इस वीडियो में देखिए इंस्पेक्टर का रवैया : इटावा से खबर है कि एक व्यक्ति को सिविल वर्दी में पकड़कर ले जा रहे जीआरपी के जवानों को जब मीडिया के लोगों ने कैमरे मे कैद करना चाहा तो वहां पर मौजूद इटावा जीआरपी थाने के इंस्पेक्टर एके सिंह ने मीडियाकर्मियों को जमकर हड़काया. अपना रौब गांठते हुए उन्होंने कैमरे बन्द करने के आदेश दिए. ऐसा इसलिए क्योंकि उनके सिपाही जीआरपी सीमा क्षेत्र से बाहर आकर निर्दोष व्यक्ति को जानवरों की तरह खींच कर ले जा रहे थे.
इतना सब कुछ मीडिया की मौजूदगी में हुआ और सभी कुछ कैमरों मे कैद हो चुका था. इस बात से नाराज इंस्पेक्टर मीडियाकर्मियों पर आपा खो बैठे और वर्दी का रौब दिखाते हुये कैमरे बन्द करने के आदेश देने लगे. इंस्पेक्टर वर्दी के रौब में मीडिया के लोगों को अपना सिपाही समझ रहे थे. जब उनका आदेश नहीं चला तो मीडिया के लोगों को देख लेने की धमकी देने लगे. सिविल पुलिस के क्षेत्र मे घुसकर गुन्डागर्दी करने वाले जीआरपी के जवान अपने क्षेत्र में होने वाले अपराधों को तो रोक नहीं पाते. अब चले हैं मीडिया के लोगों से दादागिरी करने.
यह वीडियो देखें, जिसमें जीआरपी इंस्पेक्टर कैमरा बंद करने के लिए हड़का रहे हैं.
rajeshamesar
January 31, 2010 at 8:01 am
vardi wale gundee kitab pad lena.
sanjay mishra editor mumbai news
January 30, 2010 at 10:33 am
फिल्ड पर काम करने वाले पत्रकारों को गाजर मूली समझने वाले ये जी.आर.पी अधिकारी शायद ये भूल जाते हैं कि उनकी मर्यादा कितनी होती है ? दूसरी बात जब भी कोई अधिकारी कैमरा बंद करने को कहे तो कैमरा कतई बंद नहीं करना चाहिए चूँकि कैमरा बंद होने पर प्रमाण और साक्ष्य मिट जाता है और दुनिया की कोई भी अदालत बिना सबूत के कोई निर्णय नहीं लेती..इसलिए अपना पक्ष रखने के लिए कैमरा मेन को बुद्धि का इस्तेमाल करना चाहिए…
gagan vihari
January 31, 2010 at 2:51 pm
kisi bhi patrkar ko darna nahi chahie blki uska samna karna chahie.
sushil pandey
January 31, 2010 at 2:57 pm
nice very nice aap wahi karo jo aapki duty ho ..