Poonam Kaushal : मैं एक फ़्रीलांस पत्रकार के तौर पर काम करती हूं. अपनी अधिकतर स्टोरी मैं अकेले ही यात्राएं करके करती हूं. कई बार ये काफ़ी चुनौतीपूर्ण होता है. हाल ही में मैंने तेजस एक्सप्रेस की रेल होस्टेस पर बीबीसी के लिए स्टोरी की.
इन लड़कियों को बात करने के लिए मनाना आसान नहीं था. तेजस की ये होस्टेस बोलीं तो वो सच्चाई सामने आई जिसे हम सब देखते तो हैं लेकिन नज़रअंदाज़ कर देते हैं. उन्होंने अपने साथ होने वाले दुर्व्यवहार के बारे में बात की.
बीबीसी के लिए की गई इस स्टोरी को कई मीडिया संस्थानों ने कॉपी किया. कुछ ने तो हूबहू स्क्रिप्ट कॉपी कर ली.
भारतीय मीडिया में स्टोरी कॉपी करना और क्रेडिट न देना आम सी ही बात है. मुझे लगा कि अच्छी बात है कि स्टोरी अधिक लोगों तक पहुंच रही है.
लेकिन ABP News ने तो हद ही कर दी. मेरी वीडियो स्टोरी के विज़ुअल्स और बाइट इस्तेमाल तो किए लेकिन क्रेडिट नहीं दिया. यहां तक की उन पर प्रतीकात्मक तस्वीर लिख दिया.
इन विज़ुअल्स पर अगर बीबीसी या मुझे क्रेडिट दिया जाता तो एबीपी के लिए स्टोरी करने वाले पत्रकार की मेहनत कम नहीं आंकी जाती.
हमें एक दूसरे के काम का सम्मान करना सीखना होगा. अगर हम किसी के काम का अपनी रिपोर्ट में इस्तेमाल करें तो उसे क्रेडिट ज़रूर दें.
उम्मीद करती हूं संपादक और साथी पत्रकार इस पर ध्यान देंगे.
Poonam Kaushal : आप सभी का शुक्रिया. एबीपी ने अपना यूट्यूब वीडियो प्राइवेट कर दिया है. हालांकि ये रिपोर्ट टीवी और वेबसाइट पर भी प्रसारित हुई थी.
मैं इस बारे में लिखने से हिचक रही थी. फिर लगा की ग़लत को ग़लत कहना ही चाहिए. मन में ये ख्याल भी आया कि मेरे फ़ेसबुक पर लिखने भर से क्या हो जाएगा. लेकिन आप लोगों ने आवाज़ में आवाज़ मिलाई और बात आगे पहुंची.
आप सबका शुक्रिया. सबक ये मिला कि ग़लत को ग़लत कहना चाहिए. अपने काम का सम्मान मांगना चाहिए. ख़ासकर जब आप स्वतंत्र पत्रकारिता कर रहे हों. सबक ये भी मिला कि हमें दूसरों के काम का सम्मान भी ऐसे ही करना चाहिए जैसे हम अपने काम का करते हैं.
आप सबका एक बार फिर शुक्रिया…
देखें एबीपी न्यूज ने अपनी ग़लती यूं करेक्ट किया…
महिला पत्रकार पूनम कौशल की एफबी वॉल से.
Aparajita Sharma साहित्यिक चोरियों के बीच एक ख़बर, ख़बर चोरी की. क्या सोचे थे, एक पत्रकार की मेहनत और दिमाग़ से तैयार स्टोरी चुरा कर चलाएँगे और जनता को पता नहीं चलेगा… पत्रकार दोस्त देखें…
Amitesh Kumar वेब मीडिया का इतना दबाव है कि यह अब चलन ही बन चुका है। जब एक शिफ्ट में ढेर सारी स्टोरी फाइल करने का दबाव होता है तो ऐसा ही होता है। इसमें नौकरी कर रहे किसी व्यक्ति को दोष देना सही नहीं है, दोष सिस्टम का है।
Aparajita Sharma सिस्टम ही को कहा जा रहा। चोरी उनके लिए लोग ही कर रहे। क्या दबाव होना चोरी को न्यायसंगत बनाता है।
Amitesh Kumar चोरी को कौन न्यायसंगत कहेगा?
