लखनऊ में साइबर हाईट से संचालित नेशनल खबर डॉट लाइव डिजिटल न्यूज़ चैनल में काम करने वाले इन दिनों बेहद परेशान हैं. इस नेशनल खबर डिजिटल चैनल के कर्मचारियों को 5 महीने से सैलरी नहीं दी गई है. कर्मचारियों ने जब सैलरी मांगी तो पहले संचालक विशाल सिंह द्वारा इमोशनल ब्लैकमेल किया जाता रहा और हफ्ते दर हफ्ते की तारीख दी जाती रही.
जब कर्मियों के सब्र का बांध टूट गया तो उन्होंने मनीष और उसके भाई विशाल से साफ साफ बताने को कहा गया तो विशाल ने फिर 10 अक्टूबर की तारीख दे दी. उधर मनीष ने इस मुद्दे पर कर्मियों के साथ गाली गलौज की. इससे नाराज कर्मियों ने काम बंद कर दिया.
मनीष ने सभी से कहा कि जो कर सकते हो कर लो, एक पैसा नहीं दूंगा, किसी के बाप में औकात नहीं जो पैसा दिल सके.
ज्ञात हो कि इन लोगों के पास खुद की एय्याशियों के लिए खर्च करने को लाखों रुपये होते हैं, शराब और पार्टी के लिए पैसे होते हैं, शराब-पार्टी के वीडियो इंस्टाग्राम पर डाल कर कर्मचारियों को चिढ़ाने का काम किया जाता है. लेकिन किसी कर्मी को देने के लिए पैसे नहीं हैं, उनके दुखों पर मरहम लगाने को शब्द नहीं होते हैं.
हालत ये है कि कर्मी कर्ज के दलदल में डूब गए हैं. किसी की शादी टूटने की कगार पर है तो किसी की ईएमआई नहीं गयी 5 महीने से तो बैंक वाले घर आकर बेइज्जत कर रहे.
भड़ास से अनुरोध है कि इस मुद्दे को उठा के हमारा साथ दीजिए. हालत ये है कि हममें से कई इतना परेशान हैं कि आत्महत्या कर सकते हैं.
आपको ये भी बताना है कि पहले यहां अनूप दुबे मालिक था. उसने भी किसी को सैलरी नहीं दी. फिर मनीष सामने आए. कहानी पहले जैसी ही है. ये दोनों ही सांपनाथ और नागनाथ साबित हुए.
ज्ञात हो कि मालिकान मनीष सिंह, विशाल सिंह और श्रवण त्रिपाठी ने ‘सो फास्ट कार’ नाम से कंपनी बना कर कुछ ‘बड़ा’, ‘बाइक बोट’ जैसा पकाने में जुटे हैं. बताया जा रहा है कि इसकी शिकायत विभूति खंड थाने में दर्ज हैं. लेकिन पुलिस ने अभीतक कोई कार्यवाही नहीं की है.
नेशनल खबर डॉट लाइव के एक कर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.