{jcomments off}नोएडा के सेक्टर 63 स्थित न्यूज चैनल ‘समाचार प्लस’ के वॉश रूम में पिछले दिनो संस्थान की ही एक लड़की का एमएमएस बनाने का समाचार भड़ास4मीडिया पर प्रकाशित हो जाने के बाद चैनल प्रबंधन अपनी व्यवस्था दुरुस्त करने की बजाय भड़ास4मीडिया के ही खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है। चैनल प्रबंधन इसके लिए पेशबंदी करते हुए अपने कर्माचरियों से एक रेडीमेट कंप्लेन फार्म पर हस्ताक्षर कराने का दबाव बना रहा है।
पता चला है कि संस्थान में काम करने वाली लड़कियां प्रबंधन की इस हरकत से गुस्से में हैं। चैनल प्रबंधन अपनी गंदगी ढंकने की बजाय पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी के तहत जिस फार्म पर अपने स्टॉफ से साइन करा रहा है, उसमें शीर्ष पर लिखा है- ‘मानहानि एवं ब्लैकमेलिंग के उद्देश्य से भ्रामक खबरों के प्रसारण के संबंध में’। फार्म में इसके नीचे रिक्त स्थानों सहित वह ब्योरा दर्ज है, जिसे कर्मचारियों को भरने के लिए मजबूर किया जा रहा है। पूरा प्रोफार्मा उपर दिया गया है। भड़ास पर ‘फीमेल बाथरूम में खुफिया कैमरा’ शीर्षक से खबर छपने के अगले दिन अमर उजाला अखबार में भी यह खबर सविस्तार प्रकाशित हुई, जो इस प्रकार है…
युवा लेखिका प्रियंका सिंह ने अपने एफबी वाल चैनल में खुफिया कैमरा मिलने को लेकर एक पोस्ट लिखी, जिसके कमेंट बाक्स में एक लड़की ने भड़ास को फंसाए जाने की साजिश का खुलासा करते हुए पूरा प्रोफार्मा पोस्ट किया है. इस कमेंट में कहा गया है कि समाचार प्लस प्रबंधन द्वारा भड़ास के खिलाफ पेशबंदी-फार्म भरवाने के दबाव से स्टॉफ में भारी रोष है. स्क्रीनशाट इस प्रकार है–
भड़ास पर प्रकाशित अन्य संबंधित खबरें सविस्तार इन दोनो लिंक्स पर पढ़ सकते हैं –
Comments on “‘समाचार प्लस’ प्रबंधन भड़ास पर मुकदमे की तैयारी कर रहा, देखें कंप्लेन फारमेट जिस पर इंप्लाइज से जबरन साइन कराया जा रहा है”
पहले तो यशवंत को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए …नहीं आता तो सिखाना चाहिए…बिना सच्चाई जाने कुछ भी छाप देने पर अमर उजाला जैसे अखबार को और भड़ास को भी शर्मिंदा होना चाहिए…और उन्हें दंडित किया जाना चाहिए… यहां जो काम करते हैं वो सच्चाई जानते हैं…जो यहां नहीं है वो सिर्फ अपनी गुरेज निकालने और संस्थान को बदनाम करने के सिवा कुछ नहीं कर रहे…शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों को….
चैनल असल में दलाली, और काले धन को सफ़ेद करने का अड्डा है। इस चैनल का मुख्य धंधा ब्लैकमेलिंग करके पैसा बनाना है। यहां चैनल की आड़ में तमाम तरह के गोरख धंधे होते हैं। कर्मचारी नाम मात्र की तनख्वाह पर काम कर रहे हैं। महिलाओं का जमकर शोषण होता है।12 घंटे तक बंधुआ मजदूर की तरह काम कराया जाता है।इस चैनल के मालिकों का ये पहला काण्ड नहीं है। सुर सुरा सुंदरी और सत्ता का गंदा धंधा यहाँ शुरू से चल रहा है। इज़्ज़त जाने डर से पीड़ित लडकियां चुप रहती आई हैं। यहां ईडी और सीबीआई का छापा पड़ने पर सारे सबूत और मीडिया का बहुत बड़ा स्कैंडल सामने आ सकता है। यशवंत को इस साहसिक रिपोर्ट को छापने के लिए बधाई।
शर्म तो आपको आनी चाहिए रूबी जी। इतनी बेशर्म हरकत करने वाले भेड़ियों का समर्थन करने के लिए। समाचार प्लस किस स्टार का चैनल है, लाइसेंस का जुगाड़ कहाँ से किया? और वहां क्या गोरखधंधा होता है, ये सबको पता है। अगर आप लोगों में महिलाओं की इज़्ज़त करने के संस्कार होते तो इतनी गिरी हुई हरकत नहीं करते। और हाँ झूठे नाम से कॉमेंट करके यशवंत जी को गालियां देना बंद कीजिये। क्योंकि अगर समाचार प्लसकी लडकियां आप लोगों की असलियत उजागर करने पर आ गयी तो फिर ईडी और सीबीआई ही जांच करेगी। इतने खुलासे होंगे कि ब्लैकमेलिंग और एमएमएस काण्ड का सारा गोरखधंधा खुल जाएगा। कहें तो कुछ सबूत पेश करूँ यहां।मुंह मत खुलवाईए आप।
मुंह खोल ही दीजिए… पता तो चले इस मुंह में और क्या क्या है… और सच सामने भी आ जाएगा गीदड़ धमकियों से भी छुटकारा मिल जाएगा अब खोल ही दीजिए मुंह गंदगी मुंह में नहीं रखनी चाहिए
हर जिले में ब्यूरो कौन बेचता है? एक माइक आईडी के लिए कितने लाख लेता है ये चैनल। झूठे स्टिंग ऑपरेशन कौन बनवाता है? चैनल के अकाउंट डिपार्टमेंट की जांच करवा लीजिये सारे खुलासे हो जाएंगे। नेताओं से उगाही कर सुपारी जर्नलिज़्म कर रहे हैं इस तरह के चैनल।