Connect with us

Hi, what are you looking for?

आवाजाही

लोकसभा टीवी में काम करने वाली महिला पत्रकार ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर पत्र लिखा तो बर्खास्त कर दी गई

नीचे वो पत्र दिया जा रहा है जिसे लोकसभा के सेक्रेट्री जनरल को लिखने के कारण लोकसभा टीवी की प्रस्तोता यानि एंकर अर्चना शर्मा चैनल से बर्खास्त कर दी गई. बर्खास्त किया चैनल की सीईओ सीमा गुप्ता ने जो पहले से ही अर्चना को टारगेट की हुईं थी. सीईओ की दबंगई और अनैतिकता की हर कोई निंदा कर रहा है. सीईओ सीमा गुप्ता आए दिन न्यूज रूम में मीडियाकर्मियों को धमकाती रहती हैं. पढ़िए वो पत्र जिसे लिखने के कारण एंकर अर्चना को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. ज्ञात हो कि लोकसभा टीवी में सीईओ के उपर सेक्रेट्री जनरल होता है और उसके उपर लोकसभा अध्यक्ष. अर्चना ने ये पत्र सीईओ से निराश होने के बाद सेक्रेट्री जनरल को लिखा था.

नीचे वो पत्र दिया जा रहा है जिसे लोकसभा के सेक्रेट्री जनरल को लिखने के कारण लोकसभा टीवी की प्रस्तोता यानि एंकर अर्चना शर्मा चैनल से बर्खास्त कर दी गई. बर्खास्त किया चैनल की सीईओ सीमा गुप्ता ने जो पहले से ही अर्चना को टारगेट की हुईं थी. सीईओ की दबंगई और अनैतिकता की हर कोई निंदा कर रहा है. सीईओ सीमा गुप्ता आए दिन न्यूज रूम में मीडियाकर्मियों को धमकाती रहती हैं. पढ़िए वो पत्र जिसे लिखने के कारण एंकर अर्चना को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. ज्ञात हो कि लोकसभा टीवी में सीईओ के उपर सेक्रेट्री जनरल होता है और उसके उपर लोकसभा अध्यक्ष. अर्चना ने ये पत्र सीईओ से निराश होने के बाद सेक्रेट्री जनरल को लिखा था.

विषय- लोकसभा टीवी की महिला कर्मचारियों के रात में काम करने के दौरान सुरक्षा के सन्दर्भ में

Advertisement. Scroll to continue reading.

दिनाँक- 30 /6 /15

महोदय,

Advertisement. Scroll to continue reading.

लोकसभा टीवी में वर्तमान में लगभग 80 कर्मचारी हैं जिसमें लगभग 26 महिला कर्मचारी हैं. चैनल में कामकाज का समय सुबह 7 बजे से लेकर रात 10:00 बजे तक हैं. ऐसे में देर रात में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा बड़ा मुद्दा है. मौजूदा समय में हालात ये है कि कई बार महिला कर्मचारियों को रात में 10:00 बजे की ड्रॉपिंग में अकेले घर जाना पड़ता है. कई बार ऐसी स्थति भी आई है जिसमें ड्रापिंग के दौरान पुरुष सहयोगी रात में होते हैं लेकिन कई बार ऐसा हुआ है कि किसी कारणवश उन्हें जल्दी निकलना हो तो वो ड्रॉपिंग का इंतज़ार नहीं करते जिसकी वजह से कई बार महिला कर्मचारी को रात में अकेले घर जाना पड़ता है. सामान्य तौर पर चैनल में काम-काज प्रातः 7 :00 बजे से लेक रात 9 :00 बजे तक है लेकिन संसद सत्र के वक़्त ये देर रात 10 :00 बजे तक हो जाता है. यानि हमारा लास्ट लाइव शो 9 से 10:00 तक चलता है. ऐसे में वो 10:30 बजे तक ही रात में ड्रॉपिंग लेते हैं.
 
सोचिये अगर कोई भी महिलाकर्मी रात को 10:30 बजे के बाद दफ्तर से निकलती हैं तो लगभग 11:00 बजे से पहले वो अपने घर नही पहुंचेगी. अगर किसी का घर संसद भवन से थोड़ा भी दूर हो जैसे रोहणी तो क्या हालात होंगे.  ये चैनल देश की सबसे सुरक्षित इमारत के अंदर है और उसके बाद भी चैनल की महिला कर्मी खुद को बेहद असुरक्षित महसूस करती हैं. दिल्ली के माहौल से हम सभी अवगत हैं. हमें डर लगता है कि कहीं किसी रोज़ हमारे साथ कोई हादसा न हो जाए. इस असहजता की जानकारी कई बार चैनल प्रमुख को दी गई है लेकिन अभी तक कोई भी सार्थक कदम संस्थान की तरफ से नहीं उठाया गया है. 