Aparajita Sharma नौकरी कर रहे व्यक्ति की चोरी को दोष ना देना वही साउंड करता सुना।
Amitesh Kumar मैं केवल उस व्यक्ति को दोष नहीं दूंगा, क्योंकि वह रिसीविंग एन्ड पर है और अपनी नौकरी बचा रहा है। और उसके साथ पूरी टीम है जिस पर जिम्मेदारी है कि मौलिक कंटेट जेनरेट किया जाए।
Aparajita Sharma मैं उसे भी दोष दूँगी, उसे ही भले नहीं !
Poonam Kaushal अगर इस दबाव के दौरान हज़ार शब्दों की कॉपी लिखी जा सकती है तो दो शब्दों का क्रेडिट भी दिया ही जा सकता है. मामला नीयत का है.
Amitesh Kumar अब आपको नीयत के बारे में क्या बताना! इस सिस्टम की नीयत ही ठीक नहीं है। और क्रेडिट देना कहीं से कन्सर्न में नहीं है कन्सर्न कुछ और है।
Ravish Kumar बिल्कुल क्रेडिट देनी चाहिए
Aparajita Sharma रवीश जी, पूनम कौशम के काम को दिखाना ज़रूरी था तो क्रेडिट देते हुए ही दिखाया जाना चाहिए।
Poonam Kaushal शुक्रिया सर. हम पत्रकारों को एक दूसरे के काम का सम्मान करना चाहिए. एक-दूसरे से सीखना भी चाहिए.
Poonam Kaushal अपराजिता शर्मा जी, मेरी आवाज़ में आवाज़ मिलाने के लिए शुक्रिया…
Aparajita Sharma पूनम कौशल, हम जो जागते हैं हमारा बोलना ज़रूरी है !
Shikha Singh क्रेडिट की भारी कमी है फिलहाल देश में। इसलिए संतोष करना सीखना होगा। जय श्री राम।
Geeta Yatharth क्रेडिट खाने में एक्सपर्ट, देने में टाइम लगेगा
Charul Malik On top of it they call Other channels Copy cats ..They are ORIGINAL & REST ARE COPY CATS ( I am talking about a promo for there afternoon band show that they made when we launched our TV show 4 years back ..heights of insecurity ) How can someone use such language in promo and promotions . I experiment each n everyday . Now they copy mostly all my story ideas and anchor themes. I create on regular basis . I have never spoken an inch about it till date BUT Yes in your case proper credits should have been given . It’s unfair . Just ignore and keep doing good work .
Madhav Sharma ये लगभग सभी फ्रीलांसर के साथ है। मेरी खबरों को कई पोर्टल्स बिना क्रेडिट के चलाते हैं, मेल किया तो रिप्लाई नहीं। अभी भी बेशर्मी से उठा रहे हैं। संस्थान से मेल कराया फिर भी ढाक के तीन पात। अब केस लड़ें या अपना काम करें।
Poonam Kaushal आपने सही कहा, केस लड़ें या अपना काम करें.
Sangeeta Natesh ये हर जगह हो रहा है पर लोग जॉब के चुप होते है बस कुछ लोग ही आवाज उठाते है
Kusum Shukla भारतीय चैनल को सत्ता के गुणगान से फुर्सत मिले तो कुछ करें।
Pinkesh आप किससे नैतिकता की उम्मीद कर रहे हैं? एक चैनल से?
Sandeep Kumar कौशल अच्छा क़दम है। ABP news ने आपके news का credit दे दिया है। लेकिन पहले आपके visual बिन नाम के इस्तेमाल करना ग़लत था
V S Bhadoriya भारत के मीडिया संस्थानों मे खोजी पत्रकारिता व मैदानी कवरेज की प्रथा बरसों से बंद है,चौबीसों घंटे सिर्फ और सिर्फ चाटुकारिता व स्तुतिगान जारी है.
