टर्नओवर प्रमोशन अंतरिम एरियर और वेतन वृद्धि पर होगी पैनी नजर…. महाराष्ट्र के श्रम आयुक्त से शशिकांत सिंह ने की मुलाक़ात… मुम्बई सहित पूरे महाराष्ट्र के समाचार पत्र प्रबंधन द्वारा मजीठिया मामले में किये गए गड़बड़ झाला की फिर से जाँच के आदेश दिए गए हैं। मुम्बई के तेजतर्रार पत्रकार और आर टी आई कार्यकर्त्ता शशिकांत सिंह ने आज महाराष्ट्र के श्रम आयुक्त श्री किरूरे से उनके बांद्रा स्थित कार्यालय में जाकर मुलाकात की।
शशिकांत सिंह ने श्रम आयुक्त को उनके विभाग में मजीठिया मामले को लेकर की जा रही लापरवाही से अवगत कराया और बताया कि किस तरह श्रम आयुक्त कार्यालय में ना तो किसी समाचार पत्र प्रतिष्ठान का तीन साल का टर्नओवर है न ही प्रमोशन लिस्ट है। शशिकांत सिंह ने आर टी आई की पूरी जानकारी से श्रम आयुक्त को अवगत कराया।
श्रम आयुक्त ने इस मामले में सहायक श्रम आयुक्त (मुम्बई शहर) श्रीमती लोखंडे को निर्देश दिया कि इस मामले से सख्ती से निपटा जाये। श्रीमती लोखंडे ने शशिकांत सिंह को बताया कि टर्नओवर और प्रमोशन की आपकी पुरानी मांग को हम लोगों ने गंभीरता से लिया है और फिर से सभी समाचार पत्र प्रतिष्ठानों की जाँच होगी। इस जाँच में ये भी देखा जाएगा कि वर्ष 2008 से कार्यरत पत्रकारो और गैर पत्रकारो को अंतरिम लाभ मिला है कि नहीं। शशिकांत सिंह ने श्रीमती लोखंडे को अवगत कराया कि कम्पनियो का टर्न ओवर ना होने से पत्रकारो को ये नहीं पता चल पा रहा है कि उनकी कंपनी का ग्रेड क्या है। इससे क्लेम तैयार करने में दिक्कत हो रही है। इस पर लोखंडे ने कहा कि वर्ष 2007-8, 2008-9 और 2009 -10 का टार्न ओवर कम्पनियो को देना ही होगा।
17 (1) और 17 (2) के बारे में पूछे जाने पर श्रीमती लोखंडे ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा इन धाराओ के तहत हमे कार्रवाई का अधिकार मिल चुका है जो पहले हमे नहीं मिला था और हम जल्द ही अपनी एक टीम बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी पत्रकार का अधिकार नहीं मारा जाएगा और माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन होगा।एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्रीमती लोखंडे ने कहा कि क्लेम फ़ार्म जारी हो गया है। जो भी लोग अपने बकाये का क्लेम करे, उसकी एक कॉपी पहले प्रबंधन को भेजे और वहाँ से कार्रवाई ना होने पर ही क्लेम फार्म अपने सम्बंधित श्रम आयुक्त कार्यालय को भेजें।
rahi mk
May 16, 2016 at 8:56 pm
Shashikant ji ko hardik badhai aur shubhkamnayen, jinki wajah se aaj Majithia mamle me jo kuchh bhi ho raha hai,usse malikon aur akhbaar ke anya managers ki bolti bund hone lagi hai….