देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूह राजस्थान पत्रिका ने तीसरे अंतरराष्ट्रीय कर्पूर चन्द्र कुलिश अवार्ड के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की हैं। मूल्यपरक पत्रकारिता एवं टीम भावना को बढ़ावा देने वाले इस पुरस्कार के लिए 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2009 तक दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों की प्रविष्टियां ही मान्य होंगी। ये प्रविष्टियां 15 फरवरी 2010 तक भिजवाई जा सकती हैं। प्रतिवर्ष दिया जाने वाला यह अवार्ड सामाजिक मूल्यों को मजबूत करने वाली पत्रकारिता का सम्मान करने और उसे आगे बढ़ाने वाला है। पत्रिका समूह के डिप्टी एडिटर भुवनेश जैन ने जानकारी दी कि इस बार अवार्ड की थीम ‘समावेशी विकास’ रखी गई है। इसके तहत प्रिंट मीडिया में प्रकाशित ऐसी रिपोर्ट्स अवार्ड की श्रेणी में शामिल होंगी, जो समाज के वंचित तबके को मुख्यधारा में लाने में मददगार साबित हुईं।
अवार्ड के रूप में 11 हजार अमरीकी डॉलर की सम्मान राशि, पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। भुवनेश आगे बताते हैं- ‘प्रयास यह रहेगा कि अवार्ड में पत्रकार के साथ समाचार के महत्व, उसके पीछे रहे टीम के प्रयास और कार्यकुशलता का भी सम्मान हो। अवार्ड के साथ कुछ चयनित प्रविष्टियों को सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे। प्राप्त प्रविष्टियों में से पुरस्कार योग्य प्रविष्टियों का चयन इसके लिए गठित जूरी करेगी। यह अवार्ड इस वर्ष मार्च में आयोजित समारोह में दिया जाना प्रस्तावित है।’
वर्ष 2007 में स्थापित पहला कर्पूर चंद्र कुलिश अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार पाकिस्तान के दैनिक समाचार पत्र ‘डॉन’ और नई दिल्ली से प्रकाशित ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ (एचटी) को संयुक्त रूप से तथा दूसरा पुरस्कार वरिष्ठ पत्रकार हरिन्दर बवेजा को प्रदान किया गया। बवेजा को यह पुरस्कार नई दिल्ली में गत वर्ष 31 जुलाई को एक भव्य समारोह में लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती मीरा कुमार ने प्रदान किया। द्वितीय अवार्ड की थीम ‘आतंक और समाज’ रखी गई थी। पुरस्कार के लिए चयन मण्डल को दुनिया भर के मीडिया संस्थानों से बड़ी संख्या में प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। अवार्ड संबंधी विस्तृत जानकारी www.patrika.com/kckaward पर उपलब्ध है।
Manoj
January 14, 2010 at 11:39 am
why not entries for maghzines article,
Vasant Joshi
January 14, 2010 at 1:04 pm
National or Local Newspapers?