इंडिया टीवी से निकल कर हेमंत शर्मा ने टीवी9भारतवर्ष को न सिर्फ लांच किया बल्कि इंडिया टीवी को पछाड़कर टीआरपी में नंबर दो की पोजीशन पर पहुंच गए. इससे रजत शर्मा के पेट में इतना भयंकर दर्द उठा है कि वे ऐंठन के मारे कुछ भी अपना शनाप बोलने कहने लिखने लगे हैं.
नेशनल ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन के चेयरमैन रजत शर्मा ने इस बॉडी का भी दुरुपयोग अपनी भड़ास निकालने के लिए कर दिया है. रजत शर्मा ने खुलेआम आरोप लगाया है कि टीवी9भारतवर्ष को नंबर दो की पोजीशन वाली टीआरपी मेनुपुलेशन से मिली है.
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि टीवी9भारतवर्ष के यहां काम करने वाले चार एंकर्स को तो कोई जानता ही नहीं. इसके बावजूद ये चैनल कैसे टीआरपी में नंबर दो पर आ गया. जिन चार एंकरों को रजत शर्मा ने गुमनाम किस्म का बताया है, उनके नाम हैं- निशांत चतुर्वेदी, सुमैरा खान, समीर अब्बास और दिनेश गौतम.
रजत शर्मा ने एनबीए की तरफ से लिखे गए पत्र को एनबीए की वेबसाइट पर डलवाकर पूरे मामले को पब्लिक डोमेन में डाल दिया है. इसके जवाब में टीवी9भारतवर्ष ने भी एक लंबा चौड़ा पत्र लिखा है. ये पत्र भी पब्लिक डोमेन में डाला गया है ताकि रजत शर्मा को जवाब मिल सके.
टीवी9भारतवर्ष के एंकरों ने भी रजत शर्मा का कड़ा प्रतिवाद किया है. खुद को एकमात्र महान एंकर मानने वाले रजत शर्मा ने टीवी9भारतवर्ष के एंकरों के बारे में जो कुछ कहा-लिखा है, वह चुभने वाला है.
नीचे देखें कुछ स्क्रीनशाट्स-
एनबीए के पत्र और टीवी9 के जवाब को पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें-
Pradeep
July 15, 2020 at 12:31 pm
रजत शर्मा ने तो अपनी औकात दिखा ही दी रजत जिन ऐंकरों की बात कर रहा है उनमें से तीन ऐंकरों तो रजत शर्मा के यहाँ काम कर चुके हैं। असल इसको जलन इस लिए हो रही है क्योंकि ये किसी को अपने यहाँ आगे बढ़ाने नहीं देता और जो आगे बढ़ाने के लिए अगर इसके यहां से छोड कर जाने कोशिश करते हैं उनके ऊपर ये केस दर्ज कर देते हैं जैसे अभी सुचारीता का केस ताजा है जिस इसको मूह की खानी पड़ी, और भी ऐंकर हैं एक अभी ABP मैं है और भी हैं। ये अपने यहाँ ऐंकरों को ही नहीं किसी को भी आगे नहीं बढने देता है आज तक इतिहास है। अब जलन इस बात की है जिनको मैंने बढने नहीं दिया अब वो कैसे आगे बढ़ रहे हैं मुझे लगता है जितना इनका नाम खराब है सायद ही किसी का हो। इन्होंने जता दिया कि मैं तो महान हूँ मेरी टीआरपी कैसे गीर सकती है इनको ये नहीं पता लोग खबर देखना चाहते लाला रामदेव की कंपनी में जिनका लेने देना है और जो ऐड लेकर खबरें नहीं प्रमोशन करते हैं उसे कोई नहीं देखना चाहता।
प्रकाश
July 15, 2020 at 3:39 pm
रजत शर्मा भारत का ड्रैगन है जो कभी नहीं चाहता कोई उससे आगे निकले अब उसे कौन समझाऐ की टीआरपी ऐंकरों से नहीं बढती कंटेंट से बढती है जो आपके पास है नहीं ये गलत फैमी दिमांग से निकाल देनी चाहिए जब आपके पास खबर ही नहीं होगी तो ऐंकर क्या पढेगा। आप तो लगे रहते हैं पतंजलि के प्रमोशन में जिस पर भी आजकल कोई नहीं बिस्वास कर्ता और करे भी क्यों ना भाई आखिर पार्टनर जो ना ठहरे अब या तो टीआरपी देखलो या फिर ऐड लेकर खबर चलालो पर हैरानी इस बात की एक चैनल का मालिक होकर इतनी घटिया बात कहता है कि टीवी 9 के ऐंकरों को कोई नहीं जानता जबकि कैई ऐंकर तो इंडिया टीवी में काम कर चुके हैं जिनको तुमने आगे नहीं बढने दिया जिससे तुम्हारे ऊपर तमांचा पडा होगा जलन भी हुई होगी। आरे भाई साहब वो ऐकरींग करने के लिए है दलाली करने के लिए नहीं हैं अब बड़े दलाल को तो सभी जनेंगे जो चैनल के मालिक बन गए। अब कोई अपनी हैसियत बाताऐ की ऐसा-वैसा कौन सा फार्मूला है आपके पास जिस की फिस अरूण जेटली ने भरी और चैनल का मालिक बन गया। उस फार्मूला को बाकी को भी बता दो।
Dr KK Arora
August 10, 2020 at 2:34 pm
We have reached the worst period of TV anchoring. Media has sold itself. I’m happy voice of dissent, protest, rebels is coming from amongst TV anchors itself. Not that I am happy to see anchors spewing venom against one another, but the right type of journalism is coming out in open, perhaps a realisation has crept into psyche and into conscience.
This is a good step