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क्या झारखंड में नाम ‘दिव्य भास्कर’ हो जाएगा?

रांची में चर्चा है कि भास्कर प्रबंधन अपना अखबार झारखंड और बिहार में दैनिक भास्कर की बजाय दिव्य भास्कर के नाम से निकालेगा. सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन ने ब्रांड नेम और टाइटिल पर घरेलू झगड़े को देखते हुए व इस मामले में फैसला आने में देरी की आशंका के कारण दिव्य भास्कर के नाम से अखबार बाजार में उतारने पर विचार शुरू कर दिया है. दिव्य भास्कर नाम से डीबी कार्प की तरफ से गुजरात में गुजराती भाषा में अखबार निकाला जाता है.

<p style="text-align: justify;">रांची में चर्चा है कि भास्कर प्रबंधन अपना अखबार झारखंड और बिहार में दैनिक भास्कर की बजाय दिव्य भास्कर के नाम से निकालेगा. सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन ने ब्रांड नेम और टाइटिल पर घरेलू झगड़े को देखते हुए व इस मामले में फैसला आने में देरी की आशंका के कारण दिव्य भास्कर के नाम से अखबार बाजार में उतारने पर विचार शुरू कर दिया है. दिव्य भास्कर नाम से डीबी कार्प की तरफ से गुजरात में गुजराती भाषा में अखबार निकाला जाता है.</p> <p>

रांची में चर्चा है कि भास्कर प्रबंधन अपना अखबार झारखंड और बिहार में दैनिक भास्कर की बजाय दिव्य भास्कर के नाम से निकालेगा. सूत्रों के मुताबिक प्रबंधन ने ब्रांड नेम और टाइटिल पर घरेलू झगड़े को देखते हुए व इस मामले में फैसला आने में देरी की आशंका के कारण दिव्य भास्कर के नाम से अखबार बाजार में उतारने पर विचार शुरू कर दिया है. दिव्य भास्कर नाम से डीबी कार्प की तरफ से गुजरात में गुजराती भाषा में अखबार निकाला जाता है.

अब संभव है डीबी कार्प इसी दिव्य भास्कर नाम से हिंदी में अखबार उन हिंदी प्रदेशों से निकाले जहां पारिवारिक समझौते के कारण डीबी कार्प के लोग दैनिक भास्कर नाम से अखबार नहीं निकाल सकते. हालांकि यह चर्चा अभी पुष्ट नहीं हो पाई है पर भास्कर प्रबंधन से जुड़े कुछ लोगों ने कहा है कि यह एक विकल्प के तौर पर डीबी कार्प के पास मौजूद है. अगर अदालती व कानूनी लड़ाई लंबी खिंची तो संभव है कि डीबी कार्प प्रबंधन अपने झारखंड में अपने निवेश को देखते हुए दिव्य भास्कर नाम से निकाल दे. पर डीबी कार्प से जुड़े कुछ लोगों का कहना है कि अदालत व कानून से परे घर के झगड़े को घर में ही निपटाने की भी तैयारी चल रही है.

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0 Comments

  1. Pankaj

    August 7, 2010 at 12:18 pm

    Daink bhaskar ka agar naam diya bhaskar ho jayega to kitni public ko is newspaper se attachment khatam ho jayega. So, jo bhi ho Danik bhaskar is a brand name.

  2. Kumar

    August 7, 2010 at 12:49 pm

    Bhaskar walo ab to sambhal jao. Yaha kam kerne walo ko pata hi nahi kis group ke liye kaam ker rahe hain. Kaun asli maalik hai kaun nahi..? Pathak bhi isi gaflat me reh gaye to paathak dhoodhte reh jaoge. Jhagda agar naam ka hai to naam badal dene se nahi saltega. Jhagda to apas me sahi salah aur samjhote se hi saltega. Kyu ek bane banaye brand ki aisi tesi kere de rahe ho.

  3. मुकेश कुमार "किन्नर"

    August 10, 2010 at 11:25 pm

    यहाँ पर आपको बता दें कि भाष्कर वालों ने “दैनिक भाष्कर” के नाम से समूचे झारखंड में करीब तीन महीने पहले से अब तक दो लाख से ऊपर २९९ रू. लेकर एडवांस कर ली है.ग्राहकों को यह प्रलोभन दिया है कि उसे एक साल तक इतनी ही राशि में अखबार मिलेगा और प्रकाशन के एक महीने के भीतर हजार रूपये के निश्चित उपहार भी हासिल होगा.साथ ही ५००रू. के विज्ञापन कूपन भी दिया जा रहा है,जो एक साल तक वैध रहेगा.

  4. rocker

    August 11, 2010 at 9:13 am

    aap ka akhbar mera paisa lekar baag gaya hai main aap ka aapna aakhbaar danik bhaskar mera paisa kha gaya haiiiiii

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