: ‘पत्रकारिता के बदलते परिदृश्य’ पर भोपाल में व्याख्यान :
द न्यूयार्क टाइम्स के साउथ एशिया संवाददाता विकास बजाज शुक्रवार को स्वराज भवन, भोपाल में अमेरिकन सेंटर मुंबई एवं न्यूज पोर्टल एमपीपोस्ट भोपाल के सहयोग से ‘पत्रकारिता के बदले परिदृश्य’ विषय पर आयोजित व्याख्यान सह परिचर्चा में बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए। परिचर्चा में मध्य प्रदेश के कई वरिष्ठ पत्रकारों ने हिस्सा लिया।
विकास बजाज ने अपने उदबोधन में कहा कि पत्रकारिता के लिये आज अनेक माध्यम मौजूद हैं सभी माध्यमों का अंतिम उद्देश्य सत्य को पाठकों के सामने लाना होता है। पत्रकारिता किसी भी माध्यम से हो, पत्रकारिता ही होती है। विकास बजाज ने मीडिया के विभिन्न आयामों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अभी भारत में अखबारों की प्रसार संख्या और बढ़ेगी क्योंकि भारत में साक्षरता का प्रतिशत तेजी के साथ बढ़ रहा है। लोगों में सूचना के प्रति जागरूकता बढ़ी है और यही कारण है कि आने वाले दिनों में अखबारों का प्रसार बढ़ेगा।
विकास बजाज ने बताया कि अमेरिका में पाठकों के सामने अनेक विकल्प हैं और वे इन विकल्पों का लाभ इसलिए उठा पाते क्योंकि वहां साक्षरता दर अधिक है। साथ ही जनसंख्या दर में बढ़ोत्तरी का प्रतिशत बहुत कम है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पाठकों के सामने न्यू मीडिया का विकल्प तेजी के साथ प्रकट हुआ है। इसलिए समाचारों पत्रों की प्रसार संख्या में गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को समाचार के सूत्र का हर संभव संरक्षण करना चाहिए।
कार्यक्रम के आरंभ में एमपीपोस्ट के संपादक सरमन नगेले ने विषय परिवर्तन किया। उन्होंने चिंता जाहिर की कि विदेशी अखबार भारत के किसी छोटे हिस्से के समाचार को सरकार की असफलता के साथ जोड़कर प्रकाशित कर देते हैं जबकि व्यापक पैमाने पर हो रहे विकास कार्यों की अनदेखी करते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया और मोबाइल जर्नलिज्म के बारे में भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि 2012 तक जब भारत की समस्त ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सुविधा होगी तब पत्रकारिता का परिदृश्य क्या होगा, यह विचार करने लायक है।
द वीक पत्रिका के मध्य प्रदेश ब्यूरो चीफ दीपक तिवारी ने ब्रिटिश मीडिया के बारे में जानकारी दी। श्री तिवारी ने पत्रकारिता के सिलसिले में हाल ही में ब्रिटेन यात्रा में जो समझा, उसे विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन में अखबार 60 से 70 पेज के होते हैं। इन अखबारों की कीमत भारतीय मूल्य में लगभग 70 से 80 रूपये की होती है। विज्ञापन भारतीय अखबारों की तुलना में कम होते हैं। इसका कारण उन्होंने बताया कि अभी मंदी के दौर की वजह से ऐसा हो रहा है। श्री तिवारी ने कहा कि विदेशी मीडिया में मानवीय मूल्यों की खबरों को भारतीय मीडिया से अधिक स्थान दिया जाता है। जो पत्रकारिता में परिवर्तन आ रहे हैं, उसकी चिंता भारतीय मीडिया को करना चाहिए।
नवदुनिया के संयुक्त स्थानीय संपादक राजेश सिरोठिया ने कहा कि बदलते समय में मीडिया का बदलना भी स्वाभाविक है किन्तु खबरों को ढ़ूढ़ने के बजाये खबरें पैदा करने की प्रवृत्ति घातक है। खबरों की तह तक जाइए, यह बहुत जरूरी है। हिन्दुस्तान टाइम्स के विशेष संवाददाता रंजन श्रीवास्तव ने कहा कि बदलाव के इस दौर में अखबार बहुसंस्करणीय हो गए हैं और हर शहर की खबर पढ़ने के लिए एक अखबार की जरूरत होती है। इसलिए यह बदलाव पाठकों के लिये बहुत फायदे का नहीं है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के राजनेता और प्रशासक अन्य राज्यों की तुलना में अधिक मिलनसार हैं जो पत्रकारिता के लिहाज से अच्छा है।
टेलीविजन पत्रकारिता पर स्टार टीवी के मध्य प्रदेश ब्यूरो चीफ ब्रजेश राजपूत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि स्टिंग आपरेशन को लेकर बहुत सारी बातें हुयीं और निष्कर्ष यह निकला कि यह समाज के लिये घातक है। आज बदलते दौर में स्टिंग आपरेशन होना लगभग खत्म हो गया है। और जहां हो रहा है, वह एक दूसरे से बदला लेने के लिये हो रहा है। श्री राजपूत ने टेलीविजन के प्रभाव को सार्थक बताया और कहा कि बदलते समय में अब इसकी स्वीकार्यता को मानना ही होगा। आईबीएन 7 के मध्य प्रदेश ब्यूरो चीफ मनोज शर्मा ने परिचर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि संवेदनशील मुद्दों पर कवरेज के समय दर्शकों का हित सर्वोपरि होना चाहिए।
जनसंपर्क विभाग, मध्य प्रदेश शासन के उप सचिव और अपर संचालक लाजपत आहूजा, अतिरिक्त संचालक समाचार सुरेश तिवारी ने भी परिचर्चा में अपनी बात रखी। कार्यक्रम का संचालन माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभागाध्यक्ष पुष्पेन्द्रपाल सिंह ने किया। व्याख्यान सहपरिचर्चा में अमेरिकन सेंटर मुंबई की सहायक मीडिया सलाहकार सुश्री सुमेधा रायकर महत्रे, वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा, रामभुवन सिंह कुशवाहा, दिनेश जोशी, दैनिक भास्कर के विशेष संवाददाता विजय मनोहर तिवारी, बिजनेस स्टेंडर्ड के मध्य प्रदेश ब्यूरो चीफ शशिकांत त्रिवेदी, मुंबई के मीडिया कंसलटेंट केशव राय, पायनियर के विवेक त्रिवेदी, भास्कर जबलपुर के संजय शर्मा, स्वतंत्र मत के प्रेम पगारे और पत्रकार मनोज कुमार, अनिल सौमित्र, अलोक सिंघई, अरशद अली, विनोद श्रीवास्तव, कृष्ण मोहन झा, अनिल तिवारी ने भागीदारी की। इस अवसर पर भोपाल के अनेक पत्रकार और मीडियाकर्मी उपस्थित थे।
ramlal
August 28, 2010 at 7:18 am
it’s really nice