जनसंदेश, कानपुर के ब्यूरो हेड अतुल मिश्र भी सुनील तनेजा (मेरठ) और अमितेष पांडेय (वाराणसी) की राह पर चल पड़े हैं। अतुल ने भी जनसंदेश प्रबंधन को पत्र लिखकर अपनी तीन महीने की बकाया तनख्वाह की मांग की है। साथ ही मुख्यमंत्री मायावती को पत्र भेजकर जनसंदेश प्रबंधन पर बसपा और मायावती का नाम बदनाम करने व धमकी देने का आरोप लगाया है। दोनों पत्रों को यहां प्रकाशित किया जा रहा है। सुनील तनेजा के मामले में जनसंदेश प्रबंधन ने अपना पक्ष भड़ास4मीडिया के पास भेजा था, जिसे प्रकाशित भी किया गया था। अगर अमितेष और अतुल के आरोपों के संबंध में भी जनसंदेश प्रबंधन कोई बात कहना चाहता है तो स्वागत है। -एडिटर, भड़ास4मीडिया
Respected Sir,
Sub:- Humble request for streamlining payment of my salary and expenses.
First of all I would like to tender my apology, from the bottom of my heart, for disturbing you and for requesting you to spare some time from your busy schedule to impart justice to me.
For the month of September, October, November 2009 I have not been reimbursed my salary and expenses.
I have two school going daughters and old parents including my wife who are totally dependent on me residing in a rented house and Sir!, how come I can take care of them without salary for so long.
Hon’ble Sir !, despite financial crunch I have delivered my best services to the organization and my coverage of 2nd Test Match Inidia v/s Shri Lanka from 24th November 2009 at Kanpur was judged the best in the industry (in the first of Indian Skipper M.S. Dhoni, my lead questions regarding the nature of the pitch was fallowed by National and International media.
PRAYER :-
Therefore it is most humbly requested that the payment of pending salary and expenses may be expedited and future payment of salary and expenses be streamed line to save my family from starvation.
With best regards always
Atul Mishra
Bureau Head, Kanpur
Employee Code:- JS290001
आदरणीया मुख्यमंत्री महोदया,
आपको अत्यंत खेद के साथ यह सूचित करना है कि आपके नाम और आपकी पार्टी को बदनाम करने की गन्दी साजिश रची जा रही है. महोदया “जन सन्देश” नाम के चैनल में मुझे कानपुर के ब्यूरो हेड का पद दिया गया था. मैंने पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पत्रकारिता के सभी मानकों को अपनाते हुए कार्य करना प्रारंभ कर दिया था. पर अचानक पता चला की इस टी.वी. चैनल को बेच दिया गया है, और अब नया प्रबंधन मुझे पिछले 3 माह (सितम्बर 09, अक्टूबर 09 और नवम्बर 09) का वेतन नहीं दे रहा है. इसके विपरीत नोएडा ऑफिस से बराबर धमकी भरे फ़ोन आ रहे हैं और चैनल की किसी तथाकथित संपत्ति की वापसी की बात कही जा रही है.
प्रत्येक शासन निष्पक्ष पत्रकारिता को प्रोत्साहित करता है, और आपने भी अपने कई वक्तव्यों में मीडिया द्वारा गलत प्रचार-प्रसार की पुरजोर भर्त्सना की है. प्रदेश में भय मुक्त समाज की आपकी सुंदर कल्पना को दीमक बन कर चाटने वाले इन लोगों पर आप ही लगाम लगा सकती है. आशा करता हूँ कि आप संविधान के इस चौथे स्तम्भ की रक्षा करेंगी और मुझ जैसे गरीब पत्रकार और मेरे परिवार की भी रक्षा करेंगी.
प्रार्थी
अतुल मिश्र
ब्यूरो हेड, कानपुर
Tarsem chopra
April 9, 2010 at 1:53 pm
मीडिया मैं आज कल बोहत जिअदा गंदगी फ़ैल चुकी है , रिपोर्टर अपनी जान पर खेल कर न्यूज़ इकठी करते हैं और अदारे उनके हक़ पर ढाका डालते हैं और साथ मैं ऐड इकठी करने को कहते हैं अगर रिपोर्टर ऐड इकठी करेगा तो कहाँ से क्रईम पेशा लोगों से तो न्यूज़ कहाँ से करेगा और कैसे करेगा क्या इजत रहेगी रिपोर्टर की और अदारे की