साहित्य, संस्कृति तथा ललित कथाओं को समर्पित भोपाल की संस्था ‘स्पंदन’ द्वारा स्थापित पुरस्कारों की श्रृंखला में ‘स्पंदन कथा पुरस्कार 2009’ चर्चित युवा कथाकार प्रियदर्शन को उनके कथा संग्रह ‘उसके हिस्से का जादू’ के लिए दिया गया है। प्रियदर्शन का चयन निर्णायक मंडल ने सर्वसम्मति से किया।
निर्णायक मंडल के समन्वयक नंदकिशोर आचार्य हैं। इसके सदस्य हैं- डा. अर्चना वर्मा, मधु कांकरिया और हरीश पाठक। पुरस्कार समिति की संयोजक उर्मिला शिरीष ने बताया कि प्रियदर्शन को पुरस्कार स्वरूप ग्यारह हजार रुपये की राशि, शाल, श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह दिया जाएगा। पुरस्कार समारोह का आयोजन दिसंबर माह में किया जाएगा।