फैजाबाद से प्रकाशित दैनिक जनमोर्चा के संपादक और प्रेस कौंसिल आफ इंडिया के सदस्य शीतला सिंह और उप संपादक सुमन गुप्ता के खिलाफ यूपी की मुख्यमंत्री मायावती को एक शिकायती पत्र भेजा गया है। इस पत्र को भेजा है प्रेस क्लब, अयोध्या-फैजाबाद के अध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी ने। पत्र में शीतला सिंह और सुमन गुप्ता पर फैजाबाद के सरकारी आवास में पत्रकारिता का फर्जी विद्यालाय चलाने और छात्रों से लाखों रुपये ठगने का आरोप लगाया गया है। पत्र के मुताबिक इन दोनों पत्रकारों के खिलाफ 13 सितंबर 2009 को एक मुकदमा (अपराध संख्या 4530/09) आई.पी.सी की धारा 419, 420 के तहत दर्ज कराया जा चुका है। यह केस मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी के आदेश पर कोतवाली नगर, फैजाबाद में दर्ज किया गया है। इसमें इन दोनों पर छात्रों से पैसा लेकर डिग्री न देने और पैसा खाने का आरोप लगाया गया है। पत्र में प्रेस क्लब अयोध्या-फैजाबाद के अध्यक्ष महेंद्र त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री मायावती से मांग की है कि शीतला सिंह और सुमन गुप्ता से सरकारी आवास खाली कराया जाए, पत्रकार के रूप में राज्य से मिली मान्यता खत्म की जाए और प्रेस कौंसिल आफ इंडिया से तुरंत निकाला जाए।
मुख्यमंत्री को भेजे गए इस पत्र की एक कापी भडा़स4मीडिया के पास भी है, जिसे नीचे जस का तस प्रकाशित किया जा रहा है। इस पूरे मामले के बारे में भड़ास4मीडिया ने जब शीतला सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने कहा- ‘सारे आरोप बेबुनियाद हैं। इस जमाने में लोग किसी रेखा के समानांतर बड़ी रेखा खींचने की जगह दूसरी रेखा को ही छोटी करने में जुट जाते हैं। इस मामले के बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहता। अन-नेसेसरी ऐसे मामलों में मुंह खोलकर दूसरे लोगों का वर्चस्व नहीं बढ़ाना चाहता। जो प्रश्न उठाए गए हैं, उस पर हाईकोर्ट का फैसला आ चुका है। सब कुछ आरोप लगाने वालों के खिलाफ गया है। उन लोगों ने शिकायत केवल मुख्यमंत्री तक ही नहीं की है बल्कि राष्ट्रपति से लेकर राज्यपाल तक, जहां-जहां वे कर सकते थे, उन लोगों ने किया। लेकिन जो सच है, वह सच ही रहेगा। किसी के बार-बार कहने से झूठ नहीं हो जाएगा। मेरे कुछ मित्र हैं जो ऊंचाई हासिल नहीं कर पाने के कारण दूसरों का कद छोटा करने में जुट गए हैं। हर चीज की जांच हो चुकी है। मैं अपनी जगह पर सही हूं। मैं और क्या कहूं। आपको जो छापना है छापिए।’
महेंद्र त्रिपाठी द्वारा शीतला सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री को भेजा गया पत्र…
दिनांक : 15/09/09
सेवा में,
माननीया मुख्यमंत्री जी,
उत्तर प्रदेश शासन
लखनऊ
विषय- जालसाजी व धोखाधड़ी के आरोपी दैनिक जनमोर्चा के सम्पादक शीतला सिंह व उप सम्पादक सुमन गुप्ता के द्वारा पत्रकारिता का फर्जी विद्यालय 4, सिविल लाइन, फैजाबाद के सरकारी आवास में चला रहे हैं जिसे तत्काल खाली कराये जाने के सम्बन्ध में.
