: 60 लाख रुपये इकट्ठे हो गए : भड़ास4मीडिया को कहा धन्यवाद : दिल की गंभीर बीमारी से पीड़ित जालंधर की तीन साल की बच्ची हर्षिता को बचाने के लिए मीडिया द्वारा चलाया गया अभियान पैसे इकट्ठा करने के स्तर पर लगभग सफल हो गया है. अलग-अलग समाज सेवी संस्थाओं और आम जनता के सहयोग से हर्षिता के अमेरिका जाकर इलाज कराने लायक रकम इकट्ठी हो चुकी है. हर्षिता के पिता अमित ने इस अभियान की अगुवाई करने के लिये भड़ास4मीडिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस न्यूज पोर्टल पर खबर छपने के बाद मीडिया के लोगों ने जो अभियान चलाया उससे आज मेरी बेटी के इलाज के लिए आवश्यक धन एकत्र हो चुका है. अमित ने बताया कि हमने इलाज के खर्च के लिये आवश्यक रकम ट्रॉसफर कर दिया है, अमेरिका से डॉक्टर ने वीजा भी भेज दिया है. हम पासपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, जिसके सोमवार तक मिल जाने की संभावना है.
बुधवार को हम हर्षिता के इलाज के लिये अमेरिका रवाना हो जायेंगे. अमित ने सहयोग करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी लोगों के सहयोग से हर्षिता के जीवन पर मंडरा रहा खतरा टलने की उम्मीद बन गई है.
ज्ञात हो कि हर्षिता के दिल में खून को सप्लाई करने वाली नाड़ियों में से एक नाड़ी गायब है. जैसे-जैसे हर्षिता की उम्र बढ़ रही है, उसके लिए खतरा भी उतना ही बढ़ता जा रहा है क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ दिल में काम कर रही एक नाड़ी पर बोझ बढ़ रहा है और कुछ महीने बाद यह हर्षिता के लिए जानलेवा साबित हो सकता है. हर्षिता के पिता अमित ने उसे इलाज के लिए पहले लुधियाना के डीएमसी हॉस्पिटल, दिल्ली में एम्स और फिर बंगलौर के देवी प्रसाद शेट्टी नारायण हर्द्याल्या हॉस्पिटल में दिखाया था, लेकिन भारत में सभी डॉक्टरों ने हर्षिता की सर्जरी करने के लिए मना कर दिया.
इस पर लड़की के पिता अमित ने इन्टरनेट के जरिये अमेरिका में बोस्टन के दिल के रोग के माहिर पेडरो-डेल नीडो और डॉक्टर जेन न्यू बर्गर से सम्पर्क किया. ये डॉक्टर पहले भी हर्षिता जैसे 65 बच्चों का इलाज कर चुके हैं जिनमें से 64 बच्चों की जान बचा ली गयी. बोस्टन के हॉस्पिटल ने हर्षिता के इलाज पर करीब सवा लाख डालर खर्च आने की सम्भावना जताई गई थी. भारतीय रुपये के हिसाब से यह रकम 60 लाख रुपये बनती थी, और निजी बीमा कम्पनी में काम करने वाले अमित के लिए यह रकम एक सपने के बराबर थी. बी4एम पर खबर छपने के बाद कई न्यूज चैनल एवं समाचार पत्रों ने भी अभियान चलाया. जिसके परिणामस्वरूप उक्त रकम इकट्ठी हो सकी.
नवीन देवांगन
July 25, 2010 at 6:22 am
मेरी दुआ है कि हर्षिता जल्द से जल्द पुरी तरह स्वस्थ हो जाएं और इस नेक काम के लिए भी भडास4मीडिया बहुत बहुत बधाई का पात्र है । ऐसे ही कुछ और जरुरतमंद लोग होते है जिन्हे पैसे के आभाव में इलाज कराना मुश्किल पडता है ऐसे बच्चो के लिए बंगलोर की श्री सत्य साई इंस्ट्टीयूट भी काफी मददगार साबित हो सकता है जो पुरी तरह नि:शुल्क इलाज करता है कोई भी जरुरत मंद संस्था के इस नंबर (08028411500)पर बात कर पुरी जानकारी एकत्र कर सकता है
vivek
July 25, 2010 at 6:11 am
आदरणीय यशवंत जी ,
भड़ास की ये पहल वाकई में सराहनीय हैं क्योकि किसी की जिंदगी बचाने का काम करने से कोई काम बेहतर कैसे हो सकता हैं , वो भी एक छोटी सी बच्ची की , अब उम्मीद यही है की हर्षिता बहुत जल्द अमेरिका से ठीक होकर वापस आएगी ,किसी शायर ने कहा भी तो हैं – घर से मस्जिद है बहुत दूर, चलो यूं कर लें किसी रोते हुए बच्चे को, हंसाया जाए !”
vishnu
July 25, 2010 at 4:32 pm
gud news yashwant ji…
ruby
July 26, 2010 at 7:56 am
meri dher sari prarthana shubhkamna tumhare sath hai harshita jaldi achi ho jao beta v all r w8 fir sab party karnge