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लोकायत मैग्जीन में पांच महीने से सेलरी नहीं

लोकायत मैग्जीन में पांच महीने से सेलरी नहीं मिल रही है. इस कारण वहां कार्यरत मीडियाकर्मी बेहद परेशान हैं. मैग्जीन के मालिक एमके तिवारी हैं. इनका साधना न्यूज चैनल में भी हिस्सा बताया जाता है. लोकायत मैग्जीन के संपादक बलराम मलिक नामक कोई सज्जन है जो मालिक के आगे अपने कर्मियों की समस्याओं परेशानियों को नहीं उठाते, सिर्फ और सिर्फ मीडियाकर्मियों से काम करवाने में जुटे रहते हैं.

<p>लोकायत मैग्जीन में पांच महीने से सेलरी नहीं मिल रही है. इस कारण वहां कार्यरत मीडियाकर्मी बेहद परेशान हैं. मैग्जीन के मालिक एमके तिवारी हैं. इनका साधना न्यूज चैनल में भी हिस्सा बताया जाता है. लोकायत मैग्जीन के संपादक बलराम मलिक नामक कोई सज्जन है जो मालिक के आगे अपने कर्मियों की समस्याओं परेशानियों को नहीं उठाते, सिर्फ और सिर्फ मीडियाकर्मियों से काम करवाने में जुटे रहते हैं.</p>

लोकायत मैग्जीन में पांच महीने से सेलरी नहीं मिल रही है. इस कारण वहां कार्यरत मीडियाकर्मी बेहद परेशान हैं. मैग्जीन के मालिक एमके तिवारी हैं. इनका साधना न्यूज चैनल में भी हिस्सा बताया जाता है. लोकायत मैग्जीन के संपादक बलराम मलिक नामक कोई सज्जन है जो मालिक के आगे अपने कर्मियों की समस्याओं परेशानियों को नहीं उठाते, सिर्फ और सिर्फ मीडियाकर्मियों से काम करवाने में जुटे रहते हैं.

भड़ास को एक इस मैग्जीन के एक कर्मी ने बताया कि सेलरी न मिलने से कई लोगों के बच्चों के नाम तक स्कूलों से कट चुके हैं. कुछ ने किराया न दे पाने के कारण फेमिली को गांव भेज दिया है और खुद किसी दोस्त के साथ कोई एक कमरा शेयर करके रह रहे हैं. कुछ कर्मियों ने अब लेबर डिपार्टमेंट में लिखित कंप्लेन देकर मैग्जीन के मालिक को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है.

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0 Comments

  1. rahul

    August 25, 2015 at 11:57 am

    लोकायत की हिंदी और अंग्रेजी पत्रिका के कर्मचारियों को पिछले पांच महीनो से वेतन नहीं मिला है। इस मैगज़ीन का मालिक एम के तिवारी है और संपादक बलराम हैं. संपादक साथ नहीं दे रहा है. बल्कि मालिक से बात करने से डरते हैं। कर्मचारी बेहद तंग हालत में जी रहे हैं। यहाँ करीब १० लोग काम करते हैं।

  2. Gajendra

    August 29, 2015 at 12:16 pm

    सुन कर, पढ़ कर बुरा लगा कि लोकायत ऐसा कर रहा है. पांच महीने से वेतन नहीं, यह तो कुछ ज्यादा ही जुल्म है.

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