विजय शंकर सिंह
पीएमओ के ट्वीट और एएनआई की खबर के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आज सर्वदलीय मीटिंग में कहा कि-
“न तो हमारी सीमा में कोई घुसा था, और न ही हमारी चौकी पर किसी ने कब्जा किया था। हमारे 20 जवान शहीद हो गए। जिन्होंने, भारत माता के प्रति ऐसा दुस्साहस किया है, उन्हें सबक सिखाया जाएगा।”
अब इस पर सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि…
● जब कोई अंदर घुसा ही नहीं था और किसी चौकी पर घुसने वाले ने कब्जा तक नहीं किया था,तो फिर विवाद किस बात का क्या था?
● जब विवाद नहीं था तो फिर 6 जून 2020 को जनरल स्तर की फ्लैग मीटिंग क्यों तय की गयी थी?
● फ्लैग मीटिंग में फिर क्या तय हुआ जब कोई घुसा ही नहीं था तो?
● जब कोई घुसा ही नहीं था तो वह ढाई किमी वापस कहाँ गया?
● जब कोई घुसा ही नहीं था तो हमारे अफसर और जवान क्या करने चीन के क्षेत्र में गए थे जहाँ 20 जवान और एक कर्नल संतोष बाबू शहीद हो गए?
● अगर कोई घुड़ा ही नहीं था तो यह झड़प किस बात के लिये थी?
● फिर तो वे घुसने की कोशिश कर रहे थे कि झड़प हुयी अगर ऐसा है तो ऐसा एक ही दशा में सम्भव है जब वे हमारे इलाके में घुसे और हम प्रतिरोध करें। यह तो घुसपैठ ही है और आक्रमण भी?
● अभी दो तीन पहले तो उन्होंने कहा था कि मार कर मरे हैं। फिर यह मार की नौबत आयी क्यों ?
● अब कही चीन यही स्टैंड न ले ले कि हम तो अपनी ज़मीन पर ही थे। वे ही आये थे तो झड़प हो गयी।
प्रधानमंत्री के इस बयान से यह एक नया रहस्य गहरा गया है कि गलवां घाटी में असल मे हुआ क्या था।
Tillu
June 21, 2020 at 7:30 am
Jhoote aur paakhand se desh ko bachana Hoga
Tillu
June 21, 2020 at 7:31 am
Beshermi ki saari haden paar kardiye ho shame on you Mr