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दुख-दर्द

एक पत्रकार साथी को मदद की दरकार

: धन का नहीं, तन व मन का साथ चाहिए : दूसरों की मदद करने को तत्पर रहने वाले पत्रकारों के सामने जब खुद के घर में मुश्किल पड़ती है तो उन्हें समझ में नहीं आता किससे कहें और किससे मदद मांगे. ऐसी उलझन खासकर नए पत्रकारों के साथ ज्यादा होती है. ऐसे ही एक नए और युवा पत्रकार साथी नोएडा में हैं जो आजकल बेहद परेशानी में हैं. यूपी के एक जिले का निवासी यह युवा पत्रकार नोएडा में एक मीडिया हाउस में काम करता है.

<p style="text-align: justify;">: <strong>धन का नहीं, तन व मन का साथ चाहिए</strong> : दूसरों की मदद करने को तत्पर रहने वाले पत्रकारों के सामने जब खुद के घर में मुश्किल पड़ती है तो उन्हें समझ में नहीं आता किससे कहें और किससे मदद मांगे. ऐसी उलझन खासकर नए पत्रकारों के साथ ज्यादा होती है. ऐसे ही एक नए और युवा पत्रकार साथी नोएडा में हैं जो आजकल बेहद परेशानी में हैं. यूपी के एक जिले का निवासी यह युवा पत्रकार नोएडा में एक मीडिया हाउस में काम करता है.</p>

: धन का नहीं, तन व मन का साथ चाहिए : दूसरों की मदद करने को तत्पर रहने वाले पत्रकारों के सामने जब खुद के घर में मुश्किल पड़ती है तो उन्हें समझ में नहीं आता किससे कहें और किससे मदद मांगे. ऐसी उलझन खासकर नए पत्रकारों के साथ ज्यादा होती है. ऐसे ही एक नए और युवा पत्रकार साथी नोएडा में हैं जो आजकल बेहद परेशानी में हैं. यूपी के एक जिले का निवासी यह युवा पत्रकार नोएडा में एक मीडिया हाउस में काम करता है.

पहले वह दिल्ली में अपने भाई के साथ रहता था. युवा पत्रकार व उसके भाई, दोनों ने बेहद मुश्किल दिन गुजारे हैं. संघर्ष और गरीबी के साये में ही ये पले-बढ़े. इनका अब तक का जीवन कठोर संघर्ष में बीता है और अब भी मुश्किलों से इनकी जंग जारी है. पर कुछ महीनों पहले जो हुआ, उससे युवा पत्रकार मानसिक रूप से बेहद परेशान है. दिल्ली के एक इलाके में जहां पहले वह और उसका भाई, दोनों रहते थे, वहां पर गुजर बसर के लिए युवा पत्रकार के भाई ने साइबर कैफे खोल रखा था. इसी साइबर कैफे पर दो लड़के आने लगे जिन्होंने पड़ोस में मकान किराये पर लिया था. युवा पत्रकार का भाई साइबर कैफे का संचालन करता था. उसकी दोस्ती इन दोनों लड़कों से हो गई.

एक दिन पुलिस ने दोनों लड़कों और युवा पत्रकार के भाई को एक वैन में कहीं जाते हुए पकड़ लिया. दोनों लड़के आपराधिक प्रवृत्ति के पाए गए. जिन घटनाक्रमों में दोनों आपराधिक प्रवृत्ति के लड़के पकड़े गए, उसी मामले में कुछ और बदमाश किस्म के लोग गिरफ्तार थे और उनसे पूछताछ के आधार पर ही इन दोनों लड़कों को पकड़ा गया. पर इन दोनों लड़कों के साथ होने के कारण युवा पत्रकार का भाई भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

पुलिस ने वो सभी धाराएं युवा पत्रकार के भाई पर लगा दीं जो आपराधिक प्रवृत्ति के लड़कों पर लगाईं. कुल आठ तरह के केस दर्ज कर दिए जिसमें गैंगस्टर से लेकर चार सौ बीसी व तमंचा रखने आदि के मुकदमे हैं. पिछले आठ महीनों से युवा पत्रकार का भाई बिना जुर्म डासना जेल में बंद है. युवा पत्रकार व उसके भाई, दोनों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है. युवा पत्रकार के भाई की जमानत हो चुकी है लेकिन उसे जमानतदार नहीं मिल रहे हैं इस कारण अब भी जेल में है. इनके वकील का कहना है कि फर्जी जमानतदार मिल जाएंगे और प्रत्येक फर्जी जमानतदार पांच हजार रुपये लेगा. युवा पत्रकार एक मीडिया संस्थान में ट्रेनी के पद पर है. पिछले आठ महीनों में उनका साइबर कैफे तो बंद हो ही गया, रहा-सहा पैसा भी कोर्ट कचहरी पुलिस के चक्कर लगाते हुए खत्म हा गया. युवा पत्रकार अपने भाई को जेल से रिहा कराने के लिए चालीस हजार रुपये इकट्ठा करने में लग गया क्योंकि उसको यह लगा कि अपने भाई के पकड़े जाने का पूरा किस्सा किसी को सुनाने की जगह चालीस हजार रुपये उधार लेकर फर्जी जमानतदारों की मदद से रिहा करा लेना ज्यादा अच्छा है. पर उसे चालीस हजार रुपये भी कौन देता.