Anurag Arya दुख हुआ। अब लगता है पत्रकारों ने मेहनत करनी छोड़ दी है
Saleem Baig चीप हरकत ! इस नीचता की जितनी भी निन्दा की जाय कम है, क़ुदरत आपको इससे भी ज़्यादा हौसला दे उत्कृष्ट कार्य करने का,
Kusum Shukla पूनम जी ये शहद चुरा सकते है लेकिन मधुमक्खी का हुनर नही। आप वीडियो सबसे पहले फेसबुक पर पोस्ट कर दिया करें।
Rajendra Chawla पूनम जी निराश न हों। मैं व्यक्तिगत रूप से आपसे बहुत प्रभावित हूँ। विशेषकर आपके कार्य करने के तरीक़े से। जिस दिन आप तेजस में स्टोरी कवर कर रही थी मैं भी उसमें सफ़र कर रहा था। याद रखे नक़ल हमेशा अच्छों की ही होती है। आपके सर्वोत्तम कार्य ही आपका पुरस्कार हैं। आप धन्यवाद की पात्र हैं।
Ankit Sharma Bhabhi, Content strike maar dijiye video hatega plus Youtube inki rating km karegi
Poonam Kaushal Nahi Bhai, for me, its more of a ethical question than professonal
Dilip Kumar Kapse आपकी ख़बर के लिए आपको बधाई। भारतीय न्यूज़ चैनल्स अल्प ज्ञानियों और साधारण प्रतिभा वाले लोगों का जमावड़ा है। वो ख़ुद बेहतर नहीं रच सकते लेकिन चुराने में माहिर होते हैं। किसी को क्रेडिट देना फिलहाल भारतीय मनन चिंतन का हिस्सा ही नहीं है। आप अच्छा काम करती रहिये।
Kuldeep Rawat पूनम जी कोई बात नहीं दिल बड़ा रखिए हमेशा व्यक्ति अपने से ज्ञानी और जानकार आदमी को ही कॉपी करता है मूर्खों को कोई कॉपी नहीं करता आप ईश्वर का शुक्रिया अदा करें कि आप इस लायक हैं बड़े-बड़े ब्रांड आपको कॉपी कर रहे हैं
Ambrish Kaushik कह रहा है शोर ए दरिया से समुंदर का सुकूँ, जिसका जितना ज़र्फ़ है वो उतना ही खामोश है,,,ध्यान रखना Poonam Kaushal जी
अनिल नाथ आजकल दूसरों की रचना कॉपी करके अपने नाम से चलाने की भी बीमारी है!
Vipil Arora आप अच्छा लिखती है, मेहनत करती है.. बाकी फ्रीलांसर के साथ अक्सर ऐसा होता है
Shishir Koundilya अत्यंत ही निंदनीय है पूनम जी। वैसे भारतीय मीडिया की ये पुरानी फितरत है।
Himanshu Kumar भारत इस समय नैतिक पतन के चरम से गुजर रहा है
Poonam Kaushal नैतिकता और ईमानदारी को बचाना हम सबकी साझा ज़िम्मेदारी है.
मोहित सेवक शुक्ल लेकिन इस मीडिया जगत में बहुत ही कम मेहनत करना चाहते है,जो लोग मेहनत करके स्टोरी निकालते है उनकी स्टोरी को चेप देते है।खैर मेहनत नही करना चाहते हो तो कम से कम उनके नम्बर तो दे दो जितना बनता है।
Praveen Singh ये तो अखंड चिरकुटई है
Priyanka Dubey WTF ! Pretence bhi nahi bacha
उपासना झा ये तो चोरी और बेईमानी दोनों है. केस भी बहुत लंबे खिंचते हैं। पत्रकारों का कोई स्वतंत्र फोरम नहीं है?
Poonam Kaushal उपासना झा जी, मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है. सही कहा आपने… लेकिन किया क्या जाए?
उपासना झा क्या ऐसा कोई फोरम नहीं जहां शिकायत दर्ज कराई जाये? आपको क्रेडिट और मेहनताना दोनों मिलना चाहिए
Poonam Kaushal उपासना झा जी ..कॉपीराइट एक्ट के तहत केस किया जा सकता है. लेकिन उन लंबे चक्करों में कौन पड़े. मुझे लगता है कि एक दूसरे के काम का सम्मान करना आसान और सही तरीका है.
Mithilesh Dhar यही होता है। ज्यादातर मीडिया संस्थानों के लोग फील्ड में जाते ही नहीं, भेजे भी नहीं जाते। जो रिपोर्टर फील्ड से रिपोर्टिंग करते हैं उन्हें ये चीज अक्सर अखरती है। इस मामले में मेरे ख्याल से इंग्लिश मीडिया का रवैया ठीक रहता है। कम से कम वे क्रेडिट तो देते ही हैं।
Aparajita Sharma ये तो सरासर चोरी है
Shams Shabbir यानी आप के स्टोरी की मीडिया लिंचिंग हो गई
Dr-Rajesh Chauhan आप मौलिकता के साथ आगे बढ़ें और मैं कामना करता हूं कि देश दुनिया के बहुत से मीडिया घराने आपको कॉपी करें