वेबदुनिया के संस्थापक व नई दुनिया के सीईओ विनय छजलानी और बिजनेसवर्ल्ड के पूर्व संपादक जहांगीर पोचा ने टीवी न्यूज चैनल आईएनएक्स न्यूज को खरीद लिया है। इन दोनों ने इंडी मीडिया कंपनी प्राइवेट लिमिटेड का गठन कर इस न्यूज चैनल का सौ फीसदी मालिकाना अधिकार अपने अधीन कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक आईएनएक्स न्यूज के मालिकान इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी इस सौदे के बाद अब आईएनएक्स न्यूज से पूरी तरह बाहर हो गए हैं। खबर है कि बिजनेसवर्ल्ड से इस्तीफा देने के बाद जहांगीर आईएनएक्स न्यूज के नए एडीटर बन गए हैं। विनय और जहांगीर द्वारा आईएनएक्स न्यूज खरीदने में पैसा किसने लगाया है और कितना लगाया है, यह अभी तक पूरी तरह गुप्त है। बताया जा रहा है कि पैसा किसी तीसरे शख्स ने लगाया है। उसकी पहचान जाहिर नहीं की गई है।
वीओआई, राजस्थान में बवाल मचा हुआ है। पूर्व ब्यूरो चीफ श्रीपाल शक्तावत के इस्तीफा देने और देवेंद्र सिंह तंवर के नए ब्यूरो प्रमुख बनने के बीच कई घटनाएं हुई हैं। इसमें मारपीट से लेकर कामकाज ठप किए जाने तक की स्थितियां सामने आई हैं। वीओआई से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि श्रीपाल के इस्तीफा देने के बाद देवेंद्र सिंह तंवर से पहले दिनेश गोस्वामी को वीओआई, राजस्थान का ब्यूरो प्रमुख बनाया गया, लेकिन उन्होंने कुछ घंटों बाद ही इस नए पद से तौबा कर लिया। इसके बाद ही देवेंद्र सिंह तंवर की ताजपोशी की गई। सूत्रों के मुताबिक श्रीपाल के पक्ष में वीओआई, राजस्थान के रिपोर्टरों ने कामकाज ठप कर रखा है। कई रिपोर्टरों ने इस्तीफा भी दे दिया है।
खबर यह भी है कि उधारी के सहारे खड़ी की गई वीओआई, राजस्थान की इमारत और साजो-सामान के बकाएदारों ने इसी बीच वीओआई के राजस्थान आफिस पर धावा बोल दिया। ये लोग अपना बकाया वसूलने आए थे। इन लोगों की नए ब्यूरो चीफ देवेंद्र से हाथपाई हुई। सूत्रों के मुताबिक वीओआई के नोएडा स्थित मुख्यालय से अगले कुछ दिनों में किसी वरिष्ठ पदाधिकारी को राजस्थान भेजे जाने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक वीओआई प्रबंधन राजस्थान में नया आफिस लेने की तैयारी कर रहा है।
सूत्रों का कहना है कि नोएडा स्थित मुख्यालय में काम कर रहे लोग भी लगातार परेशान चल रहे हैं। ज्यादातर लोगों को अभी नवंबर माह की सेलरी नहीं मिली है। दो महीने से बिना सेलरी पर काम कर रहे वीओआई कर्मियों में भयंकर गुस्सा है। सूत्रों के मुताबिक वीओआई से हाल-फिलहाल इस्तीफा देने वाले कई लोगों का भुगतान अभी तक लटका है। कुछ लोगों को जो चेक दिया गया था, वो बाउंस हो गया। ऐसे में पूर्व वीओआईकर्मी मामले को कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर रहे हैं।