हनी ट्रैप मामले की लगातार खबरें छापने वाले इंदौर के लोकस्वामी अखबार के मालिक जीतू सोनी को सबक सिखाने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार ने कमर कसते हुए अपने सारे घोड़े खोल दिए हैं. मध्य प्रदेश पुलिस ने जीतू सोनी के होटल, डांस बार और पब में छापेमारी कर 67 औरतें छुड़ाई हैं. अमित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है… उधर, जीतू सोनी की तलाश में टीमें लगाई हैं.
पुलिस ने सांझा लोकस्वामी का ऑफिस भी सील कर दिया है. पुलिस गिरफ्तार अमित सोनी को लेकर जांच के लिए तीसरी बार अखबार कार्यालय पहुंची और दस्तावेजों की जांच की. एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र के अनुसार लोकास्वामी कार्यालय में रखे लॉकरों में कुछ अहम दस्तावेज मिलने की संभावना है जिसके चलते मुख्य आरोपी जीतू सोनी के बेटे अमित को लेकर टीम वहां पहुंची और जांच की.
पुलिस का कहना है कि आरोपी के घर से पुलिस को हनी ट्रैप कांड से जुड़े दस्तावेज, पेन ड्राइव, सीडी, 30 से ज्यादा प्लॉटों, जमीनों की रजिस्ट्री मिली है, जिनकी बाजार कीमत 150 करोड़ से ज्यादा है. रविवार तक चली कार्रवाई के बाद पुलिस ने जीतू सोनी, अमित व अन्य परिजनों पर मानव तस्करी, आईटी एक्ट, आर्म्स एक्ट, प्रतिबंधात्मक और शासकीय कार्य में बाधा के केस दर्ज किए हैं.
पुलिस की इस कार्रवाई पर कई सवाल भी उठाए जा रहे हैं. हनी ट्रैप मामले में लोकस्वामी द्वारा किए गए नए खुलासों के बाद इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया. सवाल यह उठ रहा है कि क्या नेताओं- अफसरों को एक्सपोज होने से बचाने की कोशिश की जा रही है.
ज्ञात हो कि हनी ट्रैप मामले में मध्य प्रदेश के एक पूर्व मंत्री का नाम सामने आया था. साथ ही पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रह चुके एक अधिकारी का नाम भी सामने आया था. इसके अलावा इंदौर नगर निगम के इंजिनियर हरभजन सिंह का नाम भी आया था. कुछ दिन पहले सांझा लोकस्वामी ने इन्हीं तीनों लोगों से जुड़े कुछ वीडियो और ऑडियो रिलीज़ कर दिए. तीन दिन पहले हरभजन का भी वीडियो जारी कर दिया. इसमें हरभजन एक होटल के कमरे में एक लड़की के साथ दिख रहे थे. ऑडियो-वीडियो सामने आने के बाद हरभजन ने पुलिस से सांझा लोकस्वामी के खिलाफ शिकायत की. पुलिस ने छापेमारी की. 12 घंटों तक की छापेमारी में पुलिस ने जीतू सोनी के डांस बार से 67 औरतों और 7 बच्चों को छुड़ाया.
इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्रा ने बताया कि 67 औरतों-लड़कियों और 7 छोटे लड़कों को जीतू सोनी के बार ‘माइ होम’ से छुड़ाया गया है. उन्हें वहां कस्टमर्स को लुभाने के लिए रखा गया था. उन्हें सैलेरी भी नहीं मिलती थी. कस्टमर्स जो टिप्स देते थे, केवल उतना ही उन्हें मिलता था. जीतू सोनी का बेटा अमित सोनी बार को मैनेज करता था. दोनों के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 370 के तहत केस दर्ज कर लिया गया. जीतू अभी फरार है. इसके अलावा पुलिस को जीतू के घर से 36 जिंदा और 6 इस्तेमाल किए हुए कारतूस भी मिले. रुचि वर्धन ने बताया कि जिन औरतों-लड़कियों को छुड़ाया गया है, वो डांस बार के टॉप फ्लोर में छोटे से कमरे में रहती थीं. ज्यादातर महिलाएं असम और पश्चिम बंगाल की हैं. उन्हें बाहर निकलने की भी परमिशन नहीं थी. साल में केवल एक बार ही वो महिलाएं अपने घर जा सकती थीं. उनसे बार में अश्लील डांस करवाया जाता था.
