Wasim Akram Tyagi : वादे हैं वादों का क्या? … Times Of Indian बोले तो टाईम्स ऑफ मोदी, नवभारत टाईम्स बोले तो, मोदी टाईम्स, दैनिक जागरण, बोले तो मोदी जागरण, अमर उजाला, बोले तो मोदी वाला, राज्सथान पत्रिका बोले तो मोदी पत्रिका, हिंदुस्तान बोले तो मोदिस्तान, यह फेहरिस्त और भी तवील भी हो जायेगी और इतनी तवील हो जायेगी कि आप पढ़ते – पढ़ते ऊब जायेंगे।
जब से नई सरकार ने 100 दिन पूरे किये हैं तभी से यह समाचार पत्रों, उपल्बधियों का पुलिंदा उठाये फिर रहे हैं। अगर यही हाल रहा तो भविष्य में हो सकता है लोग इन अखबारों को इन्हीं नाम से जानें। कई अखबार तो संपादकीय पृष्ठ पर सिर्फ चाटुकारिता ही कर रहे हैं। पत्रकारिता तो मानो किसी कोने में पड़ी जेम्स अगस्टस हिकी के वंशजों को कौस रही है। क्या किसी ने मालूम करने की कोशिश की जो वादे किये गये उन पर कितना अमल हो पाया है ? बकौल मनोज उपाध्या मोदी जी के दस झूठे वादे —
1. काला धन वापस लाएंगे.- लेकिन उनके नेता ने सदन में खड़े होकर उनके सामने ये स्वीकार किया कि भाजपा काला धन नहीं वापस ला सकती है…
2. करप्शन दूर करेंगे.- इस मुद्दे पर मोदी जी की जुबान बंद हो गयी है. यहाँ तक कि उन्होंने करप्सन के चार्ज में फसे येदुरप्पा को ही अपनी पार्टी का उपाध्यक्ष बना दिया.
3. महंगाई कम होगी. -आज महंगाई यूपीए सरकार के समय से दोगुना बढ़ गयी है. रूपए की कीमत में गिरावट आई है.
4. चीन और पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब.देंगे – सच यही है की जब से मोदी जी सत्ता में आये हैं तब से पाकिस्तान ने 80 बार सीज फायर का उलंघन किया है. बीएसएफ के डीजी ने भी स्वीकार किया कि 1971 के बाद कि ये सबसे बड़ी फायरिंग ( 90 दिन 80 सीज फायर का उलंघन) I चीन भी हमारे क्षेत्र में घुसपैठ कर रहा है लेकिन रक्षा मंत्री कहते हैं कि ये छिटपुट घटनाएं रोकी नहीं जा सकती.
5. महिला सुरक्षा. -खुद को चौकीदार बोलने वाले मोदी जी ने बीते दिनों लगातार बढ़ी महिलाओं के खिलाफ हत्या और बलात्कार जैसे घृणित अपराधों पर मौन रहना ही जायज़ समझा है. वहीँ उनके मंत्री इसे भी मामूली घटना मानते हैं ?? ये कैसा समाज का निर्माण कर रहे हैं मोदी जी.
6. सबको घर – सबको पानी. -जबकि गुजरात के कई इलाकों में पानी के लिए आज भी महिलाएं 20 किलोमीटर तक सफ़र कर रही हैं. कई लोग आज भी गुजरात में मैला ढोते हैं. कई घरों में सौचालय नहीं है. यह कैसा विकास है ??
7. पूर्वोत्तर का विकास होगा / बिहार को विशेष राज्य का दर्जा – चुनाव के पूर्व बिहार और पूर्वोत्तर के हित की बात करने वाले मोदी जी ने बाढ़ और सुखाद झेल रहे इन परतों का भ्रमण करना भी जरुरी नहीं समझा. विशेष राज्य तो बस एक छलावा था.
8. देशभर में बुलेट ट्रेनें चलाई जाएंगी, लेकिन उन्होंने बस गुजरात को एक बुलेट ट्रेन गिफ्ट किया. बाकी सभी राज्यों को ठेंगा दिखाया गया.
9. वाराणसी को चमकाएंगे. – वाराणसी डूबी पड़ी है लोग बेहाल है स्थिति पहले से भी बदत्तर है.
10. जन कल्याणकारी प्रोजेक्ट लायेंगे. -लेकिन कांग्रेस के सभी पूर्व से चल रहे जन कल्याणकारी प्रोजेक्ट का नाम बदल कर यथावत चला दिया गया.
पत्रकार और एक्टिविस्ट वसीम अकरम त्यागी के फेसबुक वॉल से.
सिकंदर हयात
September 3, 2014 at 5:32 pm
सिकंदर हयात 2014-09-03 18:25
मोदी जी ने जापान में जाकर भारत की धर्मनिरपेक्षता का अपमान क्यों किया ? मोदी जी को बहुत अच्छी तरह से पता हे की उन्होंने जो कॉर्पोरेट के सहारे से चुनावो में उमीदो के पहाड़ो खड़े किये हे उनमे से खुद कर चूहे ही बाहर आने वाले हे ऐसे में उनकी सबसे बड़ी उमीद एक हिन्दू कठमुल्लावादी वर्ग हे गाहे बगाहे वो उसी की ख़ुशी के लिए भारत की धर्मनिरपेक्षता का अपमान करते रहेंगे ताकि इस वर्ग के कलेजे में ठंडक पड़ती रहे क्योकि इस भारत की इस धर्मनिरपेक्षता के पेड़ का वो सिर्फ अपमान कर सकते हे इसे हिला नहीं सकते क्योकि इस पेड़ के मालियों यानि गांधी नेहरू ने इसकी जड़े बहुत गहरी कर रखी हे