राज एक्सप्रेस, भोपाल के पीयूष पहुंचे दैनिक भास्कर, चंडीगढ़ : आज समाज, चंडीगढ़ में सुमेश ठाकुर ने बतौर वरिष्ठ संवादताता ज्वाइन किया है। वे अमर उजाला के पंजाब-हरियाणा ब्यूरो में कार्यरत थे। उन्हें आज समाज में क्राइम बीट दी गई है। सुमेश दैनिक भास्कर, चंडीगढ़ व शिमला और अमर उजाला, शिमला ब्यूरो में काम कर चुके हैं।
इसी तरह गौरव शर्मा रिपोर्टर के तौर पर आज समाज का हिस्सा बने हैं। वे भी दैनिक भास्कर और अमर उजाला चंडीगढ़ में बतौर रिपोर्टर कार्यरत रहे हैं। अभी वह पायनियर, चंडीगढ़ में कार्यरत थे।
आज समाज, चंडीगढ़ की मेडिकल रिपोर्टर तरुणी गांधी आज समाज से मुक्त हो गई हैं। उन्होंने पारिवारिक कारणों के चलते कार्यमुक्ति का अनुरोध किया था। आज समाज, चंडीगढ़ से वरिंदर सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। वे सरकुलेशन विभाग में एएसएम पद पर कार्यरत थे। वरिंदर दैनिक भास्कर में भी काम कर चुके हैं।
पीयूष फिर से दैनिक भास्कर, चंडीगढ़ के हिस्से बन रहे हैं. अबकी वो डिप्टी न्यूज एडिटर के रूप में जा रहे हैं. उन्होंने करियर की शुरुआत दैनिक भास्कर, चंडीगढ़ से ही की थी. इन दिनों राज एक्सप्रेस, भोपाल में चीफ सब हैं. वे अमर उजाला और जनसत्ता के साथ भी कार्यरत रहे. पीयूष कल चंडीगढ़ में भास्कर ज्वाइन करेंगे.
लखनऊ से प्रकाशित उर्दू दैनिक आग के न्यूज एडिटर आशुतोष बाजपेयी ने सूचित किया है कि अभद्रता, अनुशासनहीनता और विवादों के कारण रिपोर्टिंग में रखे गए यासिर जाफरी को संस्थान से निकाल दिया गया है.
Yasir Jafri
January 20, 2010 at 9:10 am
दोस्तों अगर रिपोर्टर को यह राय देना कि बाहर खड़े हो कर लड़कियां ताड़ो, प्रेस कांफ्रेंस में अगर दारू कि बोतल मिलती है तो वह मुझे लाकर दो, न्यूज़ एडिटर को ढाबे पे खाना अच्छा नहीं मिलता तो उस खबर को लिखा जाए, मीटिंग में ख़बरों कि बात कम दारू, शराब की बात अधिक की जाए, अगर इन सब बातों का विरोध करना अभद्रता और अनुशासन हीनता है तो मैं यह बड़े गर्व के साथ कहता हूँ कि यह अभद्रता और अनुशासन हीनता मैंने की. मैंने लड़कियां ताड़ने कि बात नहीं मानी, मैंने उनको शराब कि बोतल ला कर नहीं दी, मैंने शराब कि बातों का विरोध किया. यशवंत जी आपने ही कुछ दिन पहले इन्ही महोदय के बारे में खबर प्रकाशित कि थी कि एन ई ने इतनी पी कि लुढ़क गए. ऐसे लोग जब अनुशासन का पाठ पढ़ाएंगे तो भगवान भला करे आशुतोष जी का और अनुशासन का पाठ पढने वालों का. जम्मू में अमर उजाला से क्यों निकले गए यह भी सब को पता है. संस्थान के मालिक अगर अपने पूरे स्टाफ को बुला कर एन ई महोदय के बारे में पता कर लें तो सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
Yasir Jafri
January 20, 2010 at 9:41 am
आशुतोष जी मैं आपको धन्यवाद देना चाहूँगा कि आपने मेरा काम काफी आसान कर दिया….एक न्यूज़ एडिटर कि हैसियत से आपका यह बयान काफी महत्वपूर्ण है. एकाध नोटिस किसी अच्छे वकील के माध्यम से भेज दीजिये तो मेरे लिए लीगल कारवाई का काम और आसान हो जाएगा. आशा है आप ऐसा जल्द करेंगे.
Qamar Ahmed
January 20, 2010 at 10:21 am
jahan tak meri knowladge hai, ki yah akhbaar maulana Dr. kalbe sadiq saheb ki janib se shaya hota hai.malikaana haq bhale hi kisi ka ho lekin Maulana ka nam judna hi badi baat hai. aise me agar yasir ke comments ek percent bhi sahi hain to aise news editor ko rakhne se behtar hai ki akhbar band kar diya jae….islam mazhab me sharab sabse buri bala hai. wo yazeediyon me shumar ho jaata hai jo sharab se aur sharaab peene walon se muhabbat kare…
Qamar Ahmed
Zaigham Murtaza
January 20, 2010 at 1:12 pm
Aag me lagi aag akhir baahar aa hi gayiii…Yasir theek kah rahe hain… Aag ke samachar sampadak mahoday ko sharaab pikar ludakte dekhna lukhnow wasiyon ke liye naya nahi hai… Sharm ki baat hai ki Maulana Kalbe Sadiq Jaise log inhe bardasht kar rahe hain. Darasl Patrkarita me shochniyata, naitikta or adarshon ki duhaii dene waalon ki nazar Ashutosh Vajpayei jaiso par nahi jati. In jaiso ko uthakr kachre ke dabbe me daal dena chahiye…..
somveer sharma
February 5, 2010 at 12:19 pm
no comment