-Vishwa Deepak-
भारत की आत्मा पर छाया अंधकार बेहद घना, मोटा और प्याज़ की तरह परतदार है. छीलते जाइए, आपको नए-नए चेहरे और किरदार नज़र आते जाएंगे. इस पोस्ट में संलग्न स्क्रीन शॉट अंधेरे की एक नई परत को उजागर करता है.
फ्रांस की घटना पर मेरी लिखी पोस्ट को Socialist Factor के एडिटर और इमरान खान के जीवनीकार Frank Huzur ने शेयर किया.
इस पर इस्लाम के स्वयंभू ठेकेदार इतना बिफर गए कि उन्होंने न सिर्फ फ्रैंक की लानत-मलानत की, बल्कि उन्हें RSS का एजेंट तक साबित कर दिया.
जबकि फ्रैंक की पॉलिटिक्स से हम सब वाकिफ हैं. फ्रैंक ने अबतक अगर 100 पोस्ट लिखी या शेयर की होगी तो उनमें से 99 पोस्ट RSS-BJP के खिलाफ होगी.
ध्यान रहे कि प्रगतिशीलता की खाल ओढ़े ये वही लोग है जो पिछले छह-सात सालों से मोदी, बीजेपी, आरएसएस के विरुद्ध हर अभियान में बढ़ चढ़कर नज़र आए हैं. इन अभियानों का अंत कहां हुआ – हम सबको पता है. पर क्यों हुआ – इसका सूत्र संलग्न स्क्रीन शॉट में मिल जाएगा.
इतना ही नहीं सेक्युलरिज़्म के संरक्षकों ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष Akhilesh Yadav का नाम भी इस बहस में खींच लिया…अंतत: फ्रैंक को पोस्ट हटानी पड़ी.
स्तब्ध रह गया यह प्रतिक्रिया देखकर. Troll army हर जगह, हर गली में मौजूद है. फर्क बस इतना है कि हिंदू नाज़ीवादियों की troll army बड़ी और ज्यादा संसाधनों से लैस है जबकि कठमुल्लाओं की छोटी. एक मोदी हर किसी के अंदर उबल रहा है. बस मौके की तलाश है उसे.
बेबाक और सरोकारी पत्रकार विश्व दीपक की एफबी वॉल से.
कुछ कमेंट्स पढ़ें-
अब विश्व दीपक की वो पोस्ट पढें जिसको शेयर करने के कारण लेखक, संपादक और समाजवादी चिंतक फ्रैंक हुजूर को कठमुल्लों ने ट्रोल किया और पोस्ट डिलीट करने पर मजबूर कर दिया-
गर्दन काटने का जवाब जब वो मिसाइल से गर्दन उड़ाकर देंगे तब क्या कीजिएगा?
विश्व दीपक के बारे में ज्यादा जानने के लिए नीचे दिए शीर्षकों पर क्लिक करें-