देर से सही लेकिन दिल्ली में एक बार फिर टीवी पत्रकारों की मुहिम रंग लायी है. कल तक पत्रकारों पर आसानी से फर्जी मुकदमा दर्ज वाले डाबरी के एसएचओ राजेन्दर सिंह मुकदमा न दर्ज करने की वजह से आज लाइन हाजिर हो गए है. दरअसल 24 जनवरी 2009 को एसएचओ के सामने ही इलाके के पूर्व विधायक के बेटे ने जेसिका लाल हत्याकांड के आरोपी मनु शर्मा के वकील पंडित आरके नसीम पर तीन फायरिंग की लेकिन गनीमत रही की वकील साहब बच गए. लेकिन विधायक नहीं माने और अपने ही जीजा पंडित आरके नसीम के सिर पर लकड़ी के फट्टे से मारते रहे.
आरोप है कि इस दौरान एसएचओ तमाशबीन बने रहे. सिर में चोट लगने की वजह से वकील को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया. इस मामले में एसएचओ ने किसी की भी गिरफ्तारी नहीं की. इसी एसएचओ ने बीते साल इंडिया न्यूज़ के स्ट्रिंगर मदन मोहन तंवर पर महज इस बात पर मुकदमा दर्ज कर दिया क्योंकि उसने डाबरी थाने की पुलिस द्वारा इलाके में अवैध कब्ज़ा करनेवालों की मदद करने से संबंधित खबर चैनल पर प्रसारित कराया था. उस पत्रकार ने अपने साहस और पत्रकारिता के जज्बे के बल पर मौका-ए-वारदात पर पहुंच कर इस खबर को कवर किया और अपने सहयोगी पत्रकारों की मदद से इस मुहिम को परवान चढ़ाया. नतीजा अब निकला है. एसएचओ लाइन हाजिर कर दिए गए हैं.
Brahma Nand Pandey
January 28, 2010 at 8:06 am
It is journalism………
Sanjay Gupta (Journalist) Orai (Jalaun)
January 28, 2010 at 5:18 pm
der se sahi lekin insaaf to mila…..
sanjay mishra editor mumbai news
January 29, 2010 at 6:27 am
sho ko to ab line hajir kiya gaya lekin us samay us patrakar par kya biti hogi jab uske khilaf tatha kathit sho ne mukadma darj kiya tha..uski bharpai kaun karega..?