जीतू सोनी को पकड़ने के लिए पुलिस ने 6 टीम बनाई है. 10 हज़ार रुपए का इनाम रखा है. इस बात का पता लगाने की कोशिश हो रही है कि ये सारे वीडियो और ऑडियो सांझा लोकस्वामी के पास कैसे पहुंचे. जीतू सोनी के बेटे अमित सोनी को मानव तस्करी के केस में पलासिया पुलिस ने कोर्ट पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है. इसके साथ ही माय होम के फरार मैनेजर जे वरदप्रसाद राव को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने नगर निगम के सस्पेंड इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर यह कार्रवाई करने की बात कही थी.
सोमवार को मप्र हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में हनी ट्रैप मामले में दायर जनहित याचिका पर भी सुनवाई हुई. याचिकाकर्ता दिग्विजयसिंह के वकील मनोहर दलाल ने कोर्ट में प्रस्तुत सीडी रिकॉर्ड पर लेने के साथ मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की. वहीं हनी ट्रैप मामले में फरियादी हरभजन सिंह के वकील अविनाश सिरपुरकर ने मामले के संबंध में प्रकाशित होने वाले समाचारों के साथ ही सामने आ रहे ऑडियो-वीडियो पर रोक लगाने की मांग की. सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है.
एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के मुताबिक होटल माय होम में की कई छापेमारी के दौरान पुलिस को 67 युवतियां मिलीं थी, जिन्हें बंधक बनाकर जिस्मफरोशी करवाने का शक है. यह सभी युवतियां काफी डरी हुई है. इन्हें अमानवीय तरीके से माय होम में रखा गया था. कमरों में कई सारे पलंग लगे थे जिनके मध्य पर्दे लगे थे जहां इन युवतियों को रहना पड़ रहा था. एसएसपी के अनुसार पकड़ाई गई लड़कियों की औसत उम्र 20 से 21 साल है, कई लड़कियां नाबालिग नजर आ रही है जिनकी उम्र की जांच की जा रही है. यदि कुछ लड़कियां नाबालिग पाई जाती है तो पॉक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया जाएगा.
पुलिस व प्रशासन के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने रात 10.24 मिनट पर जब माय होम में दबिश दी तो वहां छोटे-छोटे कमरों में चल रहे डांस बार में युवतियों के साथ 7 बच्चे भी थे. सभी को रेस्क्यू कर निकाला. इंदौर हनी ट्रैप का खुलासा करने वाले अखबार के मालिक के एक बार से 67 महिलाएं और 7 बच्चों को छुड़ाया गया है. उसके सभी प्रतिष्ठानों और दफ्तर पर कार्रवाई के बाद अखबार के दफ्तर को सील कर दिया गया है. हालांकि जीतू अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए 6 टीमें गठित करने के अलावा उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
इंदौर पुलिस ने जीतेंद्र सोनी उर्फ जीतू सोनी को पकड़ने के लिए 6 टीम बनाई है. जीतू सोनी उसी अखबार सांझा लोकस्वामी के मालिक हैं जिन्होंने करीब 2 हफ्ते पहले उन 5 महिलाओं के बीच हुई टेलीफोनिक बातचीत का खुलासा किया जो 18 सितंबर को भोपाल और इंदौर में हनीट्रैप मामले में पकड़ी गई थीं.
साथ ही अखबार ने बिना किसी हिचक के एक पूर्व मंत्री और एक पूर्व नौकरशाह का सेक्स वीडियो जारी किया था. वह पूर्व नौकरशाह पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रिंसिपल सेक्रेटरी रहे थे. सोनी के पास हनीट्रैप गैंग की ओर से अधिकारियों और नेताओं को ब्लैकमेल करने से संबंधित 6 वीडियो हैं.
