Vineet Kumar : जूते तो केजरीवाल पर फेंके गए लेकिन पिट गए दर्जनभर से भी ज़्यादा न्यूज़ चैनल. एक भी चैनल के पास जूते फेंकनेवाले की फ्रंट से तस्वीर नहीं है. साभार, इंडियन एक्सप्रेस लिखकर तस्वीर इस्तेमाल करनी पड़ रही है. आप सोचिये, न्यूज़ चैनलों के पल-पल की खबर, सबसे तेज जैसे दावे कितने खोखले हैं. लाइव में भी प्रिंट से साभार कंटेंट इस्तेमाल करने की ज़रुरत पड़ जाए, न्यूज़ चैनल के लिए इससे ज़्यादा बुरा क्या हो सकता है? अब लूप की दालमखनी इसी फ्रंट स्टिल के बूते बन रही है..
Mukesh Kumar : पहले उन्हें केजरीवाल के नाम से ही चिढ़ रहती थी। उनका ज़िक्र आते ही मुँह कसैला हो जाता था। उन्हें लगता था कि एक टुटपुंजिया उनके साहब को चुनौती देता रहता है। इसके बाद अब कन्हैया आ गया है। उसके नाम से भी वह उसी तरह चिढते हैं। उसी तरह गरियाते रहते हैं, खोज-खोजकर दोष गिनाते रहते हैं। लेकिन फिर भी दोनों सरपट आगे बढ़े चले जा रहे हैं। अब खिसियाया आदमी जूता नहीं फेंकेगा या फिंकवाएगा तो क्या करेगा? हाँ, कभी-कभी स्याही भी फेंक देता है-फॉर ए चेंज।
Rajiv Nayan Bahuguna : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर जब जब कोई जूता, थप्पड़ या स्याही का प्रहार होता है, तो कई ओर से करतल ध्वनि गूँज उठती है, मानो केजरीवाल ही देश की राजनीति के सबसे बड़े विलेन हों. दरअसल यह संकेत है कि देश की राजनीति किस तरह कलुषित हो चुकी है. ताम झाम से यथासंभव दूर रह, अपने वायदों की कसौटी पर खरा उतरने का प्रयास करता हुया एक राजपुरुष, किस तरह चौतरफा असह्य हो जाता है, इसका भी सबूत केजरीवाल हैं. उन्होंने राजनीति के गतानुगतिक प्रवाह के विरुद्ध तैरने का बीड़ा उठाया है, तो ये सारी आपदाएं उन्हें झेलनी ही हैं, लेकिन ध्यान रहे कि केजरीवाल पर उछलने वाला हर जूता लोक उन्मुख राजनीति की पवित्र शुरुआत पर उछल रहा है. केजरीवाल की परम्परा नष्ट हुयी, तो राजनीति में जूता, स्याही, पत्थर और डंडे की भाषा ही प्रमुख होगी.
मीडिया एक्टिविस्ट विनीत कुमार, मुकेश कुमार और राजीव नयन बहुगुणा के फेसबुक वॉल से.
wahid khan
April 9, 2016 at 5:32 pm
Hi
n p s
April 10, 2016 at 9:34 am
kejri juta fikwane ka drama kyo krva rahe h. jute fakne wale inki party k mla ban gaye h. juta bhi inpr ink party k hi worker fekte h. shyad vo b mla ki line m h. agle election m kejri inko bhi ticket denge kya. vo b shyad cm sai pm bane ka totka kr rahe h kyoki juta fiwane pr vo cm ore vo mla ban gaye. yahi h juta fikwane ore shyahi fiwane ka rahsy. rjd k bh ak neta ne juta feka tha netao pr. ye do dal ha jo juto ki chara ki rajneti karte h. ink pas constrectv karne ko kuch nahi h. arop ore juata hi inki rajneti h shyad.