–अब्दुल हमीद–
हाल ही के पैगम्बर मुहम्मद साहब के फ्रांस के कार्टून विवाद में बेकसूर लोगों की हत्या करने वाले, विरोध करने वाले, जान से मारने की धमकी देने वाले बुद्धिभ्रष्ट व जेहादी मानसिकता वाले लोग हज़रत मुहम्मद साहब के जीवन की वह सच्ची घटना याद कर लें जिसमें एक यहूदी महिला हज़रत मुहम्मद साहब पर रोज़ कूड़ा करकट डाल दिया करती थी। लेकिन एक दिन जब उस महिला ने हज़रत मुहम्मद साहब पर कचरा नहीं डाला तो हज़रत उस महिला से मिलने पहुंचे, वहाँ उन्होंने देखा कि वह महिला बीमार है तो हज़रत मुहम्मद साहब ने उस महिला के लिए दवाई व खाने की व्यवस्था की।
एक सिरफिरे इंसान या संस्था ने पैगम्बर मुहम्मद साहब का कार्टून बना दिया तो उस बात को नजरअंदाज कर दिया जाना चाहिए था लेकिन हुड़दंगी और खूंखार लोग तो जैसे इस मौके की तलाश में ही थे। ज़रा याद कीजिए कि जब सीरिया के मुस्लिम शरणार्थियों को मदद की ज़रूरत थी तब यही फ्रांस आगे आया था, पाकिस्तान, तुर्की, ईरान, सऊदी अरब उस वक़्त कहाँ पर गायब थे?
कार्टून विवाद को लेकर फ्रांस के चर्च में बेगुनाह लोगों की हत्या करने वाले और गर्दन काटने की धमकियां देने वाले लोग निश्चित रूप से इस्लाम के तो दुश्मन हैं ही, साथ ही सम्पूर्ण मानवता के भी दुश्मन हैं।
इन लोगों को इस बात से कोई मतलब नहीं है कि उनके शहर – कस्बे के मुस्लिम मोहल्लों में कोई मुसलमान भूखा या बीमार है, इन्हें तो सिर्फ अपनी जेहादी मानसिकता और क्रूर प्रवर्ति के फैलाव के लिए कुछ विवाद वाले मुद्दे चाहिए।
शर्मनाक बेहद शर्मनाक
- अब्दुल हमीद
अध्यक्ष – हमारी आवाज़ सुनो
(यह एक गैर-राजनीतिक संगठन है)
जयपुर
Mohammad Aarif
November 3, 2020 at 11:09 am
Jihad kya HOTA hai, aapko pata Hoga I think, Nahi to pata Kar lijiye .. jihadi mansikta word hi galat h Aapka… Mansikta galat aur nirdayi kahe thik hai… Par jihad Ka naam na late to behtar hai… Jihad Ka isse koi Lena dena Nahi hai..