साप्ताहिक अखबार ‘चौथी दुनिया’ के 5 अप्रैल से 11 अप्रैल 2010 वाले अंक में कवर स्टोरी है आईपीएल पर. आईपीएल को इंडियन फिक्सिंग लीग करार दिया है चौथी दुनिया ने. अखबार का कहना है कि यहां सब कुछ फिक्स है. आईपीएल की आंधी में बहे जा रहे देशवासियों को आगाह करते हुए चौथी दुनिया का कहना है- ”क्रिकेट खिलाड़ियों, नेताओं, मीडिया, अंडरवर्ल्ड, उद्योगपतियों, राजनीतिक दलों और सट्टेबाज़ी का ऐसा घालमेल इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया.”
चौथी दुनिया ने कई सट्टेबाज़ों से बातचीत की है. टी-20 क्रिकेट के पीछे चल रहे काले कारनामों के बारे में कई सनसनीख़ेज़ जानकारियां दी हैं. अफसोस की बात यह है कि क्रिकेट के कर्णधारों के नेतृत्व में सट्टेबाज़ी के धंधे का औद्योगीकरण हो गया है. चौथी दुनिया का कहना है कि इस रिपोर्ट का मक़सद किसी के व्यक्तित्व पर कीचड़ उछालना नहीं है, बल्कि क्रिकेट को चाहने वाली भारत की जनता को आगाह करना है कि उसकी भावनाओं के साथ सरासर खिलवाड़ हो रहा है. इस कवर स्टोरी में सट्टेबाजी व फिक्सिंग के इतिहास से लेकर वर्तमान तक पर कई कोणों से प्रकाश डाला गया है.
चौथी दुनिया में कवर स्टोरी में एक जगह कहा गया है- ”टी-20 का ताबड़तोड़ अंदाज़ और उसके पीछे छुपी अनिश्चितता सट्टेबाज़ी के लिए ज़्यादा मु़फीद है. टी-20 की लोकप्रियता ने क्रिकेट में लीग कल्चर को बढ़ावा दिया तो आईपीएल बॉलीवुड और उद्योग जगत को क्रिकेट के साथ जोड़कर कामयाबी की नई इबारतें लिख रहा है. लेकिन इसके साथ ही इसने खेल में सट्टेबाज़ी को भी उद्योग का दर्ज़ा दिला दिया है. यहां राष्ट्रीय प्रतिबद्धताएं नहीं होतीं, खिलाड़ी टीम फ्रेंचाइजी के स्टाफ भर होते हैं और उन्हें वही करना होता है, जो मालिक की इच्छा होती है. आईपीएल में केवल खिलाड़ियों की ही ख़रीद-फरोख्त नहीं होती, बल्कि यहां तो मालिक से लेकर पूरा कुनबा ही बिकने के लिए तैयार है. एक सट्टेबाज़ के मुताबिक़, आईपीएल से जुड़ी बॉलीवुड की एक बड़ी हस्ती और उद्योग जगत की एक मशहूर शख्सियत मैदान पर तो अपनी टीम की जीत के लिए खेलते हैं, लेकिन मैदान के बाहर ख़ुद अपनी टीम की हार के लिए दांव लगाने से भी नहीं चूकते. और, उनका साथ देते हैं लीग के ही एक सर्वशक्तिमान अधिकारी और बीसीसीआई में उनके आका.”
चौथी दुनिया में आईपीएल-1, आईपीएल-2 और आईपीएल-3 मैचों के पीछे के सच का विस्तार से खुलासा किया गया है. आईपीएल-3 के बारे में चौथी दुनिया का फैसला सुनिए- ”अभी तक के प्रदर्शन के आधार पर रॉयल चैलेंजर्स ख़िताब की सबसे सशक्त दावेदार लगती है. लेकिन, अगले 20 दिनों में तस्वीर का रुख़ पूरी तरह बदल सकता है. बोर्ड के लोग लंदन में बैठकर दांव लगाते हैं तो बॉलीवुड के सितारे का खेल अमेरिका और दुबई से संचालित होता है. हाई प्रोफाइल उद्योगपति के सट्टे का कारोबार हांगकांग और लंदन से चलता है. रॉयल चैलेंजर्स नहीं जीत सकते, क्योंकि जीतना तो किसी छुपे रुस्तम को ही है. सट्टा बाज़ार का यही नियम है, क्योंकि कमज़ोर टीम की जीत में ही सबका फायदा है.”
munna bhai
April 6, 2010 at 6:11 pm
chahe chauthi duniya vaale likhen ya paanchvi duniya vaale…ya bhale hi yashwant public ko iss frod se aagaah karne ko ek poori nai website bana daalein, par satte baaj tou khel khele hi rahenge…saalon se khel rahe hain…apni public mein litracy rate badhane ka abhiyaan chalana chahiye bajaaye aagaah karne ke…
v.s. rawat
April 7, 2010 at 5:00 am
IPL final will be played between Rajasthan and Mumbai. And Rajasthan will be winner.