गई थी। दबंग परिवार वालों तथा एक बड़े अधिकारी के सहयोग के कारण पुलिस किरन की दहेज हत्या को  आत्महत्या में बदल रही थी। शुरू में डालनवाला पुलिस का रवैया भी आरोपियों की मददगार का रहा। पुलिस की हीलाहवाली के कारण दहेज हत्या के आरोपी किरन का पति राबिन जोशी व मामले में संलिप्त उसके परिवार के सदस्य भागने में कामयाब रहे।

25 सितंबर 2015 को देहरादून निवासी पत्रकार किरन की दहेज के कारण हत्या कर दी गई थी। दबंग परिवार वालों तथा एक बड़े अधिकारी के सहयोग के कारण पुलिस किरन की दहेज हत्या को  आत्महत्या में बदल रही थी। शुरू में डालनवाला पुलिस का रवैया भी आरोपियों की मददगार का रहा। पुलिस की हीलाहवाली के कारण दहेज हत्या के आरोपी किरन का पति राबिन जोशी व मामले में संलिप्त उसके परिवार के सदस्य भागने में कामयाब रहे।

जब मामला मीडिया में उछला तो नाटकीय ढंग से पुलिस ने राबिन को गिरफ्तार कर लिया। जबकि अन्य संलिप्त अपराधी भागने में कामयाब रहे। अभी भी पुलिसिया रवैया ढीला है। इसको देखते हुए लगता है कि पत्रकार किरन को कभी भी न्याय नहीं मिल पाएगा। पत्रकार किरन की मौत को लेकर एक स्टोरी ‘पहल’ मैगजीन में प्रकाशित हुई है। इसके साथ ही उम्मीद करता हूं कि पत्रकारों को न्याय दिलाने वाला भारत का सबसे बड़ा मंच किरन को मामले को पूरे देश के पत्रकारों को पहुंचाएगा। हमारे इस प्रयास से शायद पत्रकार किरन को न्याय मिल सके। उम्मीद है कि आप पत्रकार किरन की घटना को पूरे देश के पत्रकारों से रू-ब-रू कराएंगे। हमारा ये प्रयास दहेज की शिकार हुई पत्रकार किरन को शायद न्याय दिला सके।

Advertisement. Scroll to continue reading.

एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित. पहल मैग्जीन में प्रकाशित किरन की पूरी कथा पढ़ने के लिए नीचे लिखे Next पर क्लिक करें>>

Advertisement. Scroll to continue reading.

Pages: 1 2

Click to comment

0 Comments

  1. मोहन कुमार

    October 21, 2015 at 7:43 am

    घटना पढ़ने के बाद लगा कि पत्रकार ही जब अपराध के शिकार होंगे तो देश का क्या होगा। इसके साथ ऐसे दहेज लोभियों के प्रति क्षोभ भी उत्पन्न हो रहा है। ऐसे दहेज लोभियों को फांसी से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए। मैं देश के सभी पत्रकारों से इस मुद्दे को उठाने के लिए अनुरोध करता हूं। साथ ही उत्तराखंड की रावत सरकार देवभूमि में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई का अनुरोध करता हूं। किरन को न्याय मिल सके इसके लिए पत्रकारों को एकजुट होना होगा।

  2. Suraj Raj

    October 21, 2015 at 8:25 am

    Is ghatna ne sahi me is baat ko dubara se logon ko sochne par majbur kadiya hai ki hamare samaj me yah abhishap kabhi khatm nahi hone wala hai lekin jab tak ham log is prtha ke khilaf nahi khade honge tab tak yah kuprtha desh ki betiyon ko iski aag me yunhi jalna padega to plz isko badne mat do …… meri sabhi logon ko se request hai ki is post ko itna failao ki inasaaf bhi khud ba ho is beti ke saath bhi aur hamari fir se na dohrai jaye thanks. or ek baat is patrika ka me purana pathak hun aur yah patrika hamesha desh ki sabhi jawalant mudhon ko badi hi sajta aur jordaar tarike se likhe jaate hain. kash ke desh me bhada4media aur pahal a milestone jaisi soch ke do chaar aur media is desh me ho to ham log bahut kuch khone se bach sakte hai. Thanks

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement