Connect with us

Hi, what are you looking for?

सुख-दुख

अफॉर्डेबल कीमत पर दो-तीन महीनों में मिलेगी हेपेटाइटिस सी की नई दवा सॉवैल्डी!

(स्वामी मुकेश यादव)


Mukesh Yadav : सॉवैल्डी (Sovaldi) यानी Sofosbuvir (केमिकल नाम) को क्रोनिक हेपेटाइटिस सी (एचसीवी) के उपचार में चमत्कारिक दवा बताया जा रहा है। अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी जिलैड साइंसेज ने यह दवा तैयार की है। इस दवा से एचसीवी (जेनोटाइप 1, 2, 3 और 4) पूरी तरह क्योरेबल बताया जा रहा है। एचसीवी का यह पहला, ऑरल ट्रीटमेंट रेजीम (सिर्फ खाने की दावा से इलाज) है; इंजेक्शन की ज़रूरत नहीं होगी! इसके तहत अमूमन रोगी को 12 सप्ताह (उपचार की अवधि इन्फेक्शन की इंटेंसिटी पर निर्भर करती है) तक बस एक टेबलेट रोज खानी होती है। अमेरिका में यह दवा पिछले साल ही बाजार में उपलब्ध हो गई थी। हालांकि दवा की कीमत वहां आश्चर्य जनक रूप से महंगी है। सॉवैल्डी की सिर्फ एक गोली $1000 यानी करीब 62 हजार की है! 12 सप्ताह का कोर्स $84000 है!

(स्वामी मुकेश यादव)


Mukesh Yadav : सॉवैल्डी (Sovaldi) यानी Sofosbuvir (केमिकल नाम) को क्रोनिक हेपेटाइटिस सी (एचसीवी) के उपचार में चमत्कारिक दवा बताया जा रहा है। अमेरिका की दवा निर्माता कंपनी जिलैड साइंसेज ने यह दवा तैयार की है। इस दवा से एचसीवी (जेनोटाइप 1, 2, 3 और 4) पूरी तरह क्योरेबल बताया जा रहा है। एचसीवी का यह पहला, ऑरल ट्रीटमेंट रेजीम (सिर्फ खाने की दावा से इलाज) है; इंजेक्शन की ज़रूरत नहीं होगी! इसके तहत अमूमन रोगी को 12 सप्ताह (उपचार की अवधि इन्फेक्शन की इंटेंसिटी पर निर्भर करती है) तक बस एक टेबलेट रोज खानी होती है। अमेरिका में यह दवा पिछले साल ही बाजार में उपलब्ध हो गई थी। हालांकि दवा की कीमत वहां आश्चर्य जनक रूप से महंगी है। सॉवैल्डी की सिर्फ एक गोली $1000 यानी करीब 62 हजार की है! 12 सप्ताह का कोर्स $84000 है!

Advertisement. Scroll to continue reading.

भारत में पिछले साल सितम्बर-अक्टूबर में जिलैड साइंसेज ने सॉवैल्डी का बहुप्रतीक्षित ट्रायल शुरू कराया था। ट्रायल से जुड़े चिकित्सकों और अस्पतालों ने पिछले करीब एक वर्ष से कुछ रोगियों को ट्रायल में शामिल होने के लिए आश्वासन दिया हुआ था। इसके चलते बहुत से रोगियों ने कोई दूसरा उपचार भी शुरू नहीं किया (किसी भी तरह का कोई दूसरा उपचार न लेना ट्रायल में इलाज के लिए पहली शर्त थी)। लेकिन जब ट्रायल शुरू हुआ तो उसमें खेल हो गया। प्रतीक्षारत मरीजों की अनदेखा कर दी गई और परिचितों, प्रभावशालियों के परिजनों को तरजीह दी गई। लेकिन जो पीड़ित इस ट्रायल में छूट गए थे और दूसरे लाखों एचसीवी रोगियों के लिए एक सुखद खबर यह है कि अगले दो-तीन महीनों में उक्त दवा का जेनेरिक वर्जन भारत में उपलब्ध होने की उम्मीद है। पहले इस दवा के 2015 के अंत तक या ज्यादा से ज्यादा इस वर्ष के मध्य तक भारत में उपलब्ध होने की उम्मीद जताई जा रही थी; लेकिन अब मार्च-अप्रैल तक सॉवैल्डी के मिलने की सम्भावना है।

गौरतलब है कि जिलैड सांइसेज को भारत में एचसीवी की इस नई दवा पर अभी तक पेटेंट नहीं मिल सका है। इसी का नतीजा है कि भारत में यह दवा अफॉर्डेबल कीमत पर उपलब्ध हो सकेगी। कंपनी के मुताबिक फिलहाल भारत में वह $300 प्रति माह के प्राइस पर दवा उपलब्ध कराएगी। इस बाबत पिछले साल ही जिलैड ने भारत की सिप्ला, रैनबेक्सी समेत सात दवा कंपनियों के साथ एक समझौता किया है। इसके साथ ही सॉवैल्डी की कालाबाजारी और धोखाधड़ी का खेल भी शुरू हो गया है! जानकारों के मुताबिक़ कुछ एजेंट एडवांस में दवा बुक कराने और बाजार में उपलब्ध होने से पहले ही दवा लाकर देने के नाम पर मोटा पैसा एचसीवी पीड़ितों से जमा करा रहे है। सावधान रहें और अगर संभव हो तो खुले बाजार में दवा उपलब्ध होने का इंतज़ार करें।

Advertisement. Scroll to continue reading.

स्प्रीचुवल गुरु और जर्नलिस्ट मुकेश यादव के फेसबुक वॉल से.

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. Anand Yadav

    September 13, 2016 at 7:24 am

    Res. Sir,
    Thankks for your post. I want the detail of this desease and information about the generic version this medicine if availablein the market . so that I can aware in my locality .

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement