

बड़ी खबर नोएडा से आ रही है. यहां चार पत्रकारों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनमें से एक लखनऊ का पत्रकार है. पुलिस का कहना है कि इन्हें एक्सटॉर्शन के मामले में धरा गया है. इनकी गिरफ्तारी गाज़ियाबाद, लखनऊ और ग्रेटर नोएडा से की गई.
इन चार में से दो आरोपी पहले भी जेल जा चुके हैं. नोएडा पुलिस ने बीटा 2 कोतवाली में इन पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इन पत्रकारों के नाम हैं- चंदन रॉय, नीतीश पांडेय, सुशील पंडित और उदित गोयल. बताया जाता है कि पांचवां पत्रकार रमन ठाकुर फरार है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है.
गिरफ्तार किए गए पत्रकारों पर गैंगस्टर लगाया गया है. बताया जाता है कि पत्रकार चंदन राय पर पहले से कोई भी मुकदमा नहीं है. बावजूद इसके इन पर भी गैंगस्टर लगाया गया है. मीडिया जगत में पत्रकारों पर गैंगस्टर लगाने जैसी कार्रवाई करने पर हलचल मची हुई है.
जो शुरुआती जानकारी मिल रही है, उसके मुताबिक पत्रकारों को गिरफ्तार इसलिए किया गया क्योंकि वे लगातार नोएडा पुलिस और कप्तान के खिलाफ खबरें छाप रहे थे. कुछ पत्रकारों ने भड़ास4मीडिया को बताया कि ये पूरा मामला दो आईपीएस अधिकारियों वैभव कृष्ण और अजयपाल शर्मा के बीच आपसी जंग का नतीजा है. गिरफ्तार किए गए पत्रकारों को अजयपाल शर्मा के खेमे का माना जाता है. वैभव कृष्ण इन दिनों नोएडा के एसएसपी हैं. इनसे ठीक पहले अजयपाल शर्मा पुलिस कप्तान हुआ करते थे. जो पत्रकार अरेस्ट किए गए हैं, वे वैभव कृष्ण के खिलाफ लगातार खबरें छाप रहे थे. पर सवाल यही है कि क्या पुलिस के खिलाफ खबरें छापने के कारण पत्रकारों की गिरफ्तारी होगी और उन पर गैंगस्टर लगा दिया जाएगा?
पत्रकार द्वय नीतीश पांडेय और चंदन राय को IPS अजय पाल शर्मा VS वैभव कृष्ण की लड़ाई में गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों पत्रकार नोएडा पुलिस के खिलाफ आक्रामक तेवर में खबरें छाप रहे थे.
ज्ञात हो कि वैभव कृष्ण ने नोएडा का कप्तान बनने के बाद सबसे पहले अजय पाल शर्मा के समय तैनात इंस्पेक्टरों को हटाया और कुछ को गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी प्रकरण में हाई कोर्ट ने कड़ी फटकार भी लगाई थी. इससे संबंधित खबरें नीतीश पांडेय और चंदन राय लगातार चला रहे थे. लोगों का कहना है कि कप्तान के खिलाफ खबरें चलाने पर क्या पत्रकारों को गिरफ्तार कर उन पर गैंगस्टर लगा दिया जाएगा? ये किसी लोकतांत्रिक देश में संभव नहीं है. ये प्रकरण भविष्य में तूल पकड़ेगा.
पढ़ें एफआईआर की कॉपी….




पढ़ें नोएडा पुलिस की तरफ से जारी प्रेस रिलीज….



पूरे प्रकरण को समझने और गैंगस्टर शुदा पत्रकारों का वर्जन देखने के लिए ये वीडियो भी देख सकते हैं-
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Comments on “खबर छापने के जुर्म में नोएडा पुलिस ने 4 पत्रकारों को अरेस्ट कर ठोंका गैंगस्टर, 5वां फरार (पढ़ें FIR और प्रेस रिलीज)”
noida men patrkartita hai kahan, sab raikatbaji rah gai hai
अब व्यापक देशहित में यह सब तो सहना ही पड़ेगा। यह सब इसी लिए हो रहा है कि आप लोग इन फिजूल की बातों में उलझ जाएं और कश्मीर में जमीन खरीदने के मिले स्वर्णिम अवसर से चूक जाएं। यह सब तो होता ही रहेगा। पत्रकारों को इन छोटी-छोटी बातों को छोड़ कर अपना ध्यान फिलहाल कश्मीर में जमीनें खरीदने पर केंद्रित करें। आखिर देश हित में सोचना हम कब शुरू करेंगे। अब देखिए तीन-तलाक बिल से मुस्लिम समाज की महिलाओं में खुशी की लहर है। अगले लोकसभा चुनाव से पूर्व अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू हो जाने की भी संभावना है। देश में बेरोजगारी और आर्थिक मंदी है तो क्या हुआ। नोटबंदी ने आखिर आतंकियों की कमर तो तोड़ कर रख दी। इतना क्या कम है।
राम राज्य मीडिया सुरक्छित नही
यशवंत भाई, वैसे मुकदमा तो “गैंगस्टर एक्ट” के तहत दर्ज कर लिया गया है लेकिन पुरे FIR को पढने के बाद जिस निष्कर्ष पर मैं पहुंचा हूँ, कोर्ट में ये मामला हल्का ही दिखेगा क्योंकि पुलिस ने आवेग और अति-उत्साह में जो मामला दर्ज किया है, उसमें कानूनी तौर पर आरोपियों को कई बिन्दुओं में लपेटने के चक्कर में खुद ही बिखरते हुए दिख रहे हैं. इसी का लाभ आरोपियों को कोर्ट में मिलेगा…..इन्तजार कीजिये अदालती कार्यवाही का.
गलत हुआ पत्रकारों के साथ
हमै तो ये समझ मैं नहीं आ रहा है पत्रकार संगठन कहा है ये भारत के पत्रकारो का दुर्भाग्य है कि एक पत्रकार दुसरे पत्रकार की टांग खींचने का काम कर रहा है
मैं आपको सादर प्रणाम करता हूं जो आप ने आबाज दे कर इस मामले को दूर तक पहुंचा ने का काम किया है
बहुत ही दुखद घटना है हम उन पत्रकार बंधुओं के साथ में हैं