यूपी के बस्ती जिले के हिन्दी साप्ताहिक अखबार सुदृष्टि टाइम्स के संपादक सुदृष्टि नारायन त्रिपाठी को रिसर्च काज फाउण्डेशन आफ इण्डिया, नई दिल्ली की ओर से आरटीआई एक्टिविस्ट के रूप में सम्मानित किया गया। उन्हें अरविन्द केजरीवाल के हस्ताक्षर युक्त प्रमाण-पत्र भी प्राप्त हुआ। इसमें श्री त्रिपाठी को द राइट आफ इनफार्मेशन (आरटीआई) एक्ट के जरिए समाज की सेवा में योगदान के लिए सराहना की गई है।
श्री त्रिपाठी ने बताया कि पिछले दिसंबर माह में देश भर से 130 लोग दिल्ली बुलाए गए थे। इसमें आरटीआई एक्टिविस्ट, सूचना आयुक्त तथा जन सूचना अधिकारी भी शामिल थे। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा मांगी गई सूचनाएं प्राइवेट मेडिकोलीगल, रेडलाइट एरिया के महिलाओं के पुर्नवास, बिजली विभाग के ट्रांसफार्मर तथा भारतीय डाक एवं तार विभाग से विषय संबंधित थीं और इन्हीं को आरटीआई एवार्ड के लिए सेलेक्ट किया गया। उन्होंने आरटीआई की मुहिम में लगातार जुटे रहने की बात कही।
गौरतलब है कि संपादक श्री त्रिपाठी को सूचना मांगने पर ब्लैकमेलिंग के आरोप में करीब 6 माह पहले तत्कालीन सीएमओ डा. रामनाथ राम की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जेल रवाना कर दिया था। बाद में उन्हें स्थानीय अदालत से जमानत मिली। अभी वह मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है।
rajdev pandey
January 28, 2010 at 5:36 pm
nyayalay ke nirnay k bad hi kuch kahe to theek rahega….