उसने पैसे इकट्ठे करने के लिए फेसबुक का सहारा लिया. उसने बिना घटनाक्रम बताए पैसे उधार देने की अपील अपनी फ्रेंडलिस्ट के लोगों से की. असली दुनिया में तो लोग मुसीबत के वक्त काम नहीं आते, आभासी दुनिया में भला कौन सामने आता. एक-दो लोग सामने आए, वो भी हजार पांच सौ रुपये देने के लिए. ऐसे में भड़ास4मीडिया ने उस युवा पत्रकार से संपर्क कर उसकी मजबूरी जानने का प्रयास किया. तब उस पत्रकार ने पूरा किस्सा बताया.

उस पत्रकार ने वादे के साथ कहा है कि उसके भाई का कभी कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं रहा है. आज तक कोई केस दर्ज नहीं हुआ है. कभी पुलिस व मुकदमें से वास्ता नहीं रहा है. दो खराब बैकग्राउंड के लोग जब पकड़े गए तो उस समय भाई भी उनके साथ कहीं जा रहा था, बस यही अपराध है. इसी कारण पुलिस ने वे सब धाराएं इन पर लगा दीं जो दो बदमाश किस्म के लड़कों पर लगाई. युवा पत्रकार के मुताबिक साइबर कैफे में कई किस्म के लोग आते थे, ये लोग भी आए. इन्होंने अपने अतीत के बारे में कुछ नहीं बताया था. भाई इन दोनों लड़कों के हंसने बोलने दोस्ती गांठने की कोशिश के कारण इनके नजदीक आ गया. जिस दिन पकड़े गए उस दिन किसी रेस्टोंरेंट में पार्टी का आयोजन था, उसमें शामिल होने जा रहे थे. वे लड़के ही अपने साथ भाई को ले गए पार्टी अटेंड कराने के लिए. उसी समय रास्ते में पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया.

युवा पत्रकार का कहना है कि जो बदमाश किस्म के लोग थे, वे ज्यादातर बड़े घरों से थे, सो वे जमानत के बाद छूट गए. लेकिन जिसकी कोई गलती नहीं है, वह पैसे व जमानतदारों के अभाव के कारण जेल में अभी तक बंद है. युवा पत्रकार दुखी मन से बताता है कि जेल में उसके भाई पर न जाने क्या बीत रही होगी. जेल से बाहर आने के बाद वह सामान्य रह सकेगा या नहीं, कुछ नहीं पता.

युवा पत्रकार को भड़ास4मीडिया ने आश्वस्त किया है कि उसके भाई को जेल से रिहा कराने के लिए फर्जी जमानतदार बुलाने की जगह हम लोग असली जमानतदार इकट्ठा करने का प्रयास करेंगे. अगर आपमें से कोई भी शख्स इतनी हिम्मत रखता है कि वह एक परेशानी में फंसे युवा पत्रकार की मदद के लिए आगे आ सके तो भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह से 09999330099 पर संपर्क कर सकता है.

ज्यादा अच्छा हो कि मदद करने वाले लोग दिल्ली-एनसीआर के इलाके में रहते हों ताकि किसी नियत समय पर उनकी उपलब्धता सुनिश्चित हो सके. जो भी शख्स जमानतदार बनना चाहे, उसे अपने साथ गाड़ी के पेपर भी लाने पड़ेंगे ताकि अलग-अलग केसों में जमानत के लिए जरूरी 10 से लेकर 50 हजार रुपये तक की जमानत राशि के बदले कागजात जमा किए जा सकें. कुल आठ जमानतदार चाहिए. यशवंत खुद जमानतदार बनने के लिए तैयार हैं. लेकिन सात और लोगों की जरूरत है. जमानत होने के बाद भड़ास4मीडिया और युवा पत्रकार की तरफ से पुलिस के खिलाफ एक केस फाइल किया जाएगा ताकि किसी बेगुनाह को फर्जी तरीके से फंसाकर जेल भेजने वालों को दंडित कराया जा सके.

