दो कारणों से न्यूज़ चैनलों के नाम बदलने की ज़रूरत है : 1. चैनलों के मालिक नियमित रूप से बदलने लगे हैं और 2. न्यूज़ चैनलों पर न्यूज़ के नाम पर जो तमाशा दिखाया जा रहा है, उस कारण भी नाम बदल दिए जाने चाहिए. अगर आप नियमित न्यूज़ चैनल देखते हों तो यह बताने और समझाने की कोई ज़रूरत नहीं है कि किस तरह की खबरों को कौन सा चैनल किस तरह से दिखाएगा. पुरानी फिल्मों में जैसे जगदीश राज और ए के हंगल इंस्पेक्टर के रोल में ‘टाइप्ड’ हो गये थे, वैसे ही हमारे पत्रकार और मीडिया के पंच लोग भी ‘टाइप्ड’ हो गये हैं, और उनके मुँह खोलने से पहले ही बताया जा सकता है कि किस मुद्दे पर कौन सा व्यक्ति क्या बोलेगा।
ये मीडियाकर्मी सच्चाई से ज़्यादा अपनी वफ़ादारी को तरजीह देते हैं. एक दौर था जब प्रिंट मीडिया के एक हिस्से के लिए ‘जूट प्रेस’ शब्द का प्रयोग होता था क्योंकि उन अखबार समूह के मालिकों की जूट मिलें थीं और वे वहां से हुई कमाई को मीडिया के धंधे में लगा देते थे. अब ज्यादातर बड़े न्यूज़ चैनल चिट फण्ड कंपनियों द्वारा किये जा रहे हैं. इस तरह इसे ‘चिट फण्ड मीडिया’ कहा जा सकता है। ज्यादातर न्यूज़ चैनलों के नाम में ‘इण्डिया’, न्यूज़, टीवी, लोक, जन आदि शब्द जुड़े हैं और कई के नाम में 24, 7, 18 आदि। होना यह चाहिए था कि इण्डिया, लोक, जन, न्यूज़ सीधे सीधे पर चैनल होते जैसे — अम्बानी टीवी, अडाणी टीवी, बिड़ला टीवी, भक्त चैनल आदि आदि और 24, 7, 18 आदि की जगह एक ही शब्द होना था 420 चैनल।
मैं अपनी निजी योग्यता, अनुभव और दायित्व के आधार पर न्यूज़ चैनलों के कुछ नए नाम प्रस्तावित कर रहा हूँ. (जरूरी नहीं कि आप उससे सहमत हों ही.)
–अम्बानी न्यूज़
–अडाणी नाऊ
–बिड़ला टाइम
–लाइव लूट
–न्यूज़ एंटरटेनमेंट
–फेकू न्यूज़
–चापलूस वर्ल्ड
–चरणस्पर्श टीवी
–नफे की दुनिया
–खाने तक
–चमचा इण्डिया
–ग्रेट 420
–लूट फोकस
–चोर एक्सप्रेस
–फ्रॉड ओके
–जोकर न्यूज़
–भक्त चैनल
–फेक नेशन
–दलाल इण्डिया
–बिंदास चोर
–पॉलिटिकल प्लानेट
–टेंशन टीवी
–स्याह जगत
–खाना – पचाना
–वोट शॉप 18
–चोरी ओके ……..
अगर आप कोई नया न्यूज़ चैनल शुरू करने जा रहे हों तो इनमें से कोई भी नाम रजिस्टर करा सकते हैं. मेरा दावा है कि ये नाम सच्चाई करीब होने से जल्दी ही टीआरपी बटोरकर ले जाएंगे।
इस व्यंग्य के लेखक प्रकाश हिन्दुस्तानी मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं. उनका यह लिखा ‘वीकेंड पोस्ट’ के उनके नियमित कॉलम में प्रकाशित हुआ है. इसे आप प्रकाश हिंदुस्तानी के ब्लाग prakashhindustani.blogspot.in पर भी जाकर पढ़ सकते हैं.
God_Shareef
October 28, 2014 at 9:09 pm
This post is so funny 😆
But so TRUE 🙁
Avner jos
October 29, 2014 at 7:38 am
Such a mindless post, pl don’t give space to such craps.
santosh singh
December 10, 2014 at 1:25 pm
paisa walo ke lia bahut badhiya bissunes hai.