पुलिस ने शनिवार रात जीतू सोनी से जुड़े उसके 4 लोकेशनों होटल, डांस बार, आवास और अखबार के ऑफिस पर छापे मारे थे. पुलिस उस समय हरकत में आई जब इंदौर के एक इंजीनियर हरभजन सिंह ने हनी ट्रैप गैंग की ओर से लगातार ब्लैकमेल किए जाने की शिकायत की. साथ ही इंजीनियर ने यह भी शिकायत दर्ज कराई कि अखबार उनकी आपत्तिजनक तस्वीरों को प्रकाशित करके और सोशल मीडिया पर उनके वीडियो जारी करके उनकी गोपनीयता का उल्लंघन कर रहा है.
करीब 12 घंटे तक चली छापेमारी में पुलिस ने उनके घर से 36 जिंदा कारतूस और छह इस्तेमाल किए गए कारतूसों के अलावा डांस बार से 67 महिलाओं और 7 बच्चों को छुड़ाया था. छापे के बाद एसएसपी ने कहा कि इंदौर के अखबार सांझा लोकस्वामी के मालिक जीतू सोनी जो ‘माई होम’ नाम से एक बार चलाते हैं और इस बार से 67 महिला-लड़कियां और 7 नाबालिग बच्चों को छुड़ाया गया. ग्राहकों को लुभाने के लिए इन्हें रखा गया था और ग्राहकों की ओर से दिए जाने वाले टिप्स के जरिए ही इनका भुगतान होता था.
इंदौर की एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा ने रविवार को बताया था कि छुड़ाई गई 67 महिलाओं को डांस बार के टॉप फ्लोर पर बेहद छोटे कमरे में रखा गया था. ये महिलाएं पश्चिम बंगाल और असल से आई थीं और उन्हें होटल से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी. उन्हें साल में सिर्फ एक बार घर जाने की अनुमति थी, उन्हें अश्लील डांस करने को मजबूर किया जाता था. छापे के बाद एसएसपी रुचिवर्धन ने कहा कि इन लोगों को न तो सैलरी मिलती थी और न ही इनका कोई पीपीएफ एकाउंट ही था.
उन्होंने बताया कि जीतू सोनी (जीतेंद्र सोनी), उसके बेटे अमित सोनी और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 370 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है. इन लोगों के खिलाफ हनीट्रैप मामले में आईटी कानून के तहत भी मामला दर्ज किया गया है. जीतू का बेटा अमित सोनी बार का मैनेजर है. एसएसपी रुचिवर्धन ने कहा कि जीतू सोनी के घर से बरामद किए गए जिंदा और इस्तेमाल किए गए कारतूस उस बंदूक की नहीं हैं, जिसके लिए उनके पास लाइसेंस है, इसलिए उन पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. राज्य के डीजीपी वीके सिंह का कहना है कि जीतू सोनी के खिलाफ कार्रवाई कानून के अनुसार थी. इस बात का कोई मतलब नहीं है कि आप कितने शक्तिशाली हैं, अगर आप कुछ भी अवैध करते हैं तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
ANI
Indore SSP, Ruchi Vardhan Mishra: FIR has been registered against Jitu Soni, his son Amit Soni, manager of ‘My Home’ and others under IPC Section 370. Case also registered against them under IT Act (in connection with Indore honey trap matter).
67 women-girls & 7 minor boys were rescued from ‘My Home’ – a bar run by Jitu Soni (owner of Indore’s newspaper Sanjha Lokswami). They were kept there to entice the customers & were paid only through the tips given by them. #MadhyaPradesh
Since the prime accused(Jitu Soni) is still absconding his residence & office were also raided from where electronic devices, 3 safes & live bullets were seized. Role of Amit Soni is being ascertained, further action will be taken against him if found involved.
देखें इंदौर की एसएसपी रुचि की प्रेस कांफ्रेंस-
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