महोदया,
विगत तीन वर्षों से फैजाबाद दैनिक जनमोर्चा के सम्पादक, प्रेस कौंसिल आफ इण्डिया के सदस्य शीतला सिंह व उप सम्पादक सुमन गुप्ता के द्वारा 4, सिविल लाइन, फैजाबाद के सरकारी आवास में पत्रकारिता प्रशिक्षण संस्थान के फर्जी पत्रकारिता का विद्यालय चला रहे थे और पत्रकारों को प्रशिक्षण देने के नाम पर ठगी कर रहे थे जिसमें एक भुक्तभोगी छात्र शिवसामन्त मौर्य पुत्र सत्यनारायण मौर्य, शिवपुरी तेलीटोला, फैजाबाद निवासी ने जिले के समस्त अधिकारियों से शिकायत की. जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने फैजाबाद के सीजेएम कोर्ट में 156/3 के तहत याचिका दायर किया और सीजेएम कोर्ट में दिये गये साक्ष्य के आधार पर न्यायालय ने पत्रकारिता प्रशिक्षण संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर शीतला सिंह, पुत्र राजबहादुर सिंह, बेगमगंज, मकबरा, फैजाबाद एवं निदेशक सुमन गुप्ता पुत्री श्याम सुन्दर दास, 30 नीलविहार कालोनी फैजाबाद एवं परमहंस प्रशिक्षण महाविद्यालय, अयोध्या के प्रबन्धक ऋषिकेश उपाध्याय पुत्र लक्ष्मीदत्त उपाध्याय, लक्ष्मीशोभा निकेतन, जयसिंहपुर, अयोध्या-फैजाबाद के खिलाफ मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी के आदेश पर कोतवली नगर फैजाबाद में 13.09.09 को मुकदमा अपराध संख्या 2430/09 धारा 419, 420 आई.पी.सी के तहत शीतला सिंह, सुमन गुप्ता, ऋषिकेश उपाध्याय के खिलाफ पंजीकृत किया है. अभियुक्तों पर आरोप है कि फर्जी तरीके से पैसा लेकर डिग्री न देना और पैसे हजम कर लेना. इसकी विवेचना कोतवाली नगर के एस.एस.आई रामसजीवन सचान के द्वारा किया जा रहा है.
अत: माननीया मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि पत्रकारिता जैसे पवित्र कार्य को कलंकित करने वाले शीतला सिंह, सुमन गुप्ता से सरकारी आवास तत्काल खाली कराया जाय तथा सैकड़ों छात्रॊं से फीस लेने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है इनसे रिकवरी करायी जाय. शीतला सिंह की फैजाबाद की डेस्क की पत्रकार मान्यता व सुश्री सुमन गुप्ता की लखनऊ की पत्रकार मान्यता तत्काल समाप्त कर उनसे परिचय पत्र जमा कराया जाय एवं प्रेस कौंसिल आफ इण्डिया से इन्हें निष्कासित किया जाय. ये अभियुक्तगण भोले-भाले बेरोजगार छात्रों को यह कह कर फ़ॉर्म भरवाते थे कि इनकी संस्था अवध विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त है और बाकायदा छात्रों को परिचय पत्र निर्गत करते थे और विश्वविद्यालय का ही मोनोग्राम छापकर परिचय पत्र ज़ारी कर देते थे जिससे भोले-भाले छात्र इनकी ठगी का शिकार हो जाते थे. इसके पहले भी प्रेस क्लब अयोध्या के द्वारा भी इनके द्वारा किये जा रहे फर्जीवाड़े की शिकायत महामहिम राष्ट्रपति महोदय से लेकर आपके भी संज्ञान में लाया गया है जिसकी जांच महामहिम राष्ट्र्पति महोदय ने उ.प्र. शासन के प्रमुख सचिव लोक शिकायत विभाग, उ.प्र. सचिवालय, लाल बहादुर, शास्त्री भवन, लोक शिकायत अनुभाग-2 मे जांच चल रही है एवं जिले में जिलाधिकारी के द्वारा जांच करायी जा रही है. जांच अधिकारी एस.डी.एम. सदर एवं मुख्य कोषाधिकारी फैजाबाद द्वारा चल रही है. शीतला सिंह समाजवादी पार्टी एवं मुलायम सिंह के अति करीबी हैं जिन्होंने मुलायम सिंह की नजदीकियों का लाभ उठाकर बिना पुलिस वेरीफिकेशन कराये यशभारती का पुरस्कार प्राप्त कर लिया और प्रेस क्लब अयोध्या को वर्ष 1994 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के द्वारा दिये गये 10 लाख रूपये अधिकारियों से मिलीभगत करके हड़प लिया जिसकी जांच आपके द्वारा करायी जा रही है. लाख शिकायतों के बाद भी ये अपने फर्जीवाड़ा को बन्द नहीं कर रहे हैं और अब उसी सरकारी आवास में पत्रकारिता व जनसंचार में स्नातकोत्तर डिप्लोमा एवं डिग्री राजर्षि पुरुषोत्तमदास टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय, इलाहबाद का अध्ययन केन्द्र बताकर एक नयी ठगी फिर शुरू कर दी. पुलिस ने अभी इन अभियुक्तों को गिरफ्तार नहीं किया है. अत: प्रेस क्लब आयोध्या आपसे मांग करता है कि तत्काल इन्हें गिरफ्तार कर इनके फर्जीवाड़े को रोका जाय.