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यह एक ऐसा प्रकरण है जिसमें हर पत्रकार को आगे आकर युवा पत्रकार का साथ देना चाहिए. यहां किसी से पैसा नहीं मांगा जा रहा है बल्कि एक निश्चित तारीख पर दो-तीन घंटों के लिए गाजियाबाद कोर्ट चलकर जमानत की प्रक्रिया में बतौर जमानतदार शामिल होना है और युवा पत्रकार के निर्दोष भाई को सकुशल बाहर निकालना है. इस मामले में यहां यह भी उल्लेखनीय है कि भड़ास4मीडिया ने युवा पत्रकार की तरफ से भाई के मामले की पैरवी के लिए किए गए वकील से बात की. वकील ने भी बताया कि लड़का बेगुनाह है और सिर्फ आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों के साथ पकड़े जाने के चलते जेल में दिन-रात गुजार रहा है. वकील ने इस मामले में पुलिस के खिलाफ कोर्ट केस शुरू किए जाने के विचार पर सहमति जताई है.

युवा पत्रकार व उसके भाई का नाम यहां नहीं दिया जा रहा है क्योंकि युवा पत्रकार का कहना है कि नाम छप जाने से उसकी बदनामी होगी और लोग उन्हें शक की निगाह से देखने लगेंगे. युवा पत्रकार के अनुरोध का सम्मान करते हुए भड़ास4मीडिया में उनका नाम प्रकाशित नहीं किया जा रहा है. जो पत्रकार साथी जमानतदार बनने के लिए तैयार होंगे, उन्हें युवा पत्रकार का नंबर दे दिया जाएगा ताकि वे उससे बात कर संतुष्ट हो सकें और मदद से पहले निजी स्तर पर हर संभव जानकारी ले सकें.

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0 Comments

  1. dhirendra pratap singh

    September 15, 2010 at 11:50 am

    vah yashwant bhai aap ke andar kitani achhaiya h shayad apko bhi nahi maloom . apne ham jaise chhote patrakaro ko jo disha di h vah vakai bemishal h.khair m dehradun me hu delhi me mere naam koi sampatti nahi h lekin aap isara karenge to aarthik madad ke liye m sadaiv taiyaar milunga.apka isara hi mere liye aadesh hoga. dhirendra pratap singh dehradun

  2. xyz

    September 15, 2010 at 1:16 pm

    I am proud to be a reader of this portal

  3. madan kumar tiwary

    September 15, 2010 at 2:16 pm

    I am an advocate from Gaya, Bihar. I am ready. if no one come forward,i can stand. more over, it is not neccesory to have a bike. court grant bail with condition to furnish bail bond of certain amount and for satisfaction, one has to show his/her financial status. even if you are having a library, you can mention it. liability of the bailer is limited to the extent of that amount only. hence any one having worth of amount mentioned in the bail order, can stand as bailer. i made call on Mr. Yashwant number but it was unattended. feel free to seek my advice if required. My number 0631-2223223, 09431267027

  4. narender vats

    September 15, 2010 at 4:03 pm

    i m ready to help him.

  5. brijesh kumar singh

    September 16, 2010 at 5:07 am

    yashwant ji aap ka koi jabab nahi hai. aap ke dil me har chote bade patrakar ke liya jo jagah hai wah tariphe kabil hai.
    yah aj har jagah dekhne ko mil raha hai “khata kisi aour ki saja kisi aour ko”
    Aap ke work ko salam…

  6. Anurag pathak

    September 16, 2010 at 7:38 am

    Yashwant sir.
    M u.p. K bahraich city se hu delhi m mere nam se kuch nhi pr m apne us patrkar bhai ki jo madad ho sakti h vo krne ko taiyar hu .
    09936693500, 09415249925

  7. Ashwani Malhotra

    September 16, 2010 at 8:21 am

    Ashwani Malhotra Jalandhar 09888159721

    Yashwant ji, aap k is paryas ki main tahe dil se srahna karta hoon shayad aapko yaad ho ki main bhi is tereh punjipation ki karguzari ka shikar ho chuka hoon. magar mera mamla thoda bhinn tha phir bhi jyazti to jyazti hi hoti hai aur main is mamle me us yuva paterkar ki madad karna chahata hoon per samajh me nahin aata ki kaise karoon kunki ek to main punjab se hoon doosra gadi to mere paas hai magar mere naam per nahin hai phir bhi aapki samajh me agar mere laik koi bhi aisa karay ho jo main in logon k liye ker sakta hoon to jaroor mujhe batain, mere dukh k samay me paterkar bahaion ne khul ker mera saath diya tha tabhi main punjipation k makad jaal se nikal paya aur jis news chhanel k liye main reporting ker raha tha usne aur mere seniors ne mujh per jo vishvas jataya usi k karan main mansik tanav se ubar paya….aap ne bhi srahaniye bhoomika nibhai thi …aaj samay aa gaya hai ki main aap sabhi ka shukriya karun…umeed kerta hoon ki in logon ki samasya ka bhi samadhan ho jaiga agar hum sabhi logon ne mil ker paryas kiya to…

  8. Akhilesh Upadhyaya

    September 16, 2010 at 1:52 pm

    bahut achchha kadam hai hamse jo bhee madad ho sakegi ham karege
    Akhilesh Upadhyaya / Katni, M.P.

