अंचल सिन्हा का इस्तीफा : ‘बाइलाइन’ नामक मैग्जीन से हटने के बाद पिछले महीने एक नई कंपनी ज्वाइन करने वाले प्रभात रंजन दीन ने महीने भर में ही पाला बदल दिया है. वे चौथी दुनिया में एडिटर (इनवेस्टीगेशन) के पद पर पहुंचे हैं. प्रभात रंजन दीन ने पिछले माह जब देववर्षा रतनज्योति प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी ज्वाइन किया था तो कई सारी घोषणाएं की थीं जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के न्यूज़ पोर्टल के साथ-साथ हिंदी और अंग्रेजी में साप्ताहिक पत्रिका, दैनिक समाचार पत्र और न्यूज़ चैनल लांच करना शामिल था. लेकिन इन घोषणाओं में से किसी एक को भी मूर्त रूप देने की नौबत नहीं आई. प्रभात ने चुपचाप चौथी दुनिया का दामन थाम लिया है.
लखनऊ-इलाहाबाद से प्रकाशित डीएनए से इस्तीफा देने के बाद से ही प्रभात रंजन दीन थोड़े-थोड़ समय में नौकरियां बदल रहे हैं. वे साधना न्यूज में रहे. वहां से बाईलाइन पहुंचे थे. उधर, डिप्टी एडिटर के पद पर चौथी दुनिया ज्वाइन करने वाले अंचल सिन्हा ने तीन महीने में ही इस्तीफा दे दिया. वे कहां जा रहे हैं, अभी पता नहीं चल पाया है.
vinay goel
June 15, 2010 at 11:13 am
prbhat ji kab tak jholla uthai ghoomte jahenge aur kitno ko barbad karenge. Ab toh sudhar jaiye. varn samay apko sudhr dega.
rajesh
June 15, 2010 at 1:17 pm
sahi kaha aapne Vinay bhai. Prabhat ji sirf paise ke peeche bhag rahe hai. By -Line ko band karne mai aacha rola raha hai aapna
ravishankar vedoriya 9685229651
June 15, 2010 at 4:12 pm
badai ho sir
prabhat pandey
June 15, 2010 at 7:39 pm
अगर संभव हो तो इस खबर को अपडेट करके… इसमें दीन साहव की फोटो लगाएं. मैं तब कॉलेज में दाखिल ही हुआ था.. बुक स्टॉल पर नया मैगजीन सहारा समग्र देखकर खऱीदा.. उसमें भारत हथियारों की तस्करी पर प्रभात रंजन दीन साहब की स्टोरी छपी थी.. पूरी स्टोरी पढ़ने के बाद मन इ जानने को बेचैन हो उठा कि रिपोर्ट किसकी है… आखिरी पन्ने से फइर पहला पेज पलटा.. तो दीन साहब की बाइलाइन स्टोरी थी.. उसी दिन के बाद मैं उस पत्रिका को नियमित तौर पर खरीदता था.. और दीन साहब की इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट जरुर पढ़ता था… उनकी ज्यादातर स्टोरी पहले पेज की हेडलाइन हुआ करती थी.. तभी से उन्हें देखने की इच्छा है.. इसीलिए फोटो लगाने की गुजारिश की है.. उम्मीद है दीन साहब जल्द ही चौधी दुनिया के मजबूत खंभे के तौर पर जाने जाने लगेंगे.. बधाई
rajesh anand
June 17, 2010 at 6:20 am
nai shuruat ke liye badhai ho. vakai aap jaise ke liye ye dunia nahi hai. isliye chauthi dunia ki nagrik banane ke par hardik shubhkamna. antatah apko around the india sambhalna hai. wait & watch.
Dhanish Srivastava
June 17, 2010 at 12:42 pm
Prabhat sir is one of the best journalist in Country..
unhone jaha bhe kaam kiya hai Itihaas racha hai..
chauthe duniya join karne per unko badhai..
itihaas rachne ke shruaat jari hai..
dhanish srivastava, journalist, lucknow..
K.mishra
June 17, 2010 at 5:17 pm
written by k.mishra. Lucknow, June 16, 2010
Deen sahab Dher sari badhaie. ab aap ke jane se chauthi duniya me bhi jan aa jayegi.aap ke jane ke bad Lucknow me DNA ladkhate-ladhkhate band hone kie sthiti me aa gya haie.
sanjayt
June 21, 2010 at 12:39 pm
ari prbhat ji kab tak jholla uthai ghoomte jahenge aur kitno ko barbad karenge. Ab toh sudhar jaiye. varn samay apko sudhr dega.