Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

ट्रेन से कट मरे दैनिक जागरण के पत्रकार मृत्युंजय ने 30 अगस्त को ये कविता लिखी थी…

Rahul Vishwakarma : मन बेहद व्यथित है. अभी खबर मिली कि आगरा में दैनिक जागरण के युवा पत्रकार मृत्युंजय ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी. दुनिया जहां का दुख-दर्द बताने वाले मृत्युंजय ने अपना दुख किसी से नहीं बताया.

आगरा में हम दो-चार बार ही मिले थे. आगरा के मित्रों से ही पता चला कि दो महीने पहले पिता के निधन से मृत्युंजय टूट गया था. तब से डिप्रेशन में था. भीतर ही भीतर वह घुटा जा रहा था. लापता होने से एक दिन पहले ही उसकी काउंसिलिंग भी की गई थी. लेकिन दुख इतना भीतर तक है कि जान जाने के साथ ही वो निकलेगा, इसका किसी को इल्म नहीं था.

Advertisement. Scroll to continue reading.

अफसोस… कि कोई उसे समझ नहीं पाया. न दोस्त, न ऑफिस के साथी और ना ही मोहल्ले के लोग. अफसोस… कि इतना बड़ा फैसला लेने से पहले उसने किसी से बात नहीं की.

मृत्युंजय का इस तरह चला जाना बेहद झकझोर देने वाला है. दैनिक जागरण के इस युवा पत्रकार की मौत के दोषी थोड़ा ही सही, लेकिन हम सब भी हैं.

Advertisement. Scroll to continue reading.
मृत्युंजय

ईश्वर मृत्युंजय के परिवार को ये दुख सहने की शक्ति दे…

30 अगस्त को मृत्युंजय ने ये कविता लिखी थी…

ठहरा जीवन, ठहरा पानी शुद्ध कहां हो पाया है
बिना त्याग के सिद्धार्थ भी, बुद्ध कहां हो पाया है।।
शुक्रवार को पता नहीं, अबकि इतवार कैसा बीतेगा
खुद में खुद से बिना लड़े यूं युद्ध कहां हो पाया है।।

Advertisement. Scroll to continue reading.

मौसम हो परिवर्तन का, बादल हो घनघोर बड़े
हर ओर उदासी छायी हो पत्ता-पत्ता मुरझाया है।।
बादलों के बीच सूरज की नई किरण सी आई है
ये देखो सूरज कैसा है, कुछ नई उम्मीदें लाया है।।

कुछ नई उम्मीदों ने हमको फिर से ये समझाया है
ख्वाब करो छोटे अब तुम, ख्वाबों ने तुम्हें रुलाया है
रोज ही सूरज ही उगता है, रोज उजाला आता है
ये सूरज भी क्या वैसा है, बस दिल बहलाने आया है।।।

Advertisement. Scroll to continue reading.

मृत्युंjay….

पत्रकार रोहित विश्वकर्मा की एफबी वॉल से.

Advertisement. Scroll to continue reading.

पूरे प्रकरण को समझने के लिए इन्हें भी पढ़ें-

दैनिक जागरण के लापता पत्रकार की लाश मिली

पिता की मौत के बाद डिप्रेशन में जी रहा दैनिक जागरण का पत्रकार कल से लापता

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement