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न्यूज चैनल हो तो ‘एनडीटीवी इंडिया’ जैसा

: दो-ढाई घंटे के टीवी दर्शन से उपजी भड़ास कुछ यूं है : बहुत दिनों बाद कल टीवी देखा. बहुत दिनों का मतलब वाकई बहुत दिनों बाद. करीब महीने भर बाद. बच्चा पार्टी गर्मियों की छुट्टी में दिल्ली से बाहर थी तो इस छुट्टियों का मैंने भी सदुपयोग किया और कई ऐसी जगहों पर घूमा, रुका और रहा जहां जाने की तमन्ना पिछले कुछ महीनों से पनप रही थी. क्या घूमा, क्या सोचा, क्या किया, इस पर मौका मिला तो बाद में लिखूंगा लेकिन जो कहना चाह रहा हूं वो ये कि कल जब टीवी देखा, रात करीब साढ़े दस से बारह बजे तक, तो कई न्यूज चैनलों पर घूमता रहा. भारत बंद और धोनी की शादी, इन दो घटनाओं का बोलबाला रहा. ये दोनों घटनाएं जहां नहीं आ रही थीं वहां क्राइम शो चल रहा था, या फिर कामेडी वगैरह. कुल दो-ढाई घंटे की टीवी सर्फिंग के बाद मेरी ये धारणा मजबूत हुई कि देश का सर्वश्रेष्ठ न्यूज चैनल एनडीटीवी इंडिया है. ये मेरी अपनी निजी राय है.

<p style="text-align: justify;">: <strong>दो-ढाई घंटे के टीवी दर्शन से उपजी भड़ास कुछ यूं है </strong>: बहुत दिनों बाद कल टीवी देखा. बहुत दिनों का मतलब वाकई बहुत दिनों बाद. करीब महीने भर बाद. बच्चा पार्टी गर्मियों की छुट्टी में दिल्ली से बाहर थी तो इस छुट्टियों का मैंने भी सदुपयोग किया और कई ऐसी जगहों पर घूमा, रुका और रहा जहां जाने की तमन्ना पिछले कुछ महीनों से पनप रही थी. क्या घूमा, क्या सोचा, क्या किया, इस पर मौका मिला तो बाद में लिखूंगा लेकिन जो कहना चाह रहा हूं वो ये कि कल जब टीवी देखा, रात करीब साढ़े दस से बारह बजे तक, तो कई न्यूज चैनलों पर घूमता रहा. भारत बंद और धोनी की शादी, इन दो घटनाओं का बोलबाला रहा. ये दोनों घटनाएं जहां नहीं आ रही थीं वहां क्राइम शो चल रहा था, या फिर कामेडी वगैरह. कुल दो-ढाई घंटे की टीवी सर्फिंग के बाद मेरी ये धारणा मजबूत हुई कि देश का सर्वश्रेष्ठ न्यूज चैनल एनडीटीवी इंडिया है. ये मेरी अपनी निजी राय है.</p>

: दो-ढाई घंटे के टीवी दर्शन से उपजी भड़ास कुछ यूं है : बहुत दिनों बाद कल टीवी देखा. बहुत दिनों का मतलब वाकई बहुत दिनों बाद. करीब महीने भर बाद. बच्चा पार्टी गर्मियों की छुट्टी में दिल्ली से बाहर थी तो इस छुट्टियों का मैंने भी सदुपयोग किया और कई ऐसी जगहों पर घूमा, रुका और रहा जहां जाने की तमन्ना पिछले कुछ महीनों से पनप रही थी. क्या घूमा, क्या सोचा, क्या किया, इस पर मौका मिला तो बाद में लिखूंगा लेकिन जो कहना चाह रहा हूं वो ये कि कल जब टीवी देखा, रात करीब साढ़े दस से बारह बजे तक, तो कई न्यूज चैनलों पर घूमता रहा. भारत बंद और धोनी की शादी, इन दो घटनाओं का बोलबाला रहा. ये दोनों घटनाएं जहां नहीं आ रही थीं वहां क्राइम शो चल रहा था, या फिर कामेडी वगैरह. कुल दो-ढाई घंटे की टीवी सर्फिंग के बाद मेरी ये धारणा मजबूत हुई कि देश का सर्वश्रेष्ठ न्यूज चैनल एनडीटीवी इंडिया है. ये मेरी अपनी निजी राय है.

एक संजीदा व समझदार हिंदी वाला (जिनकी संख्या कम है, इसी कारण दूसरे न्यूज चैनल चिरकुटई ज्यादा दिखाते हैं क्योंकि हिंदी पट्टी में चिरकुट भाई लोग ज्यादा मात्रा में विचरण करते हैं) जिस चीज की उम्मीद करता है, वो एनडीटीवी इंडिया पर मुझे मिलता है. हालांकि ये चैनल भी बीच-बीच में कामेडी का तड़का लगाने लगा है. मुंबई से जुड़ी खबरों के शो का अंत कामेडी सीरियल के कुछ दृश्यों-प्रसंगों से किया गया. बाकी चैनलों की बात करें तो इंडिया टीवी वाले पहले की तरह ‘सबसे बड़ा सबसे बड़ा’ करते कहते हुए मुंह से झाग फेंक रहे थे. सबसे बड़ा सीक्रेट बताते हुए वे धोनी के बेडरूम में इंडिया टीवी के रिपोर्टर को घुसाने का दावा कर रहे थे लेकिन शो में यह बताया जा रहा था कि ये है जगह जहां धोनी-साक्षी रुके थे. होटल वाला, कुर्सी वाला, टाई वाला, जूता वाला… धोनी-साक्षी ने अपने अंग-प्रत्यंग में जहां जो कुछ पहना था, उससे जुड़े हर शख्स (जो मिल सका, उपलब्ध हो सका) के इंटरव्यू इस अंदाज में चल रहे थे जैसे ये लोग नए भारत के नए निर्माता हों. एनडीटीवी ने सटीक दिखाया, शरद यादव का कमेंट, मीडिया वाले भाइयों, सुधर जाइए. ये क्या लगा रखा है धोनी शादी राखी नाच…. इनसे भारत की समस्याएं नहीं हल होंगी. एनडीटीवी ने शरद यादव को याद दिलाया कि आपकी पार्टी के लोग आज भारत बंद में पटना की सड़कों पर बार गर्ल नचा रहे थे. यकीन न हो तो देखिए. एनडीटीवी ने फुटेज दिखाए. बात दिल तक पहुंची दर्शक के. मीडिया को तो बदलना ही है, पहले इन नेताओं को बदलना चाहिए, विचार व आचरण के गैप को खत्म करना चाहिए. कहते कुछ हैं साले, करते कुछ हैं.

पर इंडिया टीवी वाले को फुर्सत नहीं है इतनी बुद्दि लगाने की. कुछ लोग तो कहते हैं कि इनके पास बुद्धि नहीं है, सिर्फ बाजार बुद्धि है. इन्हें छूट मिलें तो अपने एंकरों से कपड़े उतरवाकर न्यूज पढ़वाने लगें और फिर इनके संपादक अपने किसी इंटरव्यू में कह डालें कि जनता यह सब देखना चाहती है, बदलाव चाहती है, इसलिए हम ये ‘ऐतिहासिक-क्रांतिकारी’ बदलाव कर रहे हैं. ‘समय’ न्यूज चैनल, जो सहारा वालों का है, ये भी कनफ्यूज दिखा. सजी-धजी इनकी रिपोर्टर देहरादून में धोनी-साक्षी शादी विवाह उजड़ने के बाद कुर्सी वाले से बतिया रहीं थीं. क्या देखा. कैसे देखा. किसको देखा. कुर्सी वाला बेचारा कुर्सी समेट रहा था, सिर झुकाए. अचानक सिर उठाया और बोला- धोनी साहब को देखा. शादी देखा. कुर्सी देखा. रोजी रोटी देखा. देखा देखा. बहन जी रे खूब देखा. ‘समय’ की रिपोर्टर की सजावट देख कर लग रहा था कि वे धोनी की बारात में आईं थीं और बारात इंज्वाय करने के बाद आफिस का बचा-खुचा काम भी निपटा रहीं थीं, उसी बाराती वाले ड्रेस में.

आज तक वाले सबका मिक्सचर बन गए हैं. एनडीटीवी, इंडिया टीवी, स्टार न्यूज… सबके अंश मिला दो, तैयार हो गया आज तक. स्टार न्यूज ने बंद का कवरेज दिखाते हुए आमिर खान की नई आने वाली फिल्म का महंगाई पर जो गाना दिखाया, वो दिल को छू गया. बाद में यही गाना एनडीटीवी इंडिया पर दिखाया जाने लगा. वो गाना अगर किसी के पास एमपी3 या वीडियो फार्मेट में हो तो प्लीज मुझे भेज दे, बड़ा अच्छा है, उसे भड़ास4मीडिया के सभी पाठकों को सुनाना है. गाने का आशय कुछ यूं है कि हमारे आदमी कमाते तो खूब हैं पर ससुरी महंगाई सब कमाई खाय जात है… फिल्मांकन और बोल कुछ उसी तरह के हैं जैसे ससुराल गेंदा फूल….

संभव है कि महंगाई वाला ये गाना आगे आने वाले दिनों में कांग्रेस की बैंड बजा दे और विपक्षी दलों की राजनीति को चमका दे. इसके लक्षण कल ही दिख रहे थे. अगर ये हुआ तो वाकई मानना पड़ेगा कि अपना अमिरवा गजब का खोपड़ी पाया है. दिमाग से बाजार की नब्ज थाहता है और दिल से जनता का दिमाग. मेहनत, परफेक्शन और धैर्य, ये सब मिलाकर जो कुछ निकालता-पैदा करता है वो लाजवाब होता है. काश, इंडिया टीवी वाले भइये ये सब सीख पाते. पर इस चैनल के संपादक जी को अपनी तलछट सोच, छिछली कलाकारी और भयंकर आत्ममुग्धता से फुर्सत मिले तब तो एकाध सीढ़ी आगे बढ़ सकेंगे, एकाध पत्ती आगे खेल पाएंगे. फिलहाल तो ये टीआरपी में जीते, बसते, मरते हैं और इसी कारण दलालों की इस दिल्ली में महान कहलाते हैं क्योंकि बाजार के बड़े अड्डेबाज उन्हीं को सलाम करते हैं जिन्हें बाजार के हिसाब से सज-संवरकर खुद को बेचना आता है.

अपन तो प्रणय राय से यही कहेंगे कि दादा, शानदार आदमी हो, शानदार चैनल है तुम्हारा, टीआरपी और हिट्स में चाहे जो आगे रहे, इससे न खुश होना और न घबड़ाना, दिखाना वही जो देश व समाज से जुड़ी खबरें हों, देश-समाज से जुड़ी खबरों को अच्छे तरीके से दिखाकर दर्शक जुटाया जा सकता है (आमिर खान का उपर जिक्र इसीलिए किया है), हिंदी की समझदार जनता, जिनकी संख्या दिनोंदिन काफी तेजी से बढ़ रही है, वो आपको ही रीयल जर्नलिस्ट मानते हैं, आपको ही रीयल मीडिया मालिक मानते हैं, आपके चैनल के कर्मियों को ही रीयल मीडियाकर्मी मानते हैं, आपके चैनल को देश का असली न्यूज चैनल मानते हैं. बाकी तो ढोल बजा रहे हैं (ये मेरा आंकलन कल देखे गए कुछ न्यूज चैनलों पर केंद्रित है, मेरे घर पर जो टीवी है, वो केबल से संचालित होता है और केबल वाला पिछले कुछ महीने से पैसे नहीं ले जाता. वो जो कुछ दिखाता है, उसे देख लेते हैं, सो, ढेर सारे न्यूज चैनल हमारे यहां आते ही नहीं. इसलिए अगर अन्य चैनल अच्छा काम कर रहे हैं तो उन्हें भी जरूर सलाम करना चाहूंगा, यहां मेरी मंशा किसी को हर्ट करने की नहीं है, सिर्फ कल दो घंटे तक के टीवी दर्शन कार्यक्रम के बाद मन में पैदा हुई भड़ास को निकालना है).

यशवंत

एडिटर, भड़ास4मीडिया

संपर्क : 09999330099, [email protected]

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0 Comments

  1. subhash

    July 6, 2010 at 11:00 am

    Bhai, netaon ko jo aapne khuleaam gali diya hai wah kuchh jancha nahi. Achhe aur Bure har jagah hain, sabko ek hi thali me lapetna thik nahi(ye mera manana hai). Rahi baat NDTV ki aur Amir Khan ki to ek baat bata doon ki jahan mauka milta hai NDTV wale bhi dabangai dikhane se nahi chookte. Amir to sachhe sapoot hain, dil se apne kaam aur Desh ki seva karte hain. Salaam Amir Khan

  2. vivek

    July 6, 2010 at 5:59 am

    यशवंत जी, बंद का शानदार कवेरज पुण्य प्रसूनजी ने जी न्यूज पर भी पेश किया था. लगता है आप जी न्यूज नहीं देख पाए. इस कवेरज प्रस्तुति की तारीफ हर किसी ने की है. ये कमेंट इसलिए लिख रहा हूं ताकि लोग यह जान सकें कि हार्ड न्यूज के मामले में पुण्य प्रसून वाजपेयी लाजवाब हैं. उनके शो को जी न्यूज पर देखा जाता है और लोग पुण्य के नाम से वो शो देखते हैं क्योंकि सबको पता है कि पुण्य हल्की बातें नहीं करेंगे. सीरियस मुद्दों पर गंभीर विश्लेषण व जनता के दिल में उतरने वाली बात बताएंगे.

  3. rajesh kumar

    July 6, 2010 at 6:34 am

    yaswantji its my comment on ur bhadas article.as u wrote that ndtv is d bst channel,i m 100% agreed with ur view.in present context,it is only channel which gives us not only news bt also gud sense of humor.
    regds
    rajesh kumar
    reporter,hindustan
    ghaziabad

  4. anil rana

    July 6, 2010 at 7:19 am

    me bhi aapki rai se apne aap ko jodta hu. bt aajkal nd tv bhi kai baar khabron ko sansani banakar pesh karne ki koshish karta he. aise me lagta he ki ek channel bacha he wo bhi baki ki tarah hi ho jayega to phir asli khaber kaise milegi.

  5. rajiv

    July 6, 2010 at 8:59 am

    यशवंत जी आपकी बात पूरी तरह से सही है हर एक समझदार व्यक्ति की भी राय यही होगी लेकिन मज़बूरी यह है की दर्शकों में भी चिरकुटों की संख्या बढ़ गयी है इसलिए तो अब न्यूज़ न्यूज़ न होकर स्टोरी हो गयी है आखिर जनता को भी तो जागना चाहिए –
    -Rajiv
    Editor http://www.aapkikhabar.com

  6. arun 09889815118

    July 6, 2010 at 9:32 am

    vivek bhai,
    vajpey jee hi zee news me acha kam kr rahe lekin ndtv india ki puri teem acha kam kr rahi…..
    vajpeyi jee ki hi samichha ko mai dahyn se dekhta hu……aur vo tarrif k kabil hai
    lekin ndtv india ki puri teem ko salam.
    khabar wahi jo sach dikhye
    sirf NDTV INDIA per

  7. kumar

    July 6, 2010 at 9:35 am

    Channel me NDTV aur presentation me Punya Prasun ka koi jawab nahi hai..in dono par media karmiyon ko garv hona chahiye..

  8. shubhkant vyas

    July 6, 2010 at 10:12 am

    sahab samay nikal kar thodi news dekho kuch to badlega

  9. prafulla nayak 09425111001

    July 6, 2010 at 10:16 am

    yashwant bhai sahi likha. behad saleeeen chanal hai NDTV. na cheekh na hee chhillathat. bus janata ke nabz par hath.

  10. Chandrabhan Singh

    July 6, 2010 at 10:32 am

    Really NDTV best bt without DEEBANG bina namak wali DAL lagta hai.

  11. Ankit Khandelwal

    July 6, 2010 at 2:49 pm

    Aadarniya yashwant ji,
    Main pichle kuch mahino se bhadas4 media main aapke likhe hue lekh pad reha hoon. Main swaya to tv nahi dekhta hoon per aapke likhe hue lekh se pata chal gaya tv vaalon ka kya haal hain. Yeah vahi aaj tak jiske roj ke 30 minutes ke DD metro per programme ke liye har koi wait kiya karta tha. Tab quality se lekar prastutikaran tak lajawab the, jab se 24 hours channel chala hain inka.. sab gud gobar ho gaya. Bus usko dekhakarke ek hi baat yaad aati hain, “Jitni chadar ho utne hi pair failon”.

    Bahut acha article hain.. issi tarah se likhte rahiye ..

    Regards,
    Ankit Khandelwal
    Copenhagen, Denmark

  12. vijay singh kaushik

    July 6, 2010 at 2:50 pm

    yasvant ji, sahi kaha hai app ne. mujhe yah dekh kar tajub huya ki doni yaha bathe the, sakshi yaha mekup ki, numa khabar star news ka kai reporter nahi balki editor dipak chaurasiya iss tarah ki ghatiya khabar ki reporting kar rahae the.