हाल ही में चैनल की तरफ से महिलाओं की एक कमेटी बनाई गई जिसकी एक बार ही सभा हुई. उसके बाद भी महिला कर्मियों की ड्यूटी अभी भी रात की पाली में लगाईं जा रही है और हम सभी अपनी नौकरी खोने के डर से रात की पाली में काम कर रहे हैं. फिलहाल लोकसभा टीवी में काम करने वाली महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर कोई लिखित नीति नहीं है. इसके साथ ही संस्थान  (लोक सभा टेलीविज़न) भी महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं ले रहा है. तो क्या हम सभी नियम बनाने के लिए किसी हादसे का इंतज़ार कर रहे हैं, तब कोई नियम बनाया जाए क्योंकि वर्तमान समय में तो महिलाकर्मी की ड्यूटी रात्रि पाली में बिना किसी सुरक्षा इंतज़ाम के सिर्फ भगवान भरोसे लगाई जा रही है. आपसे अनुरोध है कि जल्द से जल्द कोई नियम बनाएं जिससे हम सभी सुरक्षा भरे माहौल में निडर होकर काम कर सकें.  

Advertisement. Scroll to continue reading.

इसके साथ ही मुझे डर है कि अपनी परेशानी आपके सम्मुख रखने की कीमत मुझे अपनी नौकरी खोकर चुकानी पड़ सकती है क्योंकि एक लम्बे समय से चैनल प्रमुख का व्यवहार मेरे प्रति बेहद नकारात्मक हैं क्योकि वो नहीं चाहती हैं कि मैं अपना ये संवाद आपके सम्मुख रखूं. मैं आपके संज्ञान में लाना चाहती हूँ कि मैं पिछले 9 सालों से इस चैनल में बतौर एंकर कार्यरत हूँ. मुझे कई बार मेरे कार्य के लिए पत्रकारिता के प्रतिष्ठित अवार्ड दिए गए हैं. मुझे 2012 में रामनाथ गोयनका मिला है. इसके साथ ही 4 बार लाडली मीडिया अवार्ड. लेकिन उसके उपरान्त भी इस बार मेरा कार्यकाल सिर्फ 4 महीनों के लिए बढ़ाया गया. मेरे पूछने के बाद भी मुझे नहीं बताया गया कि मेरा कार्यकाल 4 महीने क्यों बढ़ाया गया. फिलहाल मेरा कार्यकाल सिर्फ 27 जुलाई 2015 तक ही है. साथ ही ही 29 जून 2015 को मेरा 10% सेलरी इनक्रीमेंट होना है. मुझे नहीं पता है उस सूची में मेरा नाम होगा या नहीं. फिलहाल मैं बेहद मानसिक पीड़ा में हूँ. कृपया मेरी मदद कीजिये.

अर्चना शर्मा
प्रस्तोता
लोकसभा टेलीविज़न
011- 23035286 संसद भवन 

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. indianmedia

    July 29, 2015 at 5:00 pm

    यशवंत जी, मेरे हिसाब से यह लोकसभा सचिवालय को बदनाम करने की साजिश है। अर्चना जी को बताना चाहिए कि किस तारीख को ऐसा हुआ कि रात कि 11 बजे उन्हें अकेले आॅफिस से घर जाना पड़ा? कब उनके साथ कोई पुरूष सहयोगी नहीं गया? अगर ऐसा कभी हुआ ही नहीं तो यह निकाले जाने की असली वजह को दबाने का प्रयास दिखता है।

  2. indianmedia

    July 29, 2015 at 5:05 pm

    अर्चना जी को यह भी बताना चाहिए कि इससे पहले उनका contract केवल 4 महीने के लिए क्यों बढ़ाया गया था?

  3. Monu

    July 29, 2015 at 5:09 pm

    किसी ने बताया कि अर्चना जी को हाल में किसी कुत्ते ने काटा, जिसके इलाज के नाम पर अर्चना जी ने आॅफिस से 2 महीने की छुटटी ले ली। कुत्ता काटने पर 2 महीने की छुटटी। जरा सोचिए!

