पत्रकार की कोई अहमियत और भूमिका नहीं रही आज के दौर में. कई बड़े पूंजी पति आज के समय बड़े बड़े मीडिया संस्थान सिर्फ अपने फ़ायदे के लिए खोलते हैं. उनका समाज के प्रति कोई सरोकार नहीं होता. कुछ सिर्फ पैसा डबल करने आते हैं. उनको इस फील्ड का कुछ नहीं पता होता. लेकिन इन सभी परिस्थिति में कोई टूटता और बिखरता है तो वह है एक पत्रकार. यह नए और पुराने सभी के साथ होता है. उनके सपने और समय को ख़राब करने का पूरा श्रेय इन लोगों को जाता है.
करीबन एक साल पहले की बात है. 2019 का अंतिम चरण था. एक नए मीडिया संस्थान के बारे में सुना कि वह लॉन्च हो रहा है. सीखने की ललक थी. जॉब भी बदलनी थी. सोचा कुछ बेहतर होगा. पर मेरे इस निर्णय ने 2020 का साल पूरा खराब कर दिया.
खबर इंडिया नाम के चैनल को लॉन्च होने की सुनते ही मैं पहुँचा और मेरा सिलेक्शन हो गया. इसके मालिक सुनील लोठ हैं जो अपने आप को मध्यप्रदेश के बताते हैं. उस समय उनके Editor in chief थे मिस्टर बेग जो अपने आप को लखनऊ के बताते थे. इनकी शुरुआत काफी जोरों से हुई. नए बच्चे रखे गए. तनख्वाहें बताई गईं. सपने दिखाए गए. पर मिला तो सिर्फ धोखा.
कई बच्चों के भविष्य के साथ खलने वाले इन महान फ्रॉडों ने 5 महीने तक काम कराया. उसके बाद एक रुपया तक जेब से नहीं दिया. समय बीतता गया. बच्चे निराश और हताश हो गए. मुझे इनकी परेशानी अपनी परेशानी से बड़ी नज़र आती थी. धीरे धीरे सब काम छोड़ते चले गए. मेरी भी सैलरी रुकती गई. वक़्त के साथ मैंने भी छोड़ दिया.
अब जब भी फोन पर मालिक से बात होती है तो मालिक कहता है कि सेलरी दे दूँगा, दिल्ली आ जाने दो. पर यह सिलसिला एक साल से चल रहा है. सभी recording और प्रूफ़ है मेरे पास. लेकिन अब वक़्त है इसको सबके सामने लाने का. अब इस इंसान ने फोन उठाना तक बंद कर दिया है. कोई जवाब तक नहीं देता.
खबर इंडिया के HR खुशबू से बात करो तो वह कहती है मुझे नहीं पता चाचा से बात करो. अभी यह किसी एयरलाइन्स में काम कर रही है. जो भी इस पोस्ट को पढ़ रहा हो कृप्या हमारी मदद करे. ये लोग पूरी तरह सक्रिय हैं और मध्य प्रदेश में चैनल चला रहे हैं. इस पोस्ट का मकसद सिर्फ आप सभी को आगाह करना है. ऎसे लोगों से बच कर कार्य करें. ये लोग इस प्लेटफॉर्म के लिए धब्बे के रूप में हैं.
एक पत्रकार
जो हार रहा है…..
संपर्क- [email protected]