  13. Animesh

    July 6, 2010 at 4:15 pm

    Chunouti hai. Prannoy Roy ya NDTV team ke kisi bhi patrakar se Sonia, Rahul ya UPA sarkar ki aalochana karte dikha den. Aur phir use best news channel ka tamgaa den. Punya Prasoon pseudo hain, unhen ek platform de den aur ghanton TV par unka bhashan tab tak sunen jab tak aap jhalla na jayen. Aur yadi kuch bacha ho to unke blog par jakar padh len. Yeh sab GK waale inquilabi hain. (GK means Greater Kailash). Hindi men serious news channel hain kahan? Kis maai ke laal me himmat hai yeh pata lagane ki Desh Ki Sansad me jo ek crore rupaye cash (rishwat ke) pesh kiye gaye, woh rupaye kahan se aaye the, kisne bhijvaye, aur sarkar kaan me tel daale kya kar rahi hai. Aur kis channel ne saara sting hote hue bhi use sirf isliye telecast nahin kya kyonki uski pant gili ho gayi thi, ya usne paala badal liya. Usi CNN-IBN channel me shanivaar ko Superchor Bunty se reporter pooch rahi thi – Kya aapne kabhi date kiya tha? Bunty- Ji haan, court ke date. Reporter- Nahin, ladkiyon ke saath jaane wala date. Aur yehi channel Patrakarita ke jhandabardar bane hue hain. Baki bakch..i karke koi fayda nahin.

  14. KC Sharma

    July 6, 2010 at 5:41 pm

    kya baat hai ysahwant ji…
    bilkul sahi aur sateek baat kahi hai aapne. NDTV India is Best, Ek aur jaha news channelo ki bharmar machi hai vahi NDTV India aaj bhi apne aap me ek acchi kabliyat aur shakhshiyat rakhta hai…
    main aapki baat ka samarthan karta hoon..

  15. sandeep

    July 7, 2010 at 1:25 am

    no doubt………8) ndtv content & presentation wise sabse no.1 in my view……………

  16. सोनू कुमार

    July 7, 2010 at 8:10 am

    KYA MEDIA VALO NE DARSAK KO PAKKA BEVKHUF MAN LIYA HAI

    AKHIR DHONI KI SAADI KI ITNI LAMBI COVERAGE DHIKAKR KYA HASIL HUA. ELECTRONI MEDIA NE APNI DHAT PITVAI> BHAYI DHONI KI SAADI KI RAAT BHART KR TV DARSK PAR BADA ATYCHAR HUA..KISI CANNEL KE PAS DHIKHANE KO KHUCH NA THA> KABHI IBN7 EK GHODI KO BAAR BAAR DHIKATA..KARIB DAS BAR GHODI HI DARSKO NE DEKHI.

    news24 ko kuch nhi mila to saadi ki khusi jtane ke liye apne star par band baje vale bulakar band bjva diya. iske badle band valo ki mashuri kar di. STAR vale bechare hava me gole fek kar darsak ko live commentery sunai. AAj tak ne khub gane sunaye.. bar bar DJ bjaya. HA Zee valo ne sabar se kam liya..AKHIR HASIL KYA HUA>> DARSK KO KHUCH NHI DIKHA>

    MAI APNE ABHIVKATI KE ADHIKAR SE KHANA CHATA HU DHAT TERE K

  17. karan lohiya

    July 7, 2010 at 11:44 am

    yaswant ji….mai aapke daave ko salam karta hu ki is bhid bhre electronic media m NDTV ka naam liya. meri toh deshwasio se yahi apil h ki news dekhe toh sirf NDTV india par warna dekhe hi naaa.?

  18. Boney Meyn

    July 7, 2010 at 6:34 pm

    Yashwant Ji, you said the right. NDTV has create a new benchmark for news shows. Rather showing astrology or any other non scenes, it shows only those news which has some meaning.

  19. HARIOM PANDEY

    July 8, 2010 at 5:56 am

    sahi kaha hai yashwant ji aap ne jaha news channel comedy show ho gaye hai. wahi kuch sensational news ke chakar me jhuta bekh rahe hai………. .

  20. Shrawan singh

    July 8, 2010 at 10:40 pm

    Mai aap se puri tarah sahmat hun…NDTV india waakai ek real news channel hai.

  21. santosh yadav

    July 9, 2010 at 4:08 pm

    ek baat to hai agar aaj koi channel hai to bas NDTV INDIA…jo sach ko aur sach ke liye dikhata………..mudde ki baat kahne wala hi hai channel NDTV INDIA

  22. rahul tripathi

    July 13, 2010 at 3:31 am

    आपकी बात बिल्‍कुल सत्‍य एनडीटिवी जैसा कोई नही

  23. sharvan saini muzaffar nagar

    August 17, 2010 at 4:13 am

    ur right yashwant ji ndtv india news channel great hai india tv froad channel hai desh ki janta ko pagal samjta hai
    mera bhi man karta hai ki agar ndtv india mai kam kerne ka moka mile to kru

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