भवदीय
महेन्द्र त्रिपाठी
अध्यक्ष प्रेस क्लब, अयोध्या-फैजाबाद
sanjay arora
March 20, 2010 at 5:16 am
महेंद्र जी ताजमहल पर कालिख लगा देंगें तो वो काला नहीं हो जायेगा। आप शायद 2 दशक के पहले के वो वाक्ये भल चुकें हैं जब आपका फोटो स्टूडियों हुआ करता था । पर भी चरित्र हनन का आरोप लगा था और शायद उसकी रिपोर्ट थाने में भी दर्ज हुये थे। आपको ये भी याद होगा कि बाबरी मस्जिद गिरी थी तो आपने फोटोग्राफरकी हैसियत से फोट खींचे थे क्योकि फोटो सिर्फ आपके पास थे सो आपने अपनी मुंहमांगी 4 गुने दाम पर दिये । पत्रकारिता का ब्लैकमेल या किसी का चरित्र का हनन नहीं होती और ना ही ये पैसा कमाने का साथन। लोक तंत्र के चौथे खंबे को अपनी कलुषित मानसिकता से दरार ना डाले ।मीडिया पर आये दिन सवाल खड़े हो रहे हैं, विश्वसनीयता भी कम हुई है। बाजारीकरण का मीडिया पर खासा प्रभाव देखने को मिल रहा है। खबरों और मीडिया के बिकने के आरोपों के साथ-साथ कई नए मामले भी सामने आए हैं। भारत में पत्रकारिता का इतिहास बड़ा गौरवशाली रहा है।’सारे आरोप बेबुनियाद हैं। मुझे लगता है कि 60 साल से अधिक पत्रकारिता से जुड़े शीतला सिंह पर आरोप आपने अपने नाम को लाइमलाइट में लाने की कोशिश थी । उनकेज्ञान उकी प्रतिष्ठा पर उनके लेखन तक पहुंचने के लिये आपको अगला जन्म लेना होगा …। जो झूठे आरोप आपने सीतला सिंह और सुमन गुप्ता पर लगाये थे उस पर उस पर हाईकोर्ट का फैसला आ चुका है। सारा आरोप लगाने वालों के खिलाफ गया है। सच सच ही रहेगा। किसी के बार-बार कहने से झूठ नहीं हो जाएगा। आप जैसे चंद पत्रकारों ने ने ही इस लोकतंत्र के चौथे खंब को बदनाम करके रख दिया । आज चंद पत्रकार सिर्फ ब्लैक मेल ,पैसा कमाने के लिये ही पत्रकारिता कर रह हैं । ये आप भी जानते हैं कि आपको कितना ज्ञान है । शीतला सिंह जैसे विद्धान पत्रकार के के ज्ञन के आगे आप शून्य हैं ..आखिर क्या इस तरह की छिछोरी बातों को उछालकर आपको क्या मिला ,,,,,,कमल हमेशा किचड़ में रहता है ….पर क्या अपनी खुबसूरती छोड़ता है ….मेरी सलाह आपको ये है कि पहले आप पत्रकारिता के पहलुओं को समझे और फिर उस अर्जित ज्ञान से समाज के साथ अपनी लेखनी से बांटे। झूठे आरोप लगाने से किसी का चरित्र नहीं गिर सकता …..कुंठित,कुलषित,एक झतके में सब कुछ हासिल करने की तमन्ना के मकड़ जाला से निकलिये …। बीस साल पहले कानून की डिग्री लेने के बाद मैंने खुद मास कम्यूनिकेशन में डिग्री ली विभिन्न आयामों को जाना कई लेखकों को पढ़ा…तब आज मैं एक राष्ट्रीय चैनल में अच्छे पद हूं। मेरी गुजारिश है कि पत्रकारिता को सड़क का पत्थर मत बनाइये कि हर आता जाता आदमी उसे ठोकर मारता जाये ….वैसे चंद कथित पत्रकारों इस खंबे को गिराने या बदनाम करने हमेशा ही असफल रहते हैं…..पढ़िये 5न बढञाइये जिसे आपकी लेखनी समाज को कुछ दे सके …..
संजय,नोयडा
sanjay arora
March 20, 2010 at 5:16 am
thankas