: छह पुलिसकर्मियों समेत आठ लोगों के खिलाफ लखनऊ में रिपोर्ट दर्ज : गाजियाबाद के नर्सिंग होम की दलित नर्स को इशारे पर नचाने में नाकाम रहे दबंग ने पत्रकार दोस्त और पुलिस की मदद से उसकी गृहस्थी तबाह करने की खौफनाक साजिश रची। नर्स के प्रापर्टी डीलर पति को ड्रग स्मगलर बना सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। दलित परिवार का दुखड़ा सुन डीजीपी ने एंटी करप्शन से जांच कराई तो नोएडा पुलिस, पत्रकार और दबंग की तिकड़ी का भंडाफोड़ हुआ। लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में नोएडा के छह पुलिसवालों समेत आठ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
मामला यह है : इंदिरापुरम स्थित एक नर्सिंग होम में वर्ष 2005 से 08 तक नर्स रही मीना (बदला नाम) से अरुण यादव नामक दबंग ने दोस्ती बनाई। मीना ने शादी का प्रस्ताव रखा तो अरुण ने इनकार कर दिया। परिजनों ने मीना की शादी प्रापर्टी डीलर विजय वाल्मीकि से कर दी, लेकिन अरुण ने पीछा नहीं छोड़ा। वह मीना पर दबाव बनाता रहा। उसने अपने एक पत्रकार दोस्त की मदद से साजिश रच डाली। अरुण 6 फरवरी को गाजियाबाद की अंकुर विहार कॉलोनी स्थित विजय के कार्यालय पहुंचा और खुद को आशुतोष गुप्ता बता 11 सौ रुपये टोकन मनी दे दी।
छह मार्च को विजय को नोएडा के सेक्टर 18 मार्केट बुलाया और पत्रकार दोस्त की मदद से सेक्टर 24 के एक मॉल में ले जाकर शराब पिलाई। विजय के बेसुध होने पर पत्रकार ने सेक्टर 58 थाने की पुलिस को फोन किया। थोड़ी देर में एसएसआई नरेंद्र शर्मा, एसआई विवेक शर्मा, सतीश कुमार, हेड कांस्टेबल हरिराज सिंह और कांस्टेबल जगदेव सिंह पहुंचे। विजय को सेक्टर 63 पुलिस चौकी ले गए। एक दिन अवैध हिरासत में रख 7 मार्च की रात 11.20 बजे उसे एक किलो चरस के साथ गिरफ्तार दिखा दिया। विशेष श्रेणी के दारोगा रामवीर सिंह ने तफ्तीश की खानापूरी करके चार्जशीट लगा दी। साभार : अमर उजाला
Comments on “पत्रकार के साथ मिलकर बेगुनाह को बनाया ड्रग स्मगलर”
Sanjeev Yadav Buero chief hindustan ne itni neach harkat ki hai ka patrkaro ko saram aati hai.
Jab amar ujala ne patrakaar ka naam chap diya hai ki wo Hindustan ke Noida bureau chief SANJEEV YADAV hai to aap unka naam batane me etna kyon parhez kar rahe hai.
YASHWANT JI AAP HAMESHA SABI PAR APNI BHADAAS KE JARIYE BHADAAS NIKALTE HAI, MAGAR IS MAMLE KO APNE PORTAL PAR DALTE WAQT KUCH KAMJOR KYUN LAG RAHE HAI. MAIN MAHSUS KAR RAHA HUN KI APNE UN PATRKAAR MAHODAY KA NAAM IS KHABAR ME NAHIN DALA HAI ISKE PUICHE WAJAH KYA HAI. AAP AAYE DIN LOGON KI BAKHIYA UDHEDTE HAI MAGAR IS MAMLE ME LIPT PATRKAAR KA NAAM AAKHIR KIS KARAN UJAGAR NAHIN KAR RAHE. YADI NISHPAKSH TARIKE SE PORTAL CHALATE HAI TO UN PATRKAAR MAHODAY KI JIWNI BHI JARUR BATAEN JINHONE PATRKARITA KE MANDANDON AUR GARIMA KO KINARE RAKHKAR YE KARTUT KARKE TAMAAM PATRKARON KO BADNAAM KARNE KA KAAM KIYA HAI .
RAHUL GAZIYABADI