    इससे पहले भी डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, स्वाइन फलू, बुखार, खांसी सब कुछ होता रहा है। अर्चना जी को स्पष्ट करना चाहिए कि वह इन बीमारियों के नाम पर कितने दिन आफिस से नदारद रही हैं?

  4. Monu

    July 29, 2015 at 5:13 pm

    Agar abhi CEO target ki hui thi to fir saalon pahle bhi archna ka 10% kyon roka gya tha? us samay to ye CEO thi hi nahi! tab kaun target kar raha tha? 😆

  5. monu

    July 29, 2015 at 5:19 pm

    Archna ji plz batayein suna hai ki aap pichle kai saalon se hafte me sirf ek show hi kyon karti thin? Wo bhi kai baar drop ho jaya karta tha? Yani koi kaam hi nahi! Jabki baaki anchor roj ek show karte the! Sunaa hai aapki salary bhi unse doguna thi! Kya ye sach hai?

  6. indianmedia

    July 30, 2015 at 12:47 am

    Mujhe ye to nahi pata ki saalon se job kar rahin archna har roj kitna kaam karti thin? Lekin Mera maanna hai ki Lstv CEO aur administration ko aise staff ke against action lena hi chahiye jo kuch kaam nahi karte. Tabhi channel ke halat aur output sudhar sakega. channel par 24ghante repeat programme hi dikhte rahte hain.

  7. Ram

    July 30, 2015 at 2:51 am

    kuch log jhoot bolne ki atm machien hote hai…….kaam karna nahi sirf bahanebaji karte rathe hai.

  8. शमीम

    July 30, 2015 at 6:04 am

    सीमा गुप्ता के पिट्ठुओं… कुछ तो शर्म करो… या तुम सबने सीमा के तलवे चाटने में पीएचडी करने की ठानी है… अगर अर्चना ने भी वही किया होता जो तुम सब कर रहे हो तो शायद वो बनी होती…बेवकूफों कुछ सोच के लिखा करो, किसी कामचोर को रामनाथ गोयनका और लाडली मीडिया जैसे अवार्ड नही मिलते..

  9. Anurag

    July 30, 2015 at 6:11 am

    Lok Sabha TV main kuch to aise hai jo kaam ki bajay seema ke g hajuri me poora poora din kaat dete hai.. Aur waha anurag dixit type ke log hai jo Lok sabha tv ke naam par Blackmailing aur zameen kabja karne ke aaropo me ghire hone ke baad bhi jame hui hai.. Ye kewal Seema ki daya drishti se hi sambhav hai…
    Bhagwan bachaye aise chamcho se…. Jai ho chamchagiri……

  10. indianmedia

    July 30, 2015 at 7:34 am

    हाहाहा अनुराग जी की बुराई अनुराग जी के नाम से ही! ऐसी गंदगी तो कोई गंदा, झूठा और कामचोर व्यक्ति ही कर सकता है!

  11. ram

    July 30, 2015 at 7:51 am

    archna ji Ko batana chahiye ki unka saalon pahle 10% kyon roka gya tha?

  12. vipin

    July 30, 2015 at 9:37 am

    Lagta hai ke Lok Sabha tv chaplooso ki dukan abn gayi hai… aur waha chaplooso me hod lagi hai ke sabse bada chaploos kaun hai…Kabhi imandari se kaam bhi kar liya karo Nakkaro….

  13. uma shankar

    August 8, 2015 at 9:55 am

    media ke liye yah aam bat hai jab tak ptrkaro ek jut nhi honge tab tak yah khel chalta rhega …..yah to bhut shrm ki bat hai loksbha tv ki mhila ptrkar ko apni smsya ki uthane pr usko sasped kr diya gya rhi surksha ki bat to lok sabha tv ki CEO sima gupta bhi ek mhila adhikari hai unko khud es bat ko smjhana chahiye tha surksha ki bat ……sare adhiniyam to lok sbha or rajy sbha me parit ki jatee hai lekin midiya krmiyo ki surksha ki bat koyi nhi krta hai jab ki lok sbha ki adhyksh sumitra mahajan bhi ek mhila hai unko es mamle pr dhyan dene ke sath hi CEO ke upr sakht kada kdam uthana chahiye……

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement