न्यूज नेशन डिजिटल की हालत खराब है। वैसे तो न्यूज नेशन डिजिटल की स्थिति कभी अच्छी नहीं थी लेकिन अब हालात बद से बदतर हैं। प्रभारी की बदतमाजी से हर कोई परेशान है। कल यानि 12 सितंबर को उन्होंने अपने चार सहकर्मियों से बदतमीजी की।
दरअसल नए संपादकीय प्रभारी को डिजिटल के कंसल्टेंट (जो डिजिटल को सुधारने के लिए सप्ताह में एक दिन दफ्तर आते हैं, और बाकी दिनों फोन से वर्तमान संपादकीय प्रभारी को गाइड करते हैं) ने फोन करके क्लास ली कि दो घंटे हो गए और अब तक ज्ञानवापी-शृंगार गौरी की खबर साइट पर नहीं लगी।
इसके बाद प्रभारी महोदय अपने डेस्क को बेइज्जत करने में जुट गए और पूरी टीम को ज्ञानवापी-शृंगार गौरी पर खबर करने का फरमान सुना दिया। दूसरे मीडिया घरानों में एक दिन पहले से ही ज्ञानवापी पर आने वाले अदालती फैसले के लिए टीम को सतर्क कर दिया गया रहा होगा। लेकिन न्यूज नेशन डिजिटल में कंसल्टेंट के निर्देश के बाद संपादकीय प्रभारी सक्रिय हुए।
न्यूज रूम में इस संपादकीय प्रभारी को लेकर तरह-तरह की चर्चा व्याप्त रहती है। दरअसल ये संपादकीय प्रभारी अपने सहकर्मियों को बात-बात में नोटिस दे देते हैं, वीक ऑफ कैंसिल कर प्रताड़ित करते हैं।
जब से ये डिजिटल की कमान संभाले हैं कम से एक दर्जन लोग नौकरी छोड़कर जा चुके हैं जिसमें कुलदीप सिंह, नीतू पांडे, धीरेंद्र कुमार, पंकज मिश्रा, दिव्या चतुर्वेदी, धीरज सिंह, ईश्वर दत्ता, मेघा जैन, लक्ष्मण सिंह जैसे लोग शामिल हैं।
न्यूज नेशन डिजिटल से एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.