बीते दिनों bhadas4media ने नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (Noida International University) में फ्रॉड तरीके से बांटी जा रही पीएचडी डिग्री की खबर प्रकाशित की थी. अब जानकारी आ रही है कि ये कोई पहला मामला नहीं है जहा इस यूनिवर्सिटी ने फ्रॉड तरीके से डिग्री बांटने का खेल किया है.
एक और नया मामला bhadas4media के संज्ञान में आया है, जिसमें एलएलबी आनर्स की डिग्री देने के नाम पर एडमिशन लिया गया, जबकि बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया ने यूनिवर्सिटी को इसके लिए कोई मान्यता नहीं दी थी.
इस केस में पीड़ित पक्ष ने इलाहबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी है. कोर्ट ने रजिस्ट्रार और वीसी को तलब कर लिया है. नोएडा के प्रतीक शुक्ला ने बीबीए एलएलबी आनर्स के कोर्स में साल २०१३ में इस यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया. कई साल पढ़ाई करने के बाद जब डिग्री मिलने का समय आया, तो नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी यह डिग्री देने से साफ़ मुकर गयी.
पीड़ित पक्ष ने जब बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया से पता किया, तो मालूम पडा कि इस यूनिवर्सिटी को ऐसे किसी कोर्स के लिए मान्यता ही नहीं दी गयी है. प्रतीक शुक्ला ने जब यूनिवर्सिटी प्रशासन से यह पूछा की छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों किया गया, तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया.
थक हारकर उन्होंने नवम्बर २०१९ में हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर की, जहाँ यूनिवर्सिटी प्रशाशन को तलब किया गया है, जिसकी अगली तारीख १८ फरवरी है. कोर्ट के तलबी आदेश की कॉपी bhadas4media के पास है, जी नीचे प्रकाशित की जा रही है-
मूल खबर-