अब तक की जांच से जुड़े कई अधिकारियों का या तो तबादला कर दिया गया है या फिर उन्हें अपने मूल काडर में वापस भेज दिया गया है। राजा पर बड़ी टेलीकॉम कंपनियों को नजरअंदाज कर बेहद कम दरों पर कई नई कंपनियों को मोबाइल लाइसेंस देने और इसके लिए लॉबी करने वाले लोगों के प्रभाव में आकर आर्थिक लाभ पहुंचाने और कमाने का आरोप है। नीरा राडिया फोन टेप मामले के दस्तावेजों के सार्वजनिक होने और इस घोटाले में कथित रूप से संलिप्त मीडिया तथा अन्य क्षेत्रों से जुड़े शक्तिशाली लोगों के बेनकाब होने का सिलसिला शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय से जुड़े दबंग नौकरशाहों की एक लॉबी हरकत में आई और मंत्री के बचाव का खेल शुरू हो गया।
वर्ष 2007-08 में यूनिफाइड एसेस सर्विस लाइसेंस देने के मामले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारी डीआईजी विनीत अग्रवाल को हाल ही में अचानक अपने मूल कैडर महाराष्ट्र वापस लौटना पड़ा। आयकर विभाग में इस मामले की निगरानी करने वाले डीजी (इंवेस्टिगेशन) मिलाप जैन का तबादला इंटरनेशनल टैक्सेशन में बतौर हेड कर दिया गया है। सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि अक्टूबर 2009 में इस सिलसिले में दर्ज एफआईआर में साफ कहा गया है कि टूजी स्पेक्ट्रम लाइसेंस आवंटन में भारी अनियमितता बरती गई थी।
लेखक संदीप ठाकुर ‘हमारा महानगर’ अखबार के दिल्ली संस्करण में मेट्रो एडिटर के रूप में कार्यरत हैं. उनकी यह खबर ‘हमारा महानगर’ अखबार में पहले पन्ने पर प्रकाशित हुई है.
arun
May 14, 2010 at 3:41 pm
yah to hona hi tha ……………….
issme koi surprising news nahi he ……….
Yahi he mera bharat desh ………
Jub pura talab hi ganda he to ek achhi machli (fish )kuch nahi kar sakti he ..
yaswant ji aap bhi kuch paisa le lete aur yah news band kar dete to achha hota aub to waise hi yah news khatam ho hi jayegi . …….
aapne sahi mudda uthaya lekin kaun sochega itnna …..
Yashwant ji ,
all the best , more over give some updates against the old news
Satya Prakash
May 14, 2010 at 5:11 pm
सरकार दलालों के साथ है ये कोई नयी बात नहीं .आश्चर्य इस बात पर है कि आखिर इस बार विपक्ष हमला साधने में नाकाम रहा है .मैं बहुत छोटा था जब बोफोर्स घोटाले पर देश हिल गया था .सरकार बदल गयी थी इस घोटाले के घटनाक्रम पर नज़र डालने से एहसास होता कि वाह रे इमानदार मनमोहना .सब बकवास है .अच्छा है naxalite ही इनलोगों को ठीक करे .इस घोटाले में इस बार कामरेड का भी नाम जुड़ा है . सदीप ठाकुर जी भागलपुर से लेकर हमारा महानगर तक के आपके सफ़र में आपके जैसे पत्रकार के समझ से ये भी बताइए अब क्या होना चाहिए क्या देश का युवा खास कर विद्यार्थीवर्ग टूट पड़े इन घोटालेबाज सरकार और नेताओं पर .रास्ता तो बस यही है
sushil Gangwar
May 15, 2010 at 4:03 am
Hamre desh me ghotale hote rahe hai or hote rahege . Har ghotala band kar diya jaata hai kyo ki sarkaar dalalo ke sath hai . A Raja ko sabhi log bachaane me jute hai .Es ghotale me Mantri – Dalal or patrakaar Jude hai . Mall kamaoo or maje udaoo ? Sarkaar to apni hai .
http://www.sakshatkar.com
sushil Gangwar
May 15, 2010 at 7:16 am
क्या उखाड़ सकते हो , हम तो दलाल है – ———————————–
आज इन्सान की मानसिकता बदल चुकी है . वह किसी भी रस्ते से पैसा कमाना चाहता है. घोटालो और पैसो का बण्डल रखकर चैन की नीद सोता है . देश में कितना बड़ा घोटाला क्यों न हो , उसे कुछ दिन बाद विराम लगा देते है क्यों कि इसमे कितने बड़े लोग के नाम जुड़े होते है । हाई प्रोफाइल महिला दलाल नीरा राडिया की दलाली से चर्चा में आये दूरसंचार मंत्री राजा का बाजा हर जगह बज रहा है . हमारी सरकार बचाने पर तुली है। मीडिया महारथी HT के सलाहाकार वीर संघवी NDTV की ग्रुप एडिटर बरखा दत्त का नाम नीरा राडिया और राजा से जोड़ा जा रहा है है . सूत्र कहते है .इस दलाली में वीर संघवी – Bharkha बुरी तरह फस गए है . ये दोनों परम मित्र है . यह बात लोगो के गले नहीं उतर रही है कि दलाली में इतने बड़े पत्रकारों के नाम कैसे हो सकते है . दौलत की अंधी चमक ने इन लोगो की आखो पर पर्दा डाल दिया है पत्रकारिता की आड़ में मोटी कमाई करने वाले बड़े पत्रकार आयकर विभाग और सी बी आई की नजरो में चुभने लगे है . नीरा राडिया दलाली का काम अपनी कंपनी टेलीकॉम, एविएशन, पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर के फायदे के लिए करती है . नीरा राडिया दूसरे लोगो का प्रयोग अच्छी तरीके से करना जानती है . इसी बजह से नामचीन पत्रकारों को भी मोहरा बना लिया है . इसके बदले नीरा पूरी कीमत चुकाती है . नीरा अपनी गिरप्तारी से बचने के लिए पहले ही भाग चुकी है । घोटालो का पुलंदा राजा, वीर और बरखा के सर पर दिया है । तफ्तीश क्या रुख लेगी यह तो आने वाला कल ही बताएगा।
सक्षाकर.कॉम – सुशील गंगवार
Lata Mishra
May 16, 2010 at 6:52 am
😮 Thanks for Bhadas Media. Logo ki khabar lene valo ki khaber dene ke liye