सुरेश चिपलूनकर-
मुंद्रा पोर्ट पर पिछले छः महीनों में भारी मात्रा वाली ड्रग्स-हेरोईन पकडाने की यह तीसरी खेप है… ३००० किलो… २६० किलो… और अब ५२ किलो… = कुल कीमत २२,८०० करोड़ रूपए…
अब स्वाभाविक रूप से कुछ सवाल उठते हैं…
१) मुंद्रा पोर्ट से ही बड़ी मात्रा में ड्रग्स क्यों बरामद हो रहे हैं??
२) अदानी समूह ने ३००० किलो ड्रग्स पकड़ाने के बाद कहा था कि पाकिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान से कोई भी कन्सईनमेंट हमारे पोर्ट पर नहीं उतरने दिया जाएगा, तो फिर इस ५२ किलो जब्ती वाले मामले में ईरान से यह माल इस पोर्ट पर कैसे आया? कहीं ऐसा तो नहीं कि ड्रग्स की २० खेप में से तीन खेप पकड़कर मीडिया में वाहवाही लूटी जा रही हो, जबकि १७ खेप पहले ही ठिकाने लगा दी जा चुकी हो… ज़ाहिर सी बात है कि इस मामले सुरक्षा एजेंसियों की साख दांव पर है (क्योंकि उधर मुम्बई के ड्रग्स मामले में आर्यन खान को बाईज्जत बरी करके NCB पहले ही अपने अधिकारी वानखेड़े पर संदेह व्यक्त कर रही है…)
३) भारत में वो कौन सी “महान हस्ती” है, जो हजारों किलो के ड्रग्स की खेप भारत में मंगवा रही है?? ज़ाहिर है कि कोई मामूली दो कौड़ी वाला ड्रग पैडलर तो नहीं होगा… अरबों रूपए का अग्रिम पेमेंट करने वाला कोई “विशाल मगरमच्छ” ही होगा, जिसे मोदीजी का कालजयी ड्रोन देख नहीं पा रहा है… 🙂
बहरहाल… ये बड़े लोगों के खरबों रूपए के बड़े खेल चल रहे हैं… आम जनता को तो आईटी सेल ने बड़ी सफाई से शिवलिंग, चालीसा, अजान, मस्जिद में उलझा रखा है…
बाकी रही जोम्बी छाप अंधी भेड़ें… वे तो सुशांत पर, रिया चक्रवर्ती पर, आर्यन खान पर, मौलाना साद पर… सभी को एक हाथ से व्हाट्स एप्प पर सर्टिफिकेट बांटती फिरती हैं… भले ही इनमें से किसी भी मामले में कुछ भी नहीं हुआ हो… लेकिन कीचड में गिरने के बावजूद अपनी टांग ऊंची रखने के चक्कर में अगर भेड़ों की पसंद का निर्णय हो तो न्यायपालिका की वाहवाह… और यदि भेड़ों को पिलाई गयी व्हाट्स एप्प दवाई के अनुरूप निर्णय नहीं आया तो न्यायालय बिकाऊ…
और ये भी न सोचियेगा कि यह “वैचारिक दोगलापन एवं खोखलापन” इतनी जल्दी ख़त्म होगा… ये अभी लम्बा चलेगा… आपको केवल चुपचाप बैठकर तमाशा भर देखना है…
Sanjay TOMAR
May 29, 2022 at 4:16 am
Adani not getting punish due to nexus with bjp corrupt government. How can Adani again & again supplying drug from Gujrat port not send in jail .