आईआरएस (राउंड-2) : हिंदी अखबार
इंडियन रीडरशिप सर्वे (राउंड-2) के आंकड़े आ चुके हैं। मीडिया रिसर्च यूजर्स कौंसिल (एमआरयूसी) ने इस बार टाप टेन की सूची नहीं जारी की। उसने आंकड़ों को एनालाइज करने के लिए सभी मीडिया हाउसों के पास भेज दिया है। हालांकि मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की सोमवार को आयोजित एक बैठक में एमआरयूसी ने सर्वे के आंकड़ों का विस्तार से प्रदर्शन किया। साथ ही विभिन्न कैटगरी के टाप टेन प्लेयरों के बारे में भी बताया।
भड़ास4मीडिया को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में जो प्रजेंटेशन एमआरयूसी की तरफ से दिया गया उसके मुताबिक हिंदी अखबारों में दैनिक जागरण के पास नंबर वन की कुर्सी बरकरार है।
साथ ही उसने रीडरशिप में जबर्दस्त बढ़त भी हासिल की है। पिछले साल के रीडरशिप के आंकड़ों से इस बार के आंकड़ों की तुलना करें तो दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर, हिंदी के दोनों शीर्ष मीडिया हाउसों ने खूब तरक्की की है।
दैनिक जागरण की पाठक संख्या अब 557.4 लाख हो गई है जो पिछले साल 536.1 लाख थी। मतलब, जागरण ने 21 लाख से ज्यादा पाठक एक साल में जोड़े हैं।
दैनिक भास्कर के पाठक अब 338.3 लाख हो गए हैं। पिछले साल यह संख्या 305.8 लाख थी। एक साल में भास्कर ने 33 लाख पाठक जोड़ने में कामयाबी हासिल की है।
तीसरे नंबर पर मौजूद अमर उजाला की पाठक संख्या भी खूब बढ़ी है। पिछले साल जहां इस अखबार के कुल पाठक 282.2 लाख थे, वहीं इस बार 293.8 लाख हो चुके हैं। मतलब, एक साल में 10 लाख से ज्यादा पाठक अमर उजाला ने जोड़े हैं।
इसके बाद नंबर आता है दैनिक हिंदुस्तान का। उसकी पाठक संख्या 235.3 लाख से 266.3 लाख पर पहुंच गई है। इस प्रकार हिंदुस्तान ने एक साल में लगभग 21 लाख नए पाठक बनाए हैं।
राजस्थान पत्रिका ने एक साल में कुल आठ लाख से ज्यादा नए पाठक जोड़े हैं। पिछले साल इस अखबार के पाठक 131.9 लाख थे तो इस बार के आंकड़े के मुताबिक पत्रिका की कुल पाठक संख्या 140 लाख हो चुकी है।