  9. SUNIL DWIVEDI

    September 16, 2010 at 10:46 am

    aapkey pryasho ka dhanyvad.hum aapkey saath hai.

  10. pravendra tomar

    September 16, 2010 at 11:48 am

    yashwant ji ma lagbhag rojna bhadash padhta hu. pahali bar koi baat achi lagi jo dil ko chu gai. is taraha ka kaam ma hamesha aap ka saath hu.aap jase log aage ayenge to patrakaro ko kabhi pareshani nahi aa sakti.

  11. desh deepak singh lucknow

    September 16, 2010 at 3:59 pm

    yaswant bhai mai har tarah se us yuva patrakar ke saath hu agar mai kahi bhi kaam a sakta hu mai apne aap ko khush kismat samjhunga mai hu ti lko se aur waha mera kuch nahi hai jo le kar ajau waise ye mera no hai agar aurm bhi ksi tarah se mai saath ho saku to achcha aur madad karne ki meri aukat nahi kyu ki aise beymisal logo ki madad karna hum sabki aukat nahi hai per ha saath khade hokar unka saath de sakte hai 09415509984

  12. XYZ

    September 16, 2010 at 6:26 pm

    Isse sabit ho gaya hai ki UP aur Bihar wale patrakar sirf media houses me rajneeti karne aur doosron ki tang kheenchne me hi ek doosre ka sath dete hain. Ab kahan hain wo sare UP aur Bihar wale. kyun aage nahi aate zaruratmand ki madad karne.

  13. shailendra shuka

    September 16, 2010 at 7:10 pm

    plz gi me your a/c no
    i want help you

  14. shahil

    September 17, 2010 at 3:40 am

    very good,jaswant ji,hum aap k sath ha aap us ladke ki madad kar rahe ha to hum bhi garenty de sakte ha aap hame ye bataye kab kaha mulna ha…..

  15. chandan

    September 20, 2010 at 10:15 am

    XYZ

    ESME KOI BIHAR OR UP KA BAT NAHI HAI EK JOURNALIST KI BAT HAI JO INDIAN HAI AP APNI TUKSH BUDHHI KO BIKSIT KARE……………

    CHIRKUT XYZ APNA NAME TO CHAPA PAHLE

  16. Shravan Shukla

    September 25, 2010 at 12:59 pm

    maine abhi B4M ke liye muskil wakt wala lekh padha ..raha nahi gaya so yah comment mai de raha hu..Namaskaar sir ji…

    Mai Aapki saari baato se sahmat hu. mai BHADAS4MEDIA ka dainik pathak hu..ek nasha sa hai mere andar B4M padhne ka….abhi mai khud muskil me hu. KUCH had tak mai muskil se ubar raha hu..jo kuch ubra bhi hu SIRF OR SIRF aapki kripa se….YASHWANT sir agar aap mere saath nahi khade hote to jo problem aaj 40% solv ho gai hai wo bhi solv nahi ho paati..AAPKA sadaiv AABHARI rahunga…mai abhi to kuch kar nahi sakta LEKIN agli salary jo ki 1 tareekh ko milegi usme se har maheene 1000 rs meri taraf se har maheene kripa karke swakaar kariye…mai apne aapko BHAGYASHALI samjhoonga…
    sir ji ne meri madad ke liye jo hausla dikhaya or mere liye sabse apeel ki ..wo har lihaaz se atulneey raha hai…sabke dukho me saath rahne waale or sabki dukho ko apna samajhne waae jinhe mai DIL se GURU maan chuka hu .unke liye adhik se adhik ansdaan ke apeksha mai M4M ke HAR PATHAK se rakhta hu…sir ji dwara mere MADAD ke liye wo aaplogo ke saamne rakhta hu..PADHIYE OR KHUD SOCHIYE is MAHAAN AATMA KI NEK aPeEle ke baare me.. http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6564-journalist-help.html ..padhiye or jaaniye YASHWANT ji ki dariyadilee ko..or dilkholkar saamne aaiye
    AAPKI KRIPA SE HAMESHA AAPKE SAATH CHALTE RAHNE KO AATUR
    SHRAVAN SHUKLA